आतंकवाद विरोधी दिवस कब है? और क्यों मनाया जाता है? Anti Terrorism Day 2023 | History,Date, Importance

Anti Terrorism Day in Hindi: 21 मई को भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है 21 मई 1991 को भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या लिबरेशन फ्रेंड के आतंकवादियों के द्वारा किया गया था इसलिए भारत में 21 मई आतंकवाद विरोध दिवस के रुप में मनाया जाता है इस दिवस के माध्यम से समाज में एकता और सुधार को बढ़ावा दिया जाता है और साथ में आतंकवाद को किस प्रकार कम किया जा सके उसके लिए व्यापक योजना इस दिवस के माध्यम से बनाई जाती है जैसा कि आप जानते हैं कि आतंकवाद दुनिया और भारत दोनों के लिए गंभीर समस्या है ऐसे में भारत आतंकवाद से बहुत ज्यादा पीड़ित है इसलिए पढ़ते साल 21 मई को भारत में आतंकवाद दिवस मना कर आतंकवाद को कैसे रोका जा सके इसके लिए लोगों को जागृत किया जाता है | विशेष तौर पर युवाओं को आतंकवाद के क्या दुष्परिणाम होते हैं उसके बारे में उन्हें जानकारी दी जाती है इसलिए हम आपको किस आर्टिकल में Anti Terrorism Day in Hindi  से संबंधित चीजों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे इसलिए हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारा लेख पूरा पढ़े- 

Anti Terrorism Day in Hindi | आतंकवाद विरोधी दिवस

आर्टिकल का प्रकारमहत्वपूर्ण दिवस
आर्टिकल का नामआतंकवाद विरोधी दिवस
साल2023
कब मनाया जाएगा21 मई को
कहां मनाया जाएगापूरे भारत में

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आतंकवाद विरोधी दिवस 2023 का महत्व: Anti Terrorism Day Importance in Hindi

आतंकवाद विरोधी दिवस का हमारे जीवन में विशेष महत्व है  इसके द्वारा  लोगों के बीच मानवता को जीवित रखना है। लोगों आतंकवादी समूह के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाना और साथ में जनता के बीच में जागरूक अभियान का भी संचालन करना विशेष तौर पर युवाओं को आतंकवाद विरोधी दिवस के माध्यम से जागृत किया जाता है ताकि वह भूल से भी  किसी भी लालच में विभिन्न आतंकवादी समूहों का हिस्सा न बनें। देश, समाज और व्यक्ति सभी आतंकवाद से किस प्रकार बचाया जा सके के लिए पूरे भारत में 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है | 

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आतंकवाद विरोधी दिवस का इतिहास | Anti Terrorism Day History

भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस के इतिहास के बारे में बात करें तो हम आपको बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी एक रैली में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के एक स्थान श्रीपेरंबदूर गए. वहां पर एक महिला उनके पैर छूने के लिए आई और महिला ने अपने साथ विस्फोटक पदार्थ भी लिया था दरअसल  महिला लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम  (LTTE) के एक आतंकवादी समूह की सदस्य थी. इसके बाद अचानक बम विस्फोट हुआ जिसने पीएम की हत्या कर दी और लगभग 25 लोग मारे गए. यह अंतर्देशीय आतंकवाद हैं जिसे देश में भय का माहौल पैदा हुआ उसके बाद ही सरकार ने इस बात की घोषणा की कि प्रत्येक साल 21 मई भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस के रुप में मनाया जाएगा ताकि देश में आतंकवाद को बढ़ने से रोका जा सके | 

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भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस 2022 कब और क्यों मनाया जाता है?

भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई को मनाया जाता है जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि भारत के सातवें प्रधानमंत्री राजीव गांधी चुनाव की रैली में भाग लेने के लिए तमिलनाडु गए थे वहां पर एक महिला प्रधानमंत्री राजीव गांधी मिलना चाहती थी महिला ने कहा कि  उन्हें प्रधानमंत्री के पैर छूना है लेकिन महिला लिबरेशन फ्रंट आतंकवादी समूह की एक मेंबर थी और उसने अपने साथ विस्फोटक पदार्थ की ले रखा था जैसे ही उस महिला ने राजीव गांधी के पैर हुए एक विस्फोट हुआ और उसके बाद राजीव गांधी हमें छोड़कर इस दुनिया से चले गए | जिसके बाद उस समय के तत्कालीन सरकार ने इस बात की घोषणा की कि भारत में 21 मई आतंकवाद विरोधी दिवस के रुप में मनाया जाएगा |

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भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस 2023 कब मनाया जाता है?

भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई को मनाया जाता है इस दिन भारत के कई जगहों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और साथ में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के उच्च स्तर के इस कार्यक्रम में सम्मिलित होते हैं जहां परिवार इस बात पर जोर देते हैं कि भारत में किस प्रकार आतंकवाद को रोका जा सके और कैसे हम लोग आतंकवाद से मुकाबला कर सकते हैं उसके बारे में व्यापक चर्चा यहां पर की जाती है और साथ में आम जनता को भी आतंकवाद के प्रति जागृत करने का काम कार्यक्रम के माध्यम से होता है ताकि जनता भी इस बात को महसूस कर सके कि आतंकवाद हमारे देश के लिए नहीं बल्कि हमारे लिए भी खतरनाक है और हमें मिलकर आतंकवाद को हराना है तो सरकार का भरपूर सहयोग करना होगा तभी जाकर हम आतंकवाद को भारत से समाप्त कर सकते हैं | 

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भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस 2023 क्यों मनाया जाता है?

जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि भारत के सातवें प्रधानमंत्री राजीव गांधी चुनाव की रैली में भाग लेने के लिए तमिलनाडु गए थे वहां पर एक महिला राजीव गांधी से मिलना चाहती थी महिला ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री के पैर छूना है लेकिन महिला लिबरेशन फ्रंट आतंकवादी समूह की एक मेंबर थी और उसने अपने साथ विस्फोटक पदार्थ की ले रखा था जैसे ही उस महिला ने राजीव गांधी के पैर हुए एक विस्फोट हुआ और उसके बाद राजीव गांधी हमें छोड़कर इस दुनिया से चले गए | जिसके बाद उस समय के तत्कालीन सरकार ने इस बात की घोषणा की कि भारत में 21 मई आतंकवाद विरोधी दिवस के रुप में मनाया जाएगा |

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भारत में आतंकवाद विरोधी दिवस 2023 कैसे मनाया जाएगा?

आतंकवाद और हिंसा के खतरों पर स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में डिबेट आयोजित की जाती है जिसमें स्कूल के छात्र सम्मिलित होकर आतंकवाद और हिंसा के खतरो के ऊपर अपनी राय रखते हैं इसके अलावा स्कूल और कॉलेजों में आतंकवाद और उसके बाद के दुष्प्रभावों को उजागर करने के लिए बड़े पैमाने पर शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा आतंकवाद के प्रभाव को कैसे कम किया जा सके इसके लिए रैलियां और परेड आयोजित करती है. दिवंगत प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि भी अर्पित की जाती है क्योंकि इसी दिन आतंकवादी घटना में उनकी मृत्यु हुई थी  कई स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी और निजी कार्यालयों में लोग सिर झुकाकर दो मिनट का मौन रखते हैं. 

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आतंकवाद विरोधी दिवस 2023: उद्धरण 

● हर कोई आतंकवाद को रोकने के बारे में चिंतित है। खैर, वास्तव में एक आसान तरीका है: इसमें भाग लेना बंद करें।” — नोम चौमस्की

● आतंकवाद का उद्देश्य आतंकवाद है। दमन की वस्तु दमन है। यातना की वस्तु यातना है। हत्या का उद्देश्य हत्या है। शक्ति की वस्तु शक्ति है। अब क्या तुम मुझे समझने लगे हो?” – जॉर्ज ऑरवेल

●   1984 “बंदूकों से आप आतंकवादियों को मार सकते हैं, शिक्षा से आप आतंकवाद को मार सकते हैं।” — मलाल यौसफ्जई“

● हजारों किताबें पढ़ो और मैं खुद को ज्ञान से भर दूंगा। कलम और किताबें आतंकवाद को हराने वाले हथियार हैं। — मलाल यौसफ्जई

●  “हमारे मूल्य और जीवन का तरीका प्रबल होगा – आतंकवाद नहीं होगा।” — जॉन लिंडर”आतंकवाद की कोई राष्ट्रीयता या धर्म नहीं होता है।” — व्लादिमीर पुतिन

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