Green House Effect in Hindi:- जैसा की आप लोगों को मालूम है कि हमारे वातावरण में अगर ग्रीनहाउस गैस की मात्रा अधिक हो जाती है तो कई प्रकार के प्रकृतिक आपदाएं और घटनाएं घटती है I जिसका खामियाजा मानव जाति के अलावा पशु पक्षियों को भी भुगतना पड़ता है . यही वजह है कि ग्रीन हाउस का प्रभाव (Greenhouse Ka Prabhav) हमारे वातावरण के लिए काफी घातक है I इसलिए हम इस आर्टिकल में ग्रीन हाउस प्रभाव से संबंधित सभी चीजों के बारे में आपको विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे .जैसे- ग्रीन हाउस प्रभाव किसे कहते हैं? (What is GreenHouse Effects) ग्रीन हाउस के उद्देश्य, ग्रीन हाउस प्रभाव के लाभ, ग्रीन हाउस और गैस ग्रीन हाउस प्रभाव के नुकसान अगर आप इसके बारे कुछ भी नहीं जानते हैं तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे साथ आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे हैं आइए जानते हैं-
Green House Effects Kya Hai 2023
आर्टिकल का प्रकार | ग्रीन हाउस प्रभाव क्या है |
आर्टिकल का नाम | ग्रीन हाउस प्रभाव क्या है |
साल | 2023 |
ग्रीन हाउस प्रभाव का उद्देश्य | पृथ्वी पर तापमान को नियंत्रित करना |
सबसे बड़ी ग्रीन हाउस गैस कौन है | कार्बन डाइऑक्साइड |
ग्रीन हाउस गैस के प्रभाव को कम करने के उपाय | अधिक मात्रा में सौर ऊर्जा का प्रयोग करें |
ग्रीन हाउस प्रभाव किसे कहते हैं? | Green House Effect in Hindi
ग्रीन हाउस प्रभाव (Green House Effects) यानी जिसे हम लोग हरित गृह प्रभाव के नाम से जानते हैं या एक प्रकार का प्रत्यय की प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी भी ग्रह का उपग्रह के वातावरण में मौजूद कुछ Gas वातावरण के तापमान को अपेक्षाकृत काफी अधिक गर्म कर देती हैं जिसके कारण कई प्रकार की गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं I इन ग्रीनहाउस गैसों में कार्बन डाई आक्साइड, जल-वाष्प, मिथेन आदि शामिल हैं।
ग्रीन हाउस के उद्देश्य | Green House Effects Aim
जैसा कि आप लोग जानते हैं कि पृथ्वी पर कई प्रकार के गैस विद्वान है ऐसे में उनके बीच संतुलन बनाए रखना काफी आवश्यक होता है यही वजह है कि ग्रीन हाउस का प्रमुख उद्देश्य पृथ्वी पर जीवन के लिए उपयुक्त तापमान उपलब्ध करवाना है ताकि मानव जाति के अलावा सभी प्राणी आसानी से पृथ्वी पर जीवित रह सके I ग्रीनहाउस (GreenHouse Effects) प्रभाव के के द्वारा पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित ऊष्मा बस पृथ्वी की सतह से अंतरिक्ष में बाहर की ओर जाएगी और पृथ्वी का औसत तापमान लगभग -20°C होगा।
ग्रीन हाउस प्रभाव के लाभ | Green House Effects Benefits
- ग्रीन हाउस प्रभाव पृथ्वी पर तापमान की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है जिसके कारण आप पृथ्वी पर जीवन जी पाते हैं I
- ग्रीन हाउस गैसें हानिकारक सौर विकिरण को पृथ्वी की सतह पर पहुंचने से रोकते हैं
- ग्रीन हाउस गैसों में ओजोन एक महत्वपूर्ण ग्रीन हाउस गैस है इसके के माध्यम से ही पृथ्वी पर हानिकारक पराबैंगनी किरण नहीं पहुंच पाती हैं I
- ग्रीन हाउस प्रभाव पृथ्वी पर पानी के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है. क्योंकि इसके माध्यम से पृथ्वी पर तापमान को नियंत्रित किया जाता है जिसके पास रूप पृथ्वी पर उपस्थित बर्फ पिघलता नहीं है I ध्रुवीय बर्फ की टोपियां ध्रुवीय क्षेत्रों तक ही सीमित रहती हैं.
