जैसा कि आप सभी जानते हैं, वर्तमान समय डिजिटल पेमेंट्स को लेकर अत्यधिक आक्रामक है। छोटे से छोटे पेमेंट से लेकर बड़े से बड़े ट्रांजैक्शन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होने लगे। समस्या तब आती है, जब digital payments करने हेतु इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं हो। ऐसी असुविधा अक्सर गांव कस्बों में देखी जाती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए RBI (Reserve Bank of India) द्वारा एक रूपरेखा तैयार की गई है। जिसमें आप offline transactions कर सकते हैं। RBI ने इस ट्रांजैक्शन व्यवस्था को UPI123Pay पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है। जिसमें अधिकतम ₹200 का ट्रांजैक्शन ऑफलाइन माध्यम से किया जा सकता है। ₹200 का ट्रांजैक्शन एक समय पर 10 बार किया जा सकता है। अर्थात ₹2000 तक ऑफलाइन ट्रांजैक्शन की जा सकती है। अब आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा की Offline Digital Payment Kaise Hoga |
आइए जानते हैं, offline transaction system क्या है? बिना internet के payment कैसे कर सकते हैं? offline UPI 123 Pay transaction को लेकर RBI का क्या कहना है? ट्रांजैक्शन करने हेतु इस प्रक्रिया को अपनाना होगा। इस संबंधित संपूर्ण विवरण जानने के लिए लेख में अंत तक बने रहे।
बिना इंटरनेट लेनदेन करने की प्रक्रिया | Process for doing internet transaction without internet | UPI123Pay UPI Service For Feature Phones
दरअसल RBI द्वारा सितंबर 2021 में ऑफलाइन ट्रांजैक्शन UPI 123 Pay व्यवस्था को मंजूरी दी गई थी। इस व्यवस्था के अंतर्गत अतिरिक्त सत्यापन कारक/Additional Factor Authentication (AFA) की जरूरत नहीं होगी। Offline Digital Payment करने के लिए आमने-सामने किसी भी भुगतान माध्यम का उपयोग किया जा सकेगा। जिसमें मसलन कार्ड, वॉलेट, मोबाइल उपकरण, एटीएम कार्ड आदि हो सकते हैं। भुगतान करते समय प्रक्रिया ऑफलाइन की जाएगी। कुछ समय बाद ग्राहक को SMS या ई-मेल के जरिए पेमेंट अलर्ट प्राप्त होगा। पायलट प्रोजेक्ट के अनुरूप लेन-देन की सीमा ₹200 रखी गई है। एक नंबर या किसी एक व्यक्ति को लेनदेन के लिए 10 बार अधिकृत किया गया है। अर्थात ₹2000 तक का ट्रांजैक्शन किया जा सकता है।
बिना इंटरनेट लेनदेन पर RBI क्या कहता है | What does RBI say on offline transactions
भारतीय रिजर्व बैंक काफी समय से मील रही ट्रांजैक्शन शिकायतों पर गौर कर रहा था। अधिकांश शिकायतों में इंटरनेट की समस्या सामने आई है। यह समस्या गांव कस्बों तथा शहरों से दूर-दराज बसे क्षेत्र की थी। RBI ने सितंबर 2020 से जून 2021 के दौरान ऑफलाइन UPI 123 Pay ट्रांजैक्शन को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया था। इसके बाद आरबीआई ने 6 अगस्त को इससे जुड़ी पायलट स्कीम को मंजूरी दे दी। RBI के द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार पायलट प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार की गई। इसे आम जनता के लिए 3 जनवरी 2022 से शुरू किया गया। फिलहाल कम राशि पर शुरू किया गया है। मिनिमम ₹200 से लेकर मैक्सिमम ₹2000 तक का ट्रांजैक्शन किया जा सकता है।
आवश्यक सुचना व दिशानिर्देश
यूपीआई 123 पे की सर्विस शुरू करने के लिए आपका खता बैंक से लिंक होना चाहिए।
लेन देन के विकल्पों का चुनाव करना होगा।
आपके पास UIP no होना चाहिए।
UPI123Pay के लाभ
- UPI 123 Pay फीचर फोन स्तेमाल करने वाले इस बेमिशाल सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।
