National Means Cum Merit Scholarship 2023:- केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय मींस कम मेरिट छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की गई है जिसके तहत ऐसे छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाएगी जिनके घर की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब है और वह नौवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा में पढ़ाई करते हैं ताकि उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से चालू रहे I अब आपके मन मे सवाल आएगा कि राष्ट्रीय मींस कम मेरिट छात्रवृत्ति योजना क्या है छात्रवृत्ति के लाभ क्या है ? NMMS Scholarship Yojana की पात्रता एनएमएमएस छात्रवृत्ति हेतू दस्तावेज आवेदन करने की प्रक्रिया क्या होगी अगर आप इन सब के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो हमारे साथ आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं –
National Means Cum Merit Scholarship 2023
आर्टिकल का प्रकार | स्कॉलरशिप |
आर्टिकल का नाम | राष्ट्रीय मींस कम छात्रवृत्ति |
साल | 2023 |
लाभार्थी | कक्षा 8 के विद्यार्थी |
कब शुरू की गई थी | 2008 में |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
NMMS Scholarship Yojana 2023
National means cum merit scholarship केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई एक लोकप्रिय स्कॉलरशिप योजना है जिसके तहत सरकार नौवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा में पढ़ाई करने वाले छात्रों को स्कॉलरशिप की राशि प्रदान करेगी ताकि उनकी पढ़ाई आगे भी जारी रह सके इसका लाभ केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को ही मिलेगा I
NMMS Scholarship Yojana
स्कॉलरशिप का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को दिया जाएगा उनके घर की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब है और वह अपनी शिक्षा जारी रखना चाहते हैं लेकिन उनके पास पैसे नहीं है तो ऐसे छात्रों को सरकार यहां पर आर्थिक सहायता के तौर पर स्कॉलरशिप की राशि प्रदान करेगी योजना का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को माध्यमिक शिक्षा को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि वंचित गरीब बच्चे माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षा दे सके I योजना के अंतर्गत आपको यहां पर ₹12000 की राशि प्रत्येक साल दी जाएगी I
NMMS छात्रवृत्ति के लाभ | Benefits of NMMS Scholarship
- योजना के द्वारा गरीब और मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप की राशि प्रदान करना है
- स्कॉलरशिप के अंतर्गत सालाना 12000 रुपए की मदद की जाएगी।
- गरीब बच्चों को माध्यमिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना।
- अशिक्षा को समाप्त करना राष्ट्रीय मींस कम छात्रवृत्ति मुख लक्ष्य निर्धारित किया गया है I
एनएमएमएस स्कॉलरशिप की पात्रता | Eligible of NMMS Scholarship
- भारत स्थाई निवासी होना चाहिए।
- NMMS छात्रवृति के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले छात्रों के सातवीं कक्षा में 50% नंबर होना आवश्यक है
- स्कॉलरशिप का लाभ ऐसे छात्रों को मिलेगा जो किसी का सरकारी स्कूल या राज्य के लिए विद्यालय में पढ़ाई करते हो
- परिवारिक सालाना आय 1.50 लाख रुपए से ऊपर होना चाहिए
- यदि आप उच्च माध्यमिक कक्षा में पढ़ाई करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको दसवीं में 60% नंबर लाने होंगे तभी आप को इसका लाभ मिल पाएगा
- कक्षा 12वी में छात्रवृति को जारी रखने के लिए विद्यार्थी के कक्षा 11वी में 50 प्रतिशत से ऊपर अंक होने चाहिए आरक्षित वर्ग के छात्रों को 5% की छूट यहां पर नंबर में दी जाएगी I
एनएमएमएस छात्रवृत्ति हेतू दस्तावेज | Required documents of NMMS Scholarship
- सातवीं कक्षा का प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- राज्य का मूल निवेश प्रमाण पत्र/ आवासीय प्रमाण पत्र
- विकलांग प्रमाण पत्र यदि आपके पास है तो
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर /
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट फोटो
- अकाउंट नंबर
NMMS छात्रवृत्ति के लिए कैसे आवेदन करें NMMS Scholarship apply process
NMMS छात्रवृत्ति के लिए अगर आप आवेदन करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि आपको अपने स्कूल द्वारा जारी की गई SCERT वेबसाइट पर जाकर अपना नाम पंजीकरण करवाना होगा तभी जाकर आपको इस स्कॉलरशिप का लाभ मिल पाएगा सबसे पहला आप इस वेबसाइट पर विजिट करेंगे उसके बाद आपको वहां पर आवेदन करने का लिंक दिखाई पड़ेगा उस पर आपको क्लिक करना है फिर जो भी आवश्यक जानकारी आप से पूछी जाएगी उसका विवरण देंगे और फिर आवश्यक डॉक्यूमेंट यहां पर अपलोड कर देंगे I सबसे महत्वपूर्ण बात है कि यहां पर आवेदन शुल्क ₹55 जमा करना होगा जो आप ऑनलाइन नेट बैंकिंग या यूपीआई एप्स के माध्यम से पेमेंट कर पाएंगे I
FAQ’s NMMS Scholarship Yojana 2023
Q.NMMS स्कालरशिप स्कीम किसके द्वारा शुरू किया गया है ?
Ans. केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा शुरू किया गया हैI
Q. राष्ट्रीय मींस कम छात्रवृत्ति स्कॉलरशिप का लाभ कौन ले सकता है?
Ans. राष्ट्रीय मींस कम छात्रवृत्ति स्कॉलरशिप का लाभ आठवीं कक्षा में पढ़ाई करने वाले छात्रों उठा सकते हैं I
Q.एनएमएमएस छात्रवृति योजना कब से शुरू की गयी थी?
Ans. साल 2008 से इस योजना को शुरू किया गया था।