Vishva Hindi Diwas Essay in Hindi:- अपने देश भारत में करीब 52 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं। भारत देश के अलावा मॉरीशस, नेपाल, त्रिनिदाद, फिजी, गुयाना, टोबैगो आदि देशों में भी इस भाषा का अच्छा चलन है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के महत्व को समझाने के लिए विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस पर निबंध लिखने को दिया जाता है। हिंदी भाषा का इतिहास करीब 1000 साल पुराना माना जाता है। ‘हिंदी’ शब्द की उत्पत्ति फारसी शब्द ‘हिंद’ से हुई है। फारसी में ‘हिंद’ शब्द का अर्थ ‘सिंधु’ नदी की भूमि होती है। ये नाम तुर्की के आक्रमणकारियों ने 11 वीं शताब्दी की शुरुआत में दिया था। वे सिंधु नदी के आसपास के क्षेत्र की भाषा को हिंदी यानि सिंधु नदी की भाषा कहते थे।
हिंदी के 260 मिलियन से ज्यादा लोग देसी वक्ता और पहली भाषा के रूप में बोली जाने वाली यह दुनिया की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। की लोग इसे राष्ट्रभाषा समझते हैं, तो मैं आपको बता दूं कि यह राष्ट्रभाषा नहीं है, बल्कि यह राजभाषा है। देवनागरी लिपि हिंदी को भारत की राजभाषा के तौर पर 14 सितंबर 1949 को अपनाया गया था। इसलिए हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे बाद में 26 जनवरी 1950 को संविधान के अनुच्छेद 343 मेंइस भाषा हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी।
Vishwa Hindi diwas Nibandh
टॉपिक | विश्व हिंदी दिवस पर निबंध |
लेख प्रकार | निबंध |
साल | 2023 |
विश्व हिंदी दिवस | 10 जनवरी |
विश्व हिंदी दिवस शुरुआत | 10 जनवर 2006 |
विश्व हिंदी दिवस घोषणा | त्तकालीन प्राधानमंत्री मनमोहन सिंह |
पहला विश्व हिंदी सम्मेलन शहर | नागपुर |
प्रथन विश्व हिंदी सम्मेलन उद्घाटन | त्तकालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी |
पहल विश्व हिंदी सम्मेलन कब से कब तक चला | 10 जनवरी 1975 से 14 जनवरी 1975 |
2023 विश्व हिंदी दिवस कौन से वार है | मंगलवार |
राष्ट्रीय हिंदी दिवस कब मनाते है | 14 सितंबर |
विश्व हिंदी दिवस पर निबंध PDF
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1975 को नागपुर में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। उस समय की पीएम श्रीमती इंदिरा गांधी ने इस प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया था। इस दिवस को प्रति वर्ष मनाने की घोषणा 10 जनवरी 2006 को इस देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने किए थे। तब से हर साल इस तारीख को विभिन्न सरकारी कार्यालयों और विदेशों में भारतीय दूतावास विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है ?
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी दिवस, हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए और इस भाषा को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के तौर पर पेश करने के लिए मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भी यही है कि हिंदी एक विश्व भाषा के रूप में प्रस्तुत हो, इसका खूब प्रचार-प्रसार किया जाए। हिंदी की दशा पर लोगों का ध्यान केंद्रित हो तथा हिंदी के प्रति अनुराग पैदा होना चाहिए। इस दिन विदेशों में कई तरह के आयोजन किए जाते हैं।
विश्व हिंदी सम्मेलन कब-कब हुआ?
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर महाराष्ट्र में हुआ था, जो कि 14 जनवरी तक चला था।
हिंदी के प्रचार-प्रसार में संलग्न प्रमुक संस्थाएं
लगभग 150 संस्थाएं हिंदी के प्रचार-प्रसार में संलग्न है। इसमें से ज्यादातर संस्थाएं अपने देश में ही हैं और कुछ विदेश में कार्यरत हैं। हिंदी के प्रचार में लगी हुई कुछ अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के नाम निम्नलिखित हैं –
• विश्व हिंदी परिषद
• अक्षरम्
• अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन, पटना
• मारिशस हिंदी संस्थान, मॉरीशस
• अखिल विश्व हिंदी समिति
• अंग्रेजी अनिवार्यता विरोधी समिति
• अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति, वर्जिनिया
• अलबर्टा हिंदी परिषद
• असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, गुवाहाटी
• उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ
• कर्नाटक महिला हिंदी सेवा समिति, बैंगलोर
• केंद्रीय सचिवालय, हिंदी परिषद, नई दिल्ली
• कथा, यूके
• केंद्रीय हिंदी समिति
• केरल हिंदी प्रचार सभा, तिरूवनंतपुरम
• हिंदी समाज, सिडनी
• वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, नई दिल्ली
• हिंदी सोसाइटी, सिंगापुर
• भारती भाषा संवर्धन संस्थान, दिल्ली
• हिंदी शिक्षण योजना, राजभाषा विभाग
हिंदी दिवस तथा विश्व हिंदी दिवस तो प्रत्येक साल मनाया जाता है, पर इसका मकसद अभी तक हासिल नहीं हुआ है। कई लोग अभी भी इंग्लिश को सर्वोपरि समझते हैं। इंग्लिश पढना, बोलना, लिखना जरूर सीखना चाहिए, लेकिन अपनी भाषा को महत्व जरूर देना चाहिए।
