Mera Vidyalaya Nibandh In Hindi। मेरा विद्यालय पर निबंध

हमारे जीवन के विकास में हमारा विद्यालय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही वह जगह है जहां से हम चीजों को सिखते हैं। यहां हमें विषय की ज्ञान के साथ-साथ नैतिक जानकारियां भी मिलती हैं। जो हमारे जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक होती हैं। बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अच्छे विद्यालय होना अति आवश्यक है इस लेख में हम आपको Mera Vidyalaya पर निबंध बताएंगे साथ ही विद्यालय क्या है विद्यालय कितने प्रकार के होते हैं उनका हमारे जीवन में क्या महत्व है इन सभी बिंदुओं पर विस्तार से बात करेंगे। जानने के लिए अंत तक जरूर पढ़ें।

Definition of School | विद्यालय की परिभाषा

विद्यालय शब्द दो शब्द विद्या और आलय से मिलकर बना है। जिसका अर्थ होता है वह स्थान जहां पर हम पढ़ाई करते हैं। विद्यालय ही एक ऐसी जगह है जहां बच्चों के शारीरिक,मानसिक, नैतिक और बौद्धिक गुणों का विकास होता है। विद्यालय को हम अंग्रेजी भाषा में “स्कूल” कहते हैं। विद्यालय एक ऐसा जगह होता है जहां हमारे मन से अमीर, गरीब, धर्म, ऊंची जात, नीची जात यह सभी चीज दूर हो जाते हैं, यहां पर हम सभी बच्चों के लिए एक ही ड्रेस होता है। जिससे हमारे अंदर के सभी भेदभाव दूर हो जाते है। अच्छे विद्यालय

( Mera Vidyalaya )  में प्रवेश लेने पर बच्चों का भविष्य उज्जवल हो जाता है।

Types of School । विद्यालय के प्रकार

हमारे भारत में कुल तीन प्रकार के विद्यालय पाए जाते हैं। 

  • सरकारी विद्यालय : इस विद्यालय पर पूरी तरह से सरकार का नियंत्रण होता है। सरकार सभी बच्चों के लिए समान रूप से शिक्षा के विकास का अवसर प्रदान करती है।
  • प्राइवेट विद्यालय : इस विद्यालय पर किसी व्यक्ति विशेष का नियंत्रण होता है। 
  • अनुदान प्राप्त विद्यालय : इस विद्यालय के लिए एक समिति बनाई जाती है जो इसको चलाती है। 

Level of Schools । विद्यालय के स्तर

उम्र एवं शिक्षा के स्तर के आधार पर विद्यालय के भी निम्न स्तर होते हैं, जो इस प्रकार से हैं:

  • आंगनवाड़ी विद्यालय
  • प्राथमिक विद्यालय
  • माध्यमिक विद्यालय
  • उच्च विद्यालय
  • विद्यालय
  • निम्न महाविद्यालय
  • महाविद्यालय
  • विश्वविद्यालय 

Essay on My School । मेरा विद्यालय पर निबंध 

हम सभी जानते हैं कि शिक्षा हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। शिक्षा के बिना हम कुछ भी नहीं है यह हमें दूसरों से अलग बनाती है। प्रारंभिक शिक्षा हमें हमारे माता-पिता के द्वारा घर में दी जाती है। उसके बाद हमें किसी विद्यालय में दाखिला लेना होता है जहां पर हमें शिक्षा के साथ-साथ नैतिक गुणों की जानकारी मिलती है जिससे हम अपने समाज में अपनी अलग पहचान बना पाते हैं। बच्चे अपनी शुरुआती जीवन का जहां सबसे ज्यादा समय व्यतीत करते हैं वह उनका विद्यालय होता है। 

Mera Vidyalaya का नाम गुरु नानक इंटर कॉलेज है, जो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित है। मेरा विद्यालय मेरे जीवन की एक ऐसी जगह है जहां मैं पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक जानकारी को सिखाता हूं। प्रतिदिन मैं अपने दोस्तों और शिक्षकों के साथ मिलकर कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं। मेरे विद्यालय में चार इमारतें हैं जो की बहुत ऊंची हैं और उनकी दिवाले नैतिक जानकारी से रंगी है जिसको पढ़ने से हमें जानकारी मिलती है। मेरे विद्यालय में 25 कमरे है। सभी कक्षाओं में महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और अन्य स्वतंत्रता सेनानीयो की फोटो लगाई गई है। मेन गेट के पास में प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य का कक्ष है। और हमारे विद्यालय में कंप्यूटर लैब, विज्ञान लैब और लाइब्रेरी है। सप्ताह में एक दिन हमे कंप्यूटर लैब ले जाया जाता है। जहा हम कंप्यूटर के बारे में सीखते है और उसपे गेम भी खेलते है। मेरे विद्यालय के पीछे एक छोटा सा बगीचा है, जहा ढेर सारे पेड़ है, और उसने रंग बिरंगे फूलों के छोटे पेड़ लगाए गए है। मेरे विद्यालय में एक बड़ा सा ग्राउंड है जहां सुबह हम सभी बच्चे उपस्थित होते हैं और सुबह की प्रार्थना और राष्ट्रगान करते हैं। प्रार्थना में प्रतिदिन शिक्षक कुछ नई बातें बताते हैं। उसके बाद हम सभी बच्चों का नाखून, ड्रेस, दांत का निरीक्षण किया जाता है। मेरी विद्यालय के सभी टीचर अनुभवी और दयालु है बच्चों की बहुत अच्छे से देखभाल करते हैं। इन सब विशेषताओं के कारण मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है।

