Balika Diwas Essay in Hindi:- बालिकाओं के लिए राष्ट्रीय कार्य दिवस के रूप में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस (national girl child day) मनाया जाता है। देश में लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अहम दर्जा देना ही इस दिवस का मुख्य लक्ष्य है। समाज में बालिका के बारे में फैली असमानताओं को मिटाने के लिए लोगों के बीच जागरुकता को बढ़ाना इस दिवस को मनाने का लक्ष्य है। बालिकाओं के साथ भेद-भाव आज की एक बड़ी समस्या है, जो कई क्षेत्रों में व्याप्त है, जैसे शिक्षा में असमानता, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सीय देख-रेख, सुरक्षा, सम्मान, बाल विवाह आदि। भारत सरकार (Indian government) द्वारा राष्ट्रीय बालिका विकास मिशन (National Girl Child Development Mission) के रूप में राष्ट्रीय बालिका दिवस (Rashtriya Balika Diwas) मनाने की शुरुआत हुई। लड़कियों की उन्नति के महत्व के बारे में लोगों के बीच यह मिशन जागरुकता को बढ़ाता है। यह दूसरे सामुदायिक सदस्यों और माता-पिता के प्रभावकारी समर्थन के द्वारा फैसला लेने की प्रक्रिया में लड़कियों को सार्थक योगदान को बढ़ाता है। इस को हमने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध
Rashtriya Balika Diwas Essay in Hindi राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध हिंदी में Balika Diwas Par Nibandh राष्ट्रीय बालिका दिवस निबंध PDF .राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 10 लाइन इन पॉइन्ट पर तैयार किया है।इस लेख को आखिर तक पढ़े और बालिक दिवस के बारे में जाने।
Rashtriya Balika Diwas Essay in Hindi
टॉपिक | राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध |
लेख प्रकार | निबंध |
साल | 2023 |
राष्ट्रीय बालिका दिवस | 24 जनवरी |
आवर्ती | प्रतिवर्ष |
महत्व | बालिका शिक्षा, लिंगानुपात, बाल विवाह और उनके कानूनी अधिकार, चिकित्सा |
उद्देश्य | लड़कियों के प्रति लोगों को जागरुक करना |
शुरुआत | 2008 |
मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास द्वारा |
थीम 2023 | अभी तय नहीं हुई |
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध हिंदी में | Essay On National Girl Child Day
Rashtriya Balika Diwas Essay:-सामाजिक लोगों के बीच बालिकाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए और समाज में लड़कियों की स्थिति को बढ़ावा देने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। ये बहुत जरूरी है कि, विभिन्न प्रकार के सामाजिक भेदभाव और शोषण को समाज से पूरी तरह से हटाया जाए, जिसका हर रोज लड़कियां अपने जीवन में सामना करती हैं। समाज में लड़कियों के अधिकारों की जरूरत के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये एक समान शिक्षा और मौलिक आजादी के बारे में विभिन्ऩ राजनीतिक और सामुदायिक नेता जनता के बीच भाषण देते हैं।
लड़कियों के लिये यह बहुत जरूरी है कि वो सशक्त।, सुरक्षित और बेहतर माहौल प्राप्त करें। उन्हें जीवन की हर सच्चाई और कानूनी अधिकारों से रूबरू होना चाहिए। उन्हें इसकी जानकारी होनी चाहिए, कि उनके पास अच्छी शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य को बेहतर रखने का अधिकार है। जीवन में अपने उचित अधिकार और सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें बहुत अच्छे से कानून सहित घरेलू हिंसा की धारा 2009, बाल-विवाह रोकथाम एक्ट 2009, दहेज रोकथाम एक्ट 2006 आदि से अवगत होना चाहिए।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) ने “धनलक्ष्मी योजना” की शुरुआत की, जिसके तहत बालिका शिशु के परिवार को नकद हस्तांतरण के द्वारा मूलभूत जरूरतों जैसे असंक्रमीकरण, जन्म पंजीकरण, स्कूल में नामांकन को पूरा किया जाता है। इसीलिए बालिकाओं को बराबरी का दर्जा देने के लिए देश के लोगों की जागरुकता को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय बालिका दिवस (Rashtriya balika diwas) मनाया जाता है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध PDF | Rashtriya Balika Diwas Eassy Pdf
