परिचय:
Makar Sankranti 2024 – मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के उपलक्ष्य में पूरे भारत में मनाया जाने वाला त्योहार है। यह आमतौर पर हर साल 14 या 15 जनवरी को पड़ता है। यह त्यौहार विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है और अनोखे रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति कैसे मनाई जाती है, इस प्रकार हैं:
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में इस त्यौहार को ‘खिचड़ी पर्व’ या ‘मकर संक्रांति’ के नाम से जाना जाता है। लोग नदियों, विशेषकर गंगा में पवित्र डुबकी लगाते हैं और प्रार्थना करते हैं। पतंग उड़ाना एक लोकप्रिय गतिविधि है और तिल और गुड़ से बनी विशेष मिठाइयाँ तैयार की जाती हैं।
गुजरात
गुजरात में मकर संक्रांति को ‘उत्तरायण’ के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव अहमदाबाद में आयोजित किया जाता है, जो दुनिया भर से पतंग प्रेमियों को आकर्षित करता है। लोग पतंग उड़ाने की प्रतियोगिताओं में शामिल होते हैं और आकाश विभिन्न आकृतियों और आकारों की जीवंत पतंगों से भर जाता है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में इस त्योहार को ‘मकर संक्रांत’ या ‘तिलगुल’ के नाम से जाना जाता है। लोग तिलगुल (तिल और गुड़ की मिठाई) का आदान-प्रदान करते हैं और “तिलगुल घ्या, गोड गोड बोला” (तिलगुल लो और मीठा बोलो) कहकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में इस त्योहार को ‘पोंगल’ कहा जाता है। यह चार दिवसीय फसल उत्सव है जहां लोग “पोंगल” नामक एक विशेष पकवान पकाते हैं, जो नए कटे चावल, दूध और गुड़ से बनाया जाता है। यह त्यौहार सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक नृत्यों द्वारा चिह्नित है।
कर्नाटक
कर्नाटक में मकर संक्रांति को ‘संक्रांति हब्बा‘ के रूप में मनाया जाता है। लोग नदियों में पवित्र स्नान करते हैं और मंदिरों के दर्शन करते हैं। यह त्यौहार ‘एलु बेला’ नामक एक विशेष व्यंजन तैयार करने के लिए जाना जाता है, जो तिल, मूंगफली और गुड़ का मिश्रण होता है।
राजस्थान
राजस्थान में मकर संक्रांति बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। लोग पतंग उड़ाते हैं, और पारंपरिक लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन होते हैं। तिल और गुड़ से बनी विशेष मिठाइयों (Badam Halwa) का सेवन किया जाता है।
बिहार और झारखंड
इन राज्यों में मकर संक्रांति को ‘खिचड़ी’ या ‘तिल संक्रांति’ के नाम से जाना जाता है। लोग नदियों में डुबकी लगाते हैं, प्रार्थना करते हैं और तिल और गुड़ की मिठाइयाँ बाँटते हैं। इस दिन खिचड़ी (चावल और दाल से बनी डिश) खाना शुभ माना जाता है।
असम
असम में मकर संक्रांति को ‘माघ बिहू’ के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार पारंपरिक असमिया नृत्य, दावत और अलाव जलाकर मनाया जाता है। लोग पीठा और लारस जैसी घर की बनी मिठाइयों (Besan Ladoo) का आदान-प्रदान करते हैं।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना
तेलुगु में ‘पेड्डा पांडुगा’ के नाम से मशहूर मकर संक्रांति को ‘अरिसेलु’ नामक एक विशेष व्यंजन तैयार करने और पतंग उड़ाने के साथ मनाया जाता है। संक्रांति से एक दिन पहले भोगी उत्सव में पुरानी और बेकार वस्तुओं को जलाया जाता है।
पंजाब
पंजाब में इस त्योहार को ‘लोहड़ी‘ के नाम से जाना जाता है, जिसे अलाव, लोक गीत और नृत्य के साथ मनाया जाता है। लोग भरपूर फसल के लिए प्रार्थना करते हैं और तिल, गुड़ और पॉपकॉर्न जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थ साझा करते हैं।
Makar Sankranti 2024 निष्कर्ष:
ये विविध उत्सव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक छवि और विभिन्न राज्यों में लोगों द्वारा मकर संक्रांति मनाने के विभिन्न तरीकों को प्रदर्शित करते हैं, मकर संक्रांति भारत भर में विभिन्न रूपों में मनाई जाती है और प्रत्येक राज्य में इसे अपनी विशेषता के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार उत्सव और सांस्कृतिक धाराओं का एक सुंदर परिचय प्रदान करता है, जो भारतीय समृद्धि और एकता की अनूठा चित्रण है। विभिन्न राज्यों में यह त्योहार विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है, यह साबित करता है कि विभिन्न स्थानों में एक ही त्योहार को अनुभव करने का एक विशेष और आनंदमय माहौल होता है।