Essay on Schoo l विद्यालय पर निबंध

विद्यालय एक ऐसा स्थान है जहां देश के भविष्य का निर्माण होता है। यहां पर विद्यार्थी विद्या अध्ययन के लिए आते हैं और विषय के ज्ञान के साथ-साथ नैतिक गुणों को सिखाते हैं। मेरे विद्यालय का नाम ज्वालादेवी इंटर कॉलेज है, जो उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में है। मैं कक्षा 8 का विद्यार्थी हूं। 

About my School’s Building | मेरे विद्यालय की इमारत

Mera Vidyalaya 3 बड़ी इमारतों से मिलकर बना है। उनके बीच में ग्राउंड बना है, जहा हम रोज सुबह इकट्ठा होते है, और सुबह की प्रार्थना करते है।  इसमें 40 कमरे है। प्रत्येक कक्षा में डिजिटल बोर्ड लगा हुआ है। 

कंप्यूटर लैब, विज्ञान लैब, लाइब्रेरी, मीटिंग हाल भी हमारे विद्यालय में बने है। लाइब्रेरी में ढेर सारी पुस्तके है और बच्चों को बैठने के लिए ढेर सारी कुर्सी मेज रखी हुई है।

मुख्य द्वार से सीधे प्रधानाचार्य कक्ष है, उसके बाहर नोटिस बोर्ड लगा हुआ है। अध्यापक और अध्यापिका के लिए अलग अलग स्टाफ रूम है। 

मेरे विद्यालय में कुल 10 लडको के लिए और 8 लड़कियों के लिए शौचालय बनाए गए है। साथ ही 5 वाटर कूलर लगाए गए है, जो हमे गर्मी में ठंडा पानी देते है।

About My School’s Environment | मेरे विद्यालय का वातावरण

मेरे विद्यालय में बहुत ही शांतिपूर्ण वातावरण पाया जाता है। जिस समय हमारी कक्षाएं चलती हैं पूरा विद्यालय शांत समझ आता है। क्योंकि शांतिपूर्ण वातावरण में ही हम कुछ नया सीख सकते हैं।

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About My School’s Teacher।मेरे विद्यालय के शिक्षक

मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य के कुशल प्रशासक हैं। उनका नाम श्री जय प्रकाश द्विवेदी है। वह अंग्रेजी विषय से पीएचडी किए हुए है। साथ ही वह क्रिकेट के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी है। मेरे विद्यालय में 15 अध्यापक और 10 अध्यापिका है। सभी योग्य शिक्षक हैं और बच्चों से बहुत ज्यादा प्रेम भाव रखते हैं। बच्चो को ऐसा नया तरीका लाकर समझाते है, जिससे उन्हें अच्छे से सारी बाते समझ आ जाए।

About My School’s Discipline। विद्यालय का अनुशासन

मेरे विद्यालय के प्रबंधक विद्यालय में अनुशासन और साफ सफाई पर विशेष ध्यान देते है। वह हमे सीखते है, कि अनुशासन के बिना हम अपने जीवन में कुछ भी नहीं पा सकते है। अच्छे भविष्य के लिए अनुशासन अत्यंत आवश्यक हैं।

प्रतिदिन प्रार्थना के बाद हमारी ड्रेस, नाखून, बाल और दांत चेक किया जाता है। हमे हमेशा अनुशासन में रहने की सीख दी जाती है

मेरे विद्यालय में हम सभी बच्चों को मिलजुल कर रहना सिखाया जाता है। मैं अपने विद्यालय को बहुत पसंद करता हूं। मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है।

10 lines essay on my school।मेरा विद्यालय पर निबंध 10 लाइन में

  • Mera Vidyalaya  का नाम नेशनल कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल है।
  • Mera Vidyalaya उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित है।
  • मेरा विद्यालय मेरे घर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • मेरे विद्यालय में सभी अध्यापक दयालु और अनुभवी है।
  • मेरे विद्यालय में एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है जहां पर हम सभी बच्चे खेलते हैं।
  • Mera Vidyalaya पढ़ाई के साथ-साथ खेल संगीत नृत्य जैसे कार्यक्रमों पर भी जोर देता है।
  • मेरे विद्यालय में एक बहुत बड़ी लाइब्रेरी है जहां पर मैं जाकर रोज समाचार पत्र, नोवेल और कहानी की किताबें पढ़ता हूं।
  • मेरे विद्यालय में गरीब बच्चों को ड्रेस,बुक फीस में छूट जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।
  • मेरे विद्यालय में योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है।
  • मेरा विद्यालय ज्ञान का मंदिर है जिस पर मुझे गर्व है।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने Mera Vidyalaya पर निबंध लिखा है, और विद्यालय क्या है, कितने प्रकार के हैं, उनके क्या स्तर है। Mera Vidyalaya पर निबंध,मेरा विद्यालय पर 10 लाइन का निबंध लिखा है उम्मीद करते हैं कि आपको अपने विद्यालय की यादें ताजा हो गई होगी, ऐसे ही अपने दोस्तों की भी यादें ताजा करने के लिए उनको शेयर करे।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

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