इस दिन देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। भारतीय समाज में लड़कियों की ओर लोगों का ध्यान बढ़ाने के लिए एक बड़ा अभियान भारतीय सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है। इस अभियान के द्वारा भारतीय समाज में लड़कियों के साथ होने वाली असमानता को चिंहित किया जाता है।
इस दिन “बेटी बचाओ-बेटी पढा़ओ” के संदेश को प्रसारित किया जाता है और राष्ट्रीय अखबार पर सरकार द्वारा विभिन्न विज्ञापन चलाए जाते हैं। कई क्षेत्रों में बालिकाओं को बराबरी का अधिकार मिलने को लेकर समाज में जागृति के लिए कार्यक्रम रखे जाते हैं, जहां बालिका को सम्मान के लिेए लड़ना तथा आवाज उठाना सिखाया जाता है।
Balika Diwas Par Nibandh | Eassy On National Girl Child Day
बालिकाओं के प्रति असमानता को हटाना राष्ट्रीय बालिका दिवस (rashtriya balika diwas) का महत्व है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि, भारतीय समाज में हर बालिका-शिशु को उचित सम्मान और महत्व दिया जाए। भारत (india) में बालिका लिंगानुपात (girl child sex ratio) के खिलाफ कार्य करना तथा बालिका शिशु के बारे में लोगों का दिमाग इस दिवस के माध्यम से बदलेगा।
बालिका शिशु के महत्व और भूमिका के बारे में जागरुकता बढ़ाने के द्वारा बालिका शिशु की ओर दंपत्ति से शुरुआत किया जा रहा है। उनके स्वास्थ्य(health), सम्मान, शिक्षा (education), पोषण आदि से जुड़े मुद्दों के बारे में चर्चा करने से देश में बालिका को उचित सम्मान मिलेगा। भारत में लोगों के बीच लिंग समानता को प्रचारित करना ही इस दिवस का सबसे बड़ा महत्व दर्शाता है। बालिका के लिए राष्ट्रीय कार्य दिवस (national work day) के रूप में हर वर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस(National girl child day) मनाया जाता है। देश में लड़कियों को आत्मनिर्भर और अहम दर्जा देना इस दिवस का उद्देश्य है। समाज में लड़कियों के साथ असमानताओं को मिटाने के लिए लोगों के बीच जागरुकता को बढ़ाना इस दिवस को मनाने का लक्ष्य है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 10 लाइन | National Balika Divas Eassy 10 Line
1. हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका शिशु दिवस मनाया जाता है।
2. इस दिवस को मनाने के पीछे लोगों को बालिकाओं के प्रति जागरुक करना है।
3. बालिकाओं को अच्छी शिक्षा, पोषण और स्वास्य्क के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है।
4. बालिका शिशु की सुरक्षा के लिए सरकार ने भी बाल विवाह रोकथाम एक्ट 2009, घरेलू हिंसा अधिनियम 2009, तथा दहेज रोकथाम अधिनियम 2006 जैसे कई कठोर कदम उठाया है।
5. इसका एक लक्ष्य महिला साक्षरता दर में सुधार करना है।
6. इस अहम पहल की शुरुआत साल 2008 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया गया था।
7. स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान में इस दिवस को ड्राइंग, पेंटिंग, नृत्य और गायन आदि का आयोजन किया जाता है।
8. भारत सरकार और राज्य सरकारों के द्वारा भी इस दिन अनेक प्रोग्राम किये जाते हैं ।
9. इस दिन को मनाने का उद्देश्य भ्रूण हत्या को रोकना भी है.
10. बालिका को उचित सम्मान मिलना ही इसका लक्ष्य है।
FAQ’s Balika Diwas Essay In Hindi
Q. राष्ट्रीय बालिका दिवस कब मनाया जाता है?
Ans. 24 जनवरी को हर साल राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है।
Q. राष्ट्रीय बालिका दिवस क्यों मनाया जाता है?
Ans. लोगों को बालिकाओं के बारे में जागरुकता लाने के लिए।
Q. राष्ट्रीय बालिका दिवस कैसे मनाया जाता है?
Ans. इस दिन देशभर में कई तरह के आयोजन किए जाते हैं।
Q. राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने से क्या होगा ?
Ans. लोगों में लड़कियों के प्रति नजरिया बदलेगा और बालिकाओं को उचित स्थान मिलेगा।