- अपने परिवार के सदस्यों को पैसा भेज सकते हैं।
- बिल का भुगतान कर सकते हैं।
- फास्टटैग रिचार्ज कर सकते हैं।
- ऐप्प स्कैन को छोड़कर सभी भुगतान कर सकते हैं।
ऑफलाइन ट्रांजैक्शन की संपूर्ण प्रक्रिया | Complete process of offline digital transaction
ऑफलाइन ट्रांजैक्शन इस पद्धति का नाम होगा जहां पर इंटरनेट, टेलीकॉम कनेक्टिविटी की जरूरत नहीं होगी। offline digital payment अपनाने के लिए निर्धारित पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर (पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर PSO) और पेमेंट सिस्टम पार्टिसिपेट PSP को RBI की नई गाइडलाइन को फॉलो करना होगा। ऑफलाइन ट्रांजैक्शन पद्धति में अधिकतम ₹2000 का पेमेंट सफलतापूर्वक किया जा सकता है। यदि 2 हजार से अधिक ट्रांजैक्शन करना हो तो उसे ऑनलाइन प्रक्रिया का सहारा लेना पड़ेगा। जो कि Additional Factor Authentication (AFA) के साथ ही कर पाना संभव होगा।
- सर्वप्रथम IVR नंबर 08045163666 नंबर पर कॉल करें।
- कॉल के दौरान मनी ट्रांसफर का विकल्प चुने
- जिस व्यक्ति को पैसा ट्रांसफर करना हो फोनबुक से नाम चयन करें।
- राशि का चयन करें।
- UPI पिन का उपयोग करें।
- दर्ज जानकारी को फिर से चेक करें।
- पेय विकल्प पर क्लिक करें।
- आपका पेमेंट सफल होते ही SMS प्राप्त होगा।
Digisaathi Helpline No.
TollFree No. 18008913333
Phone No. 14431
Website:- www.digisaathi.info
ऑफलाइन डिजिटल ट्रांजैक्शन प्रक्रिया क्यों शुरू की गई | Why was the offline digital transaction process started
जैसा कि आप उपरोक्त में जान ही चुके हैं, कि शहर से दूर दराज में बसे गांव कस्बे ऐसे हैं जहां पर इंटरनेट, टेलीकॉम कनेक्टिविटी अन्य प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को पैसे ट्रांसफर करने, रिसीव करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अधिकांश गांवों के लोगों को तो शहर की ओर रुख करना पड़ता है। तब जाकर वह ट्रांजैक्शन को अंजाम दे पाते हैं। इसी समस्या को देखते हुए ऑफलाइन ट्रांजैक्शन पद्धति लाई जा रही है। इससे ग्रामीण इलाकों में बस रहे लोगों को काफी मदद मिलेगी। जहां पर इंटरनेट की समस्या बनी रहती है वहां पर ऑफलाइन ट्रांजैक्शन ऐसे लोगों के चेहरे पर खुशी का काम करेगी।
- ऑफलाइन ट्रांजैक्शन के दौरान ग्राहक की अनुमति आवश्यक होगी। बिना ग्राहक की अनुमति के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं किया जा सकेगा।
- ग्रामीणों को ₹2000 के ट्रांजैक्शन के लिए अब घर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
- बिना इंटरनेट बिना टेलीकॉम कनेक्टिविटी के भी अपने गांव-कस्बे में पैसे की लेनदेन कर सकेंगे।
Q. बिना इंटरनेट के डिजिटल पेमेंट कैसे होगा?
Ans. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ऐसी पद्धति को अंजाम दिया जा रहा है। जिसमें डिजिटल पेमेंट भी होगा और किसके लिए इंटरनेट तथा अन्य टेलीकॉम कनेक्टिविटी की आवश्यकता नहीं होगी। इसके लिए PSO तथा PSP पेमेंट मेथड को आरबीआई की नई गाइडलाइन फॉलो करनी होगी।
Q. ऑफलाइन ट्रांजैक्शन कब से शुरू होगा?
Ans. आरबीआई ने 3 जनवरी 2022 को ऑफलाइन डिजिटल ट्रांजैक्शन को मंजूरी दे दी है।
Q. Offline Digital Payment के दौरान कितनी राशि ट्रांसफर की जा सकती है?
Ans. ऑफलाइन डिजिटल पेमेंट पद्धति के दौरान ₹200 ट्रांसफर किए जा सकते हैं। एक व्यक्ति को ₹200 की 10 बाहर ट्रांजैक्शन किया जा सकता है। अतः ₹2000 तक का एक ट्रांजैक्शन अधिकतम किया जा सकता है।