Mirabai Chanu Biography in Hindi: साइखोम मीराबाई चानू एक वेटलिफ्टिंग महिला खिलाड़ी हैं और उन्होंने हाल के दिनों में कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम विश्व में रोशन किया है | भारत सरकार ने उन्हें पदम श्री अवार्ड से भी नवाजा गया | साइको मीराबाई चानू मणिपुर की रहने वाली है बाजार के आज के समय में मीडिया मेवा चर्चा का विषय बनी हुई है और सभी लोगों के मन में उनके जीवन के बारे में जानने की उत्सुकता तेजी के साथ आ रही है मीराबाई चानू कौन है?मीराबाई चानू का प्रारंभिक जीवन
मीराबाई चानू की शिक्षा’ मीराबाई चानू का परिवार (Mirabai Chanu Family) मीराबाई चानू का स्पोर्ट्स के लिए संघर्ष
मीराबाई चानू को टोक्यो ओलंपिक मे सफलता’ मीराबाई चानू रिकार्ड्स (Mirabai Chanu Records) पूरी जानकारी के लिए हमारे आर्टिकल पर बने रहे:-
मीराबाई चानू कौन है? Mirabai Chanu Kaun Hai?
मीराबाई चानू भारत के एक ऐसी वेटलिफ्टिंग महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया हालांकि उन्होंने गोल्ड मेडल जीतने का भरसक प्रयास किया लेकिन असफल लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया उनके इस उपलब्धि को आने वाली पीढ़ी याद रखेगी प्रत्येक भारतीय उनको आभार व्यक्त कर रहा है उन्होंने भारत का नाम ओलंपिक में ऊंचा किया है उनके इस उपलब्धि पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उनसे फोन पर बात कर उनको हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान किया है |
मीराबाई चानू का प्रारंभिक जीवन | Mirabai Chanu Early Life
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के इंफाल एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी फिर भी मैंने अपने संघर्ष और असम के बल पर ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का नाम ऊंचा किया है मीराबाई चानू उन सभी लड़कियों के लिए थे ना कि स्रोत हैं जो जीवन में कुछ करना चाहती हैं |
मीराबाई चानू की शिक्षा | Mirabai Chanu Education
मीराबाई चानू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के प्राथमिक स्कूल से प्राप्त किया हालांकि बचपन में उनका मन पढ़ाई की अपेक्षा खेलकूद में ज्यादा था इसलिए शुरुआत से ही उनका पूरा फोकस खेल रहा था मीराबाई चानू ने यह स्नातक की डिग्री प्राप्त किए |
मीराबाई चानू का परिवार (Mirabai Chanu Family)
पिता का नाम | साइखोम कृति |
माता का नाम | साइखोम ओंगबी टोंबी लेइमा |
भाई का नाम | साइखोम सनातोंबा |
बहन का नाम | साइखोम रंगिता, साइखोम शाया |
मीराबाई चानू का स्पोर्ट्स के लिए संघर्ष | Mirabai Chanu’s Struggle For Sports
मीराबाई चानू का एक वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी बनने का यह सफर है वह काफी संघर्ष से भरा हुआ है अगर हम उस पर नजर डालें तो आपको मालूम चलेगा कि उन्होंने किस प्रकार परिश्रम और संघर्ष के माध्यम से अपने आप को एक उम्दा वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी बनाया | उनके बारे में कहा जाता है कि वह जंगल में लकड़ियां धोने का काम करती थी जिसके कारण शुरुआती दिनों से ही उन्हें वेटलिफ्टिंग करने का एक अच्छा खासा अनुभव हो गया था इसीलिए उन्होंने वेटलिफ्टिंग को अपना करियर का विकल्प चुना हालाकी ट्रेनिंग के लिए उन्हें इंफाल जाना पड़ता था लेकिन के पास इतने पैसे नहीं है यातायात के माध्यम से वहां पर पहुंच सके इसलिए वह बालू धोने वाले ट्रक से लिफ्ट लिया करती थी हालांकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम था क्योंकि एक तो वह लड़की थी और उनके साथ कोई भी गलत काम हो सकता था’ लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं कि और लगातार इंफाल ट्रेनिंग के लिए जाने लगी इस प्रकार हम कह सकते हैं कि उनका Sports Career काफी संघर्ष से भरा हुआ है | ऐसे में मीराबाई चानू उन लड़कियों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं जो जीवन में अपने सपने को पूरा करना चाहती हूं | नीरज चोपड़ा कैसे बने एथलीट करियर सब कुछ जाने |
