चुनाव आचार संहिता? कब और क्यों लागू होते हैं चुनावी नियम? किन चीज़ों पर लगती है पाबंदी? Model Code of Conduct Kya Hai?

adarsh aachar sanhita kya hai

चुनाव आचार संहिता क्या है? (Adarsh Aachar Sanhita Kya Hai) मध्य प्रदेश’ राजस्थान’ छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव  बिगुल बच गया है।ऐसे में चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू कर दी जाती  हैं। आचार संहिता का नाम चुनावों में हर किसी कि जुबान पर रहता है लेकिन आपके कई बार मन में सवाल आता है कि आखिर में आचार संहिता होता क्या है? और कब और क्यों लागू होता है? इस दौरान चुनाव के नियम क्या होते हैं और कौन-कौन सी चीजों पर पाबंदी लगाई जाती हैं? इन सब का जवाब हम इस लेख के जरिए आपको विस्तार में देंगे। इस आर्टिकल में हम आपको Adarsh Aachar Sanhita Kya Hai से जुड़ी सभी जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे, आचार संहिता के बारे में सभी जरुरी जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल पर बने रहे हैं आईए जानते हैं:-

आचार संहिता किसे कहते हैं? What is Aachar Sanhita?

Aachar Sanhita Kya Hai: आचार संहिता चुनाव आयोग के द्वारा जारी की जाने वाला एक महत्वपूर्ण वैधानिक प्रक्रिया  हैं। जिसे सभी राजनीतिक पार्टियों के सर्वसम्मति से चुनाव के दौरान लागू किया जाता हैं। जिसके अंतर्गत विधानसभा और  लोकसभा के चुनाव संपन्न करवाए जाते  हैं। आचार संहिता तभी लगाई जाती हैं, जब  देश में चुनाव की घोषणा होती  हैं। उस दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों और सरकार के अफसर को आचार संहिता के अंतर्गत बनाए गए नियमावली का अनुसरण करना होता हैं। भारत में सर्वप्रथम आचार संहिता 1960 में केरल विधानसभा में लगाया गया था | इसके बाद वर्ष 1962 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को चुनाव आचार संहिता के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई , जिसके उपरांत चुनाव आयोग ने सभी सरकारों को चुनाव के दौरान इसे लागू की बात कही’ जिसके बाद से ही चुनाव के दौरान आचार संहिता को लागू करने  नियम पारित कर दिया गया जो आज तक जारी है। भविष्य में भी इसका संचालन चुनाव आयोग के द्वारा किया जाएगा। हालांकि समय-समय पर आचार संहिता में चुनाव आयोग के द्वारा कई अहम बदलाव किए जाते हैं जिसकी आधिकारिक सूचना चुनाव आयोग सभी राजनीतिक पार्टियों को देता हैं।

Also Read: राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का जीवन परिचय, शिक्षा, परिवार, राजनीतिक सफर, सोशल मीडिया लिंक्स

चुनाव आचार संहिता क्या है | Aachar Sanhita Kya Hai

आचार संहिता कब लगती है? Aachar Sahita Kab Lagati Hai :- देश में चुनाव को निष्पक्ष और स्वतंत्र ढंग से संपन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग के द्वारा कुछ नियमावली बनाई गई हैं, इन्हीं नियमों को हम लोग आचार संहिता के नाम से जानते हैं। हम आपको बताते चले कि आचार संहिता कानून के द्वारा लाया गया कोई प्रावधान नहीं है ‘ बल्कि यह सभी राजनीतिक दलों की सहमति से  लागू की गई एक चुनावी व्यवस्था हैं। जिसका पालन चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दल और सरकार के नौकरशाही को करना होगा।  जैसे ही चुनाव आयोग के द्वारा चुनाव के तारीख का ऐलान होता उसके बाद से राज्य में आचार संहिता लागू हो जाता है, जो चुनाव परिणाम घोषित होने तक लागू रहती है। इस दौरान चुनाव में शामिल होने वाले सभी राजनीतिक दल उम्मीदवार और सरकार और प्रशासन समेत चुनाव से जुड़े सभी लोगों को आचार संहिता का पालन करना आवश्यक हैं।

