Chhatrapati Shivaji Jayanti 2024: भारत में अनेक समुदाय राज करते थे। जिसमें एक मराठा समाज भी है। जो देश की आन बान शान के लिए मर मिटने को तैयार रहते हैं। मराठा समुदाय में उत्पन्न हुए छत्रपति शिवाजी जोकि मराठा समाज में एक महान योद्धा थे। मराठा समाज को एकजुट करने और ताकतवर बनाने में शिवाजी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। शिवाजीराव को छत्रपति क्यों कहा जाता है? इस संबंध में तथा शिवाजी की जयंती (Chhatrapati Shivaji Jayanti 2024) कब मनाई जाती है? कैसे बनाई जाती है, शिवाजी कौन थे? कैसे शिवाजी महान बने शिवाजी का जन्म कब हुआ और कहाँ हुआ? संपूर्ण विवरण इसी लेख में प्रस्तुत किया जा रहा है। अतः आप लेख में अंतर तक बने रहें और शिवाजीराव पर लिखे गए इस बेहतरीन लेख में दी जा रही जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
छत्रपति शिवाजी जयंती 2024 | Chhatrapati Shivaji Jayanti 2024
शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 शिवनेरी किले पुणे महाराष्ट्र में हुआ। शिवाजीराव की माता जीजाबाई और पिता शाहजी राजे थे। शिवाजी जयंती को महाराष्ट्र क्षेत्र के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी एक भव्य क्षेत्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। Chhatrapati Shivaji Maharaj शक्तिसाली राजा थे। जिन्होंने अपनी दिलेरी से मराठा समुदाय में हिम्मत भरी। देश के लोगों में देश प्रेम के प्रति भावना जागृत की। इसीलिए उनकी महिमा आज भी भारतीय के दिलों में राज करती हैं। 19 फरवरी को हर वर्ष शिवाजी छत्रपति का जन्म उत्सव मराठा समुदाय बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाता है। 2024 में 19 फरवरी के दिन छत्रपति शिवाजी जयंती मनाई जाएगी।
छत्रपति शिवाजी राव युद्ध इतिहास | Chhatrapati Shivaji Rao War History
शिवाजी महाराज बचपन से ही होनहार और हिम्मत वाले थे। शिवाजी ने 16 वर्ष की आयु में अपने जीवन की प्रथम लड़ाई लड़ते हुए टोमा किले पर कब्जा किया। 17 साल की उम्र में युद्ध कला में पारंगत छत्रपति शिवाजी कोंडाणा किलो और रायगढ़ का अधिग्रहण कर लिया। उस समय के सबसे प्रसिद्ध प्रमुख लड़ाइयां में से कुछ में अफजल खान के विरुद्ध प्रतापगढ़ के भयंकर युद्ध में शामिल हुए। इसी के साथ शिवाजी की लड़ाई धीरे-धीरे जीत की ओर बढ़ती हुई चली गई बावन खेड़ी की लड़ाई, कोलाहपुर की लड़ाई, विशालगढ़ की लड़ाई आधी में जीत हासिल की और उनकी उत्कृष्ट सेना ने अदम्य साहस है। सभी किलों पर सेना में पल भर में कब्जा कर लिया।
छत्रपति शिवाजी जयंती क्यों मनाई जाती है | Why is Chhatrapati Shivaji Jayanti celebrated
छत्रपति मराठा सम्राट हुआ करते थे। उन्होंने 16 वर्ष की आयु से ही युद्ध कला में पारंगता हासिल कर ली थी। पहला टोमा किले पर कब्जा कर अपनी जीत की मुहर लगा दी। मराठा समुदाय बिखर रहा था तथा समुदाय में अनेक प्रकार की भ्रांतियां होने की वजह से समाज खोकला होता चला जा रहा था। छत्रपति शिवाजी ने अपने समाज को इकट्ठा किया और इसे ताकतवर बनाने में अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। शिवाजीराव महाराज 16 साल की उम्र में युद्ध करना सीख चुके थे। अफजल खान जैसे योद्धाओं के विपक्ष में प्रतापगढ़ की लड़ाई मराठा समुदाय के लिए शिवाजी राव अदम्य साहस से भरी शक्ति से कम नहीं थे। स्वभाव समाज प्रेमी था। इसी प्रेम के चलते आज भी शिवाजी राव मराठा समुदाय के दिलों में राज करता है। भारत को गौरवान्वित करता है। छत्रपति के अदम्य साहस के चलते 19 फरवरी को हर वर्ष छत्रपति शिवाजी जयंती मनाई जाती है।
छत्रपति शिवाजी जयंती उत्सव कैसे बनाया जाता है | How Chhatrapati Shivaji Jayanti festival is made
भारत के महाराष्ट्र राज्य में सबसे भव्य रुप में छत्रपति शिवाजी का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन विशेष कार्यक्रम होते हैं जैसे:-
- छत्रपति शिवाजी जयंती के दिन भव्य रंगीन जुलूस निकाले जाते हैं। जहां पर कई कलाकार पारंपारिक और सांस्कृतिक गीतों नृत्य एवं छत्रपति शिवाजी की विशेषताओं का नाट्य में वर्णन करते हैं।
- देश के विभिन्न स्थानों पर कई जगह जुलूस निकाले जाते हैं। जिसमें कलाकार शिवाजी का अभिनय करते हैं। भारत के कुछ राज्यों में शिवाजी महाराज के सूर्य और जीवन को दर्शाने वाले नाटकों का आयोजन किया जाता है।
- महाराष्ट्र सरकार द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्म उत्सव पर राजकीय अवकाश घोषित किया जाता है।
- सभी मराठा समुदाय तथा अन्य समुदाय शिवाजी महाराज की जयंती पर सैन्य कौशल और साहस को श्रद्धांजलि देकर गर्व महसूस करते हैं।
- शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए जाते हैं तथा उन्हें अदम्य साहस के साथ मराठा समुदाय के प्रतीक बनने पर गौरवान्वित होते हैं।
FAQ’s Chhatrapati Shivaji Jayanti 2024
Q. छत्रपति शिवाजी जयंती क्यों मनाई जाती है?
Ans. छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती 19 फरवरी को धूमधाम के साथ महाराष्ट्र तथा देश के अन्य राज्यों में मनाई जाती है। छत्रपति शिवाजी ने अपने जीवन काल में मराठों तथा अन्य समुदाय को इकट्ठा करने और उन्हें ताकतवर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसीलिए प्रति माह 19 फरवरी को शिवाजी जयंती मनाई जाती है।
Q. छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु कैसे हुई?
Ans. छत्रपति शिवाजी महाराज को 52 वर्ष की आयु में बुखार और पेचिश की गंभीर बीमारी हो गई थी। शिवाजी ने 3 अप्रैल 1680 को रायगढ़ में अपना शरीर त्याग दिया। कुछ इतिहासकारों का कहना है कि शिवाजीराव को जहर का सेवन करने के कारण मृत्यु हुई थी। उनकी मृत्यु का वास्तविक कारण अभी भी रहस्य बना हुआ है।
Q. शिवाजी जयंती कब मनाई जाती है?
Ans. प्रतिवर्ष 19 फरवरी को शिवाजी जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। वर्ष 2024 में 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई जाएगी।
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