विश्व हिंदी दिवस पर 10 लाइन
- हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना ही हमारा उद्देश्य है।
- 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है ।
- विश्व में बोली जाने वाली तीसरी बड़ी भाषा है ।
- इस दिन विदेशों में कई तरह के आयोजन भारतीय एंबेसी के द्वारा किया जाता है।
- इन दिन कवि सम्मेलन, विचार-संगोष्ठी व वाद-विवाद का आयोजन किया जाता है।
- हिंदी के विकास में योगदान के लिए पुरस्कार भी बांटे जाते हैं।
- पूरी दुनिया में करीब 70 करोड़ लोग हिंदी बोलते हैं।
- दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्विपीय देश फिजी की राजभाषा हिंदी ही है।
- गांधी जी ने कहा था कि राष्ट्रीय व्यवहार में हिंदी का प्रयोग देश की एकता और उन्नति के लिए जरूरी है।
- हिंदी भाषा का विदेशों में काफी जोरों से प्रचलन हो रहा है।
विश्व हिंदी दिवस पर निबंध 500 शब्द
Vishva Hindi Diwas Essay in Hindi:– भारत पश्चिमी रीति-रिवाजों से बहुत प्रभावित हैं। भारतीय वहां के लोगों की तरह पोशाक पहनना चाहते हैं, उनकी जीवनशैली का पलन करना चाहते हैं, उनकी भाषा बोलना चाहते हैं और इसके अलावा हर चीज में उनके जैसा बनना चाहते हैं। वे यह नहीं समझना चाहते कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत और मूल्य पश्चिम की संस्कृति की तुलना में कहीं अधिक समृध्द है।
हिंदी दुनिया में बड़े स्तर पर बोली जाने वाली भाषा है, जबकि भारत में ज्यादातर हिंदी बोलिने वाली जनसंख्या है। अन्य देश जहां व्यापक रूप से हिंदी बोली जाती है वह हैं, पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस, फिजी, गुयाना और सूरीनाम । दुनिया भर में लोग हिंदी गीतों और हिंदी फिल्मों को प्यार करते हैं, जो स्पष्ट रूप से इस भाषा के प्रति स्नेह को परिभाषित करता है।
हिंदी को प्राथमिकता न मिलना
दुर्भाग्य से भले ही हिंदी दुनिया की चौथी व्यापक बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन इसके मूल देश में ही लोग इसको महत्व नहीं देते हैं। स्कूल से लेकर कॉलेज, कॉर्पोरेट, कार्यालयों तक अंग्रेजी को अधिक प्राथमिकता दी जाती है और हिंदी-अंग्रेजी से पिछड़ जाती है। माता-पिता, शिक्षकों ौर हर किसी को लिखित और मौखिक रूप से अंग्रेजी सीखने के महत्व पर जोर देना आम बात है, क्योंकि इससे नौकरी हासिल करने में काफी मदद मिलती है। यह देखना दुखदाई है कि नौकरियों और शैक्षिक पाठ्यक्रमों के लिए भी लोगों को स्मार्ट होना पड़ता है, क्योंकि नौकरी पर रखने वाले अधिकारी उन्हें उनके अंग्रेजी से संबंधित ज्ञान के आधार पर चुनते हैं। बहुत से लोग सिर्फ इसलिए काम करने का अवसर खो देते हैं, क्योंकि वे अंग्रेजी को धाराप्रवाह नहीं बोल पाते भले ही वे काम करने में माहिर ही क्यों न हों।
हिंदी की प्रतिष्ठा और महत्व से संबंधित विशेष घटनाएं
कई स्कूल और अन्य संस्थान हर साल हिंदी दिवस मनाते हैं, यहां इस दिन के सम्मान में विशेष समारोहों का आयोजन किया जाता है।
- भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने हिंदी से संबंधित कई क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए। हिंदी दिवस के सम्मान में विज्ञान भवन नई दिल्ली में एक समारोह आयोजित किया गया था।
- इस दिवस पर विभागों, मंत्रालयों, राष्ट्रीयकृत बैंकों और सार्वजनिक उपक्रमों को राजभाषा पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं।
- केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की वजह से हिंदी भाषा और हिंदी दिवसों को महत्व और मान्यता देने की दिशा में बढ़ोत्तरी हुई है।
- भोपाल में आयोजित एक विश्व हिंदी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंग्रेजी, हिंदी और चीनी डिजिटल दुनिया पर शासन करने जा रहे हैं, ताकि भाषा के महत्व पर जोर दिया जा सके।
हिंदी दिवस को विभिन्न स्थानों पर बहुत उत्साह से मनाया जाता है। हालांकि हमारे देश में बहुत से लोग इस दिन के बारे में अभी अवगत नहीं हैं ौर बहुत से लोग इसे महत्वपूर्ण भी नहीं मानते हैं। यह समय है कि लोगों को इस दिन के महत्व को पहचानना चाहिए, क्योंकि यह हमारी राष्ट्रीय भाषा और हमारी सांस्कृतिक आधार को याद करने का दिन है।
FAQ’s Vishva Hindi Diwas Essay in Hindi
Q.विश्व हिंदी दिवस सबसे पहले कहां मनाया गाय था ?
Ans. विदेशों के भारतीय दूतावासों में सबसे पहले विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था।
Q.विश्व हिंदी दिवस का 12 वां सम्मेलन कहां और कब हुआ था?
Ans. अभी नहीं हुआ है, यह फिजी सरकार के सहयोग से विदेश मंत्रालय द्वरा होगा।
Q. भारत में कितने प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं?
Ans. 43% से ज्यादा लोग भारत में हिंदी बोलते हैं।
Q. भारत में पहला राष्ट्रीय हिंदी दिवस कब मनाया गया था?
Ans.भारत में पहला राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर 1949 में मनाया गया था।