See also  Creative Valentine's Day Gift Ideas for Her for Each Day of Valentine's Week

आचार संहिता लागू कौन करता है? Aachar Sanhita Kon Karta Hai

Model Code of Conduct :- आचार संहिता भारत का निर्वाचन आयोग चुनाव के दौरान देश में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान लागू किया जाता हैं। इसके अंतर्गत कई प्रकार के नियम बनाए जाते हैं। जिसका अनुसरण प्रशासन’ सरकार और चुनाव में शामिल होने वाले राजनीतिक पार्टियों को करना होता है और अगर कोई राजनीतिक दल ‘चुनाव उम्मीदवार और सरकारी ऑफिसर आचार संहिता का उल्लंघन करता है तो उसके ऊपर चुनाव आयोग के द्वारा कार्रवाई की जाती हैं।

Also Read: सीएम अशोक गहलोत के मोबाइल नंबर

आचार संहिता क्यों लगाई जाती है?

Aachar Sanhita Kyu Lagayi Jati Hai :- आचार संहिता लगाने के पीछे की वजह है कि चुनाव को निष्पक्ष और  स्वतंत्र तरीके से संपन्न करवाना ताकि भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सके। हम आपको बता दें कि भारतीय संविधान में इस बात का वर्णन किया गया है कि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए जिसके फल स्वरुप देश के आम जनता का चुनाव के प्रति आस्था और बढ़ेगा |

 आचार संहिता में किन चीज़ों पर पाबंदी लगती है?

आचार संहिता पर किन-किन चीजों पर पाबंदी लगाई जाती है तो उसका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं शादी जानते हैं-

  • धर्म के नाम पर आप वोट नहीं मांग सकते हैं |
  •  मतदान के दिन दौरान शराब की दुकान बंद रहती हैं |
  • मतदाता को अपने पक्ष में वोट करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं |
  •  चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी धर्म के खिलाफ अनुचित बात बोलने पर पाबंदी हैं।
  • आचार संहिता के दौरान  कोई भी नई सरकारी योजना की घोषणा नहीं होती हैं।
  • चुनाव प्रसार के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करना वर्जित हैं।
  • पर्यावरण संरक्षण के हित में राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों को पोस्टर, बैनर आदि तैयार करने के लिए प्लास्टिक/पॉलिथीन के इस्‍तेमाल से बचना चाहिए। ताकि पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके |
See also  Chhath Puja 2023 | छठ पूजा की कहानी, कथा, इतिहास जाने

Read More: हमास क्या हैं? इज़राइल और हमास क्यों लड़ रहे हैं? जाने पूरी जानकारी

 आचार संहिता के नियम | Aachar Sanhita Rule

  • सरकारी गाड़ी सरकारी विमान या सरकारी बंगले का इस्तेमाल आप चुनाव प्रसार के लिए नहीं कर सकते हैं।
  • चुनाव के दौरान कोई भी पार्टी यदि चुनावी रैली या जुलूस निकालना चाहती है तो उसके लिए उसे  पुलिस  विभाग से अनुमति लेनी होगी।
  • राजनीतिक दल जाति या धर्म के आधार पर मतदाता से वोट नहीं मांग सकते हैं और ना ही इस प्रकार की कोई गतिविधि में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा कोई करता है तो उसके ऊपर चुनाव आयोग के द्वारा कार्रवाई की जा सकती हैं।
  • चुनाव प्रसार के लिए आप किसी भी व्यक्ति की जमीन या कार्यालय के दीवार पर उसके अनुमति के बिना पोस्टर बैनर या झंडा नहीं लगा सकते हैं अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई चुनाव आयोग के द्वारा की जा सकती हैं।
  • मतदाता को शराब और पैसे का लालच देकर अपने पक्ष में मतदान करवाने जैसे काम आप नहीं कर सकते हैं अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको जेल भी जाना पड़ सकता हैं।
  • मतदान केंद्र बिल्कुल साधारण सा होना चाहिए वहां पर चुनाव प्रसार संबंधित कोई भी सामग्री मौजूद  नहीं होना चाहिए
  • राजनीतिक दलों को  अनैतिक गतिविधि से दूर रहना होगा जो चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ हो
  • राजनीतिक दल मतदाता को अपनी गाड़ी से चुनाव केंद्र तक नहीं ले जा सकता है
  • राजनीतिक दल  मतदाता को अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए डरा या धमका नहीं सकते हैं।