मीराबाई चानू रिकार्ड्स (Mirabai Chanu Records)
● साल 2017 में हुई वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता
● साल 2014 में इन्होने ग्लासगो में आयोजित कॉमन वेल्थ गेम्स में भी 48 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया
● वर्ष 2018 में भी इन्होने कॉमन वेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया क्योंकि वेटलिफ्टिंग में उन्होंने भारत को पहली बार गोल्ड मेडल दिलाने का काम किया |
● 2016 में संपन्न रिओ ओलिंपिक में हुआ था लेकिन इसमें उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और भारत के लिए उन्होंने कोई भी मेडल नहीं लाया
● साल 2016 में गुवाहाटी में आयोजित 12 Th साउथ एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता |
मीराबाई चानू ने कतर इंटरनेशनल कप में गोल्ड मेडल | Mirabai Chanu Goldmedal
मीराबाई चानू है कतर में 49 किलो केटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया इसके अलावा उन्होंने ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में 194 किलो वर्ग में पीला तमगा हासिल किया जो प्रत्येक भारतीयों के लिए गौरव की बात थी |
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किलो
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने अपना नाम एशियाई खेलों से वापस ले लिया है जो अपने आप में चौंकाने वाला फंसाते हैं क्योंकि कुछ दिन पहले कतर इंटरनेशनल में उन्होंने भारत के लिए गोल्ड मेडल जिताने का रिकॉर्ड बनाया था इसलिए लोगों उम्मीद थी कि एशियाई खेलों में भारत के लिए गोल्ड मेडल ला सकती है लेकिन उन्होंने फैसला लिया है कि वह एशियाई खेलों में सम्मिलित नहीं होगी |
मीराबाई चानू को पुरस्कार व सम्मान | Mirabai Awards & Honors
वर्ष 2014 | 15 गोल्ड मेडल 30 सिल्वर मेडल और 19 कस्य पदक जीते |
वर्ष 2014 | ग्लासगो कॉमनवेल्थ के 48 किलोग्राम के कैटेगरी में सिल्वर मेडल |
वर्ष 2016 | 12वीं साउथ एशियन गेम्स गुवाहाटी में गोल्ड मेडल जीता |
वर्ष 2017 | वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के 48 किलोग्राम के कैटेगरी में गोल्ड मेडल |
वर्ष 2018 | 48 किलोग्राम की कैटेगरी में गोल्ड मेडल (कॉमनवेल्थ गेम्स) |
मणिपुर के मुख्यमंत्री के द्वारा 2000000 रुपए की राशि | खेलों अच्छा प्रदर्शन करने के लिए दिया गया |
वर्ष 2021 | 50 किलोग्राम की कैटेगरी में सिल्वर मेडल (टोक्यो ओलंपिक खेल में) |
Mirabai Chanu – Appointed as ASP
मीराबाई चानू आज की तारीख में मणिपुर राज्य में ASP के पद पर नियुक्त की गई है उनको या पाते टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद दिया गया है | उनकी नियुक्ति सीधे तौर पर मणिपुर के मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह के द्वारा की गई है और साथ में उन्हें दो करोड़ की राशि भी दी गई थी | ज्योति मौर्य का जीवन परिचय के बारे में यहां जाने
FAQ’s: मीराबाई चानू की जीवनी | Mirabai Chanu Biography in Hindi
मीराबाई चानू का पूरा नाम क्या है?
Ans. उनका पूरा नाम साइखोम मीराबाई चानू है।
प्र० मीराबाई चानू कौन से राज्य से है?
Ans. मीराबाई चानू का जन्म मणिपुर के इंफाल में एक छोटे से कस्बे नोंगपोक काकचिंग में मध्यम वर्गीय गरीब परिवार से उनका संबंध है
Q मीराबाई चानू का संबंध किस खेल से है?
Ans. मीराबाई चानू एक भारतीय वेटलिफ्टिंग महिला खिलाड़ी हैं |
Q. मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में कितना वजन उठाया?
Ans. मीराबाई चानू ने 49 किलो वर्ग में हिस्सा लिया। उन्होंने Snatch में 86 किलो, जबकि clean and jerk में 119 किलो का भार उठाया था जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है