ग्रीन हाउस और गैस | Green House And Gas
- कार्बन-डाइऑक्साइड
- मीथेन
- नाइट्रस ऑक्साइड
- हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन (HCFC)
- हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFC)
- क्षोभ मंडलीय ओजोन
ग्रीनहाउस प्रभाव के नुकसान | Greenhouse Effects Disadvantage
- ग्रीन हाउस गैस की वृद्धि के कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है इसके पास शुरु पृथ्वी पर तूफान भूकंप बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाएं आएंगे I
- ग्रीनहाउस गैस के कारण के लिए ग्लेशियर पिघल रहे हैं I अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन पूरी पृथ्वी पानी में डूब जाएगा ऐसी स्थिति में पृथ्वी पर संपूर्ण प्राणी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा I
- ग्रीनहाउस गैसें जैसे क्लोरोफ्लोरोकार्बन, मीथेन, कार्बन-डाइऑक्साइड इत्यादि के संचय से समताप मंडल में ओजोन परत का ह्रास हो रहा है. ऐसे स्थिति में पृथ्वी पर पैरा बैंगनी किरणे पहुंच सकती हैं जो स्किन कैंसर का कारण बन सकती हैं I
ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण
- जीवाश्म ईंधन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनका व्यापक रूप से परिवहन और बिजली उत्पादन में उपयोग किया जाता है। जीवाश्म ईंधन जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड निकलती है। जनसंख्या में वृद्धि के साथ, जीवाश्म ईंधन का उपयोग बढ़ गया है। इससे वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों की रिहाई में वृद्धि हुई है।
- पौधे और पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। पेड़ों की कटाई के कारण ग्रीनहाउस गैसों में काफी वृद्धि होती है जिससे पृथ्वी का तापमान बढ़ता है।
- उर्वरकों में प्रयुक्त नाइट्रस ऑक्साइड वायुमंडल में ग्रीनहाउस प्रभाव के योगदानकर्ताओं में से एक है।
- उद्योगों और कारखानों से हानिकारक गैसें उत्पन्न होती हैं जो वायुमंडल में उत्सर्जित होती हैं।
- लैंडफिल कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन भी छोड़ते हैं जो ग्रीनहाउस गैसों में शामिल होते हैं।
FAQ’s Green House Effect in Hindi
Q. ग्रीन हाउस गैसें कितनी होती हैं?
Ans. कार्बनडाइऑक्साइड (सीओ 2), मीथेन (सीएच 4), नाइट्रस ऑक्साइड (एन 2ओ), हाइड्रोफ्लूरोकार्बन (एचएफसी), परफ्लूरोकार्बन (पीएफसी), सल्फर हेक्साफ्लोराइड (एसएफ 6) शामिल हैं।
Q. सबसे शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस कौन सी है?
Ans. सबसे शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस कार्बन डाइऑक्साइड है I
Q. ग्रीनहाउस गैसें कहां से आती हैं?
Ans. बिजली या गर्मी के लिए ईंधन जलाने, रासायनिक प्रतिक्रियाओं के माध्यम से, और औद्योगिक प्रक्रियाओं या उपकरणों से रिसाव से प्रत्यक्ष उत्सर्जन उत्पन्न होता है। अधिकांश प्रत्यक्ष उत्सर्जन ऊर्जा के लिए जीवाश्म ईंधन की खपत से आते हैं I
Q. ग्रीन हाउस प्रभाव को कम करने के क्या उपाय हैं?
Ans.
- .नवीकरणीय व न्यून प्रदूषणकारी ऊर्जा स्रोतों का अधिक प्रयोग किया जाए I
- टेलीविज़न, रेफ्रीजरेटर, एयर-कंडीशनर आदि ग्रीनहाउस गैसों को उत्सर्जित करने वाली उपभोक्ता वस्तुओं का कम से कम प्रयोग किया जाए I
- वाहनों का कम प्रयोग किया जाए या फिर सीएनजी जैसे कम प्रदूषणकारी ईंधन का वाहनों में प्रयोग किया जाए I