आचार संहिता नियमावली (PDF Download)

आचार संहिता की नियमावली का पीडीएफ अगर आप प्राप्त करना चाहते हैं तो उसका विवरण हम आपको आर्टिकल में उपलब्ध करवाएंगे और साथ में उसका लिंक भी जिसे आप अपने मोबाइल में डाउनलोड करके आचार संहिता के नियमावली का पूरा विवरण आप पढ़ सकते हैं:-

See also  Nasha Mukti Slogan in Hindi | अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पोस्टर, संदेश, स्लोगन, और स्टेटस

Download PDF:

निष्कर्ष:  Adarsh Sachar Sanhita Kya Hai

आशा करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया “आदर्श आचार संहिता क्या है” आर्टिकल आपको पसंद आया होगा ऐसे में आर्टिकल से जुड़ा कोई भी सुझाव या आपका प्रश्न है तो कमेंट सेक्शन में आकर दर्ज करें उसका जवाब हम जरूर देंगे तब तक के लिए धन्यवाद और मिलते हैं अगले आर्टिकल में

FAQs : – Adarsh Aachar Sanhita Kya Hai

Q. आदर्श आचार संहिता क्या है?

आदर्श आचार संहिता राजनैतिक दलों और अभ्‍यर्थियों के मार्गदर्शन के लिए निर्धारित किए गए एक विशेष नियम है  जिसे राजनैतिक दलों की सहमति से तैयार किया गया हैं।  इसके अंतर्गत समाहित सिद्धांतों का पालन  सभी राजनीतिक दलों  ‘चुनाव उम्मीदवारों और प्रशासन के अधिकारियों का परम कर्तव्य हैं। जिसका निर्वाह ईमानदारी के के साथ करना होगा।

Q. आचार संहिता कब लागू होती है?

Ans. आचार संहिता चुनाव के तारीखों के ऐलान के साथ लागू कर दी जाती है और जब तक चुनाव के रिजल्ट घोषित नहीं होते हैं  तब तक आचार संहिता लागू रहती हैं।

Q. आचार संहिता कितने दिन लगती है?

Ans. आचार संहिता कितने दिनों तक लगी रहती है तो हम आपको बता दें कि जब किसी राज्य के चुनाव की घोषणा होती है तो उसके बाद राज्य में आचार संहिता को लागू कर दिया जाता है और  जब तक राज्य के चुनाव के परिणाम  घोषित नहीं होते हैं  तभी तक आचार संहिता लागू रहेगी उसके बाद इसे समाप्त कर दिया जाएगा |

Q. Adarsh Aachar Sanhita Kya Hai

Ans. आदर्श आचार संहिता चुनाव आयोग के द्वारा बनाई गई एक चुनावी कार्य पद्धति नियम है जिसके माध्यम से निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से चुनाव संपन्न करवाए जाते  हैं।  इसके अंतर्गत कई प्रकार के  चुनाव संबंधित नियम और शर्तें निर्धारित की गई हैं जिसका अनुसरण सभी राजनीतिक दल चुनाव के उम्मीदवार और प्रशासन के नौकरशाह को करना होता है और यदि कोई इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाती हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Optimized with PageSpeed Ninja