Sardar Vallabhbhai Patel Biography in Hindi:- सरदार वल्लभ भाई पटेल के बारे में कौन नहीं जानता है, इन्हें भारत का लोह पुरुष भी कहा जाता है 1947 में जब भारत आजाद हुआ तो इन्हें भारत का पहला उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बनाया गया था I आजादी के बाद भारत को राष्ट्र के रूप में निर्मित करने में सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका अतुल्य थी I उनके कारण ही भारत में 563 रियासतों का विलय हुआ और तब जाकर भारत एक लोकतांत्रिक देश बन पाया I इसलिए इस महापुरुष के जीवन के बारे में जानकारी होना आपके लिए परम आवश्यक है | आज हम इस पोस्ट में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी के सभी पहलुओं के बारे में आप से चर्चा करेंगे जैसे शिक्षा, परिवार, राजनीतिक सफर, उपलब्धियां और जीवन परिचय, सरदार पटेल जयंती अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं | तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे पोस्ट पर आखिर तक बने रहें |
सरदार वल्लभ भाई पटेल जीवन परिचय | Sardar Vallabhbhai Patel Biography in Hindi
पूरा नाम | वल्लभभाई झावेरभाई पटेल |
उपनाम | सरदार |
जन्म तिथि | 30 अक्टूबर 1875 |
जन्म स्थान | नडियाद, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत |
किस नाम से प्रसिद्ध है | भारत के लौह पुरुष के नाम से है |
शिक्षा | कानून में डिग्री |
स्कूल | पेटलाड, गुजरात में एक स्थानीय स्कूल |
कॉलेज | मध्य मंदिर, इंस ऑफ़ कोर्ट, लंदन, इंग्लैंड |
राशि | वृश्चिक राशि |
गृह नगर | नदियाड गुजरात |
धर्म | हिंदू धर्म |
जाति | पाटीदार |
शौक | प्लेइंग ब्रिज (एक कार्ड गेम) |
पैसा | वकील |
राजनीतिक पार्टी | नेशनल कांग्रेस पार्टी |
विवाह की स्थिति | शादीशुदा |
शादी की तारीख | – |
मृत्यु | 15 दिसंबर 1950 |
सरदार वल्लभ भाई पटेल की शिक्षा (Sardar Vallabhbhai Patel Education)
Sardar Vallabhbhai Patel Education:- सरदार वल्लभ भाई पटेल के शिक्षा के बारे में अगर हम चर्चा करें तो उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल करमसाद में अपनी मध्य विद्यालय के द्वारा प्राप्त की है 1897 में 22 साल की उम्र में, उन्होंने में नडियाद/पेटलाड के एक हाई स्कूल से अपनी मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए उनके पास पैसे नहीं है उन्होंने निश्चित किया कि वह इंग्लैंड जाकर काम करेंगे और साथ में कानून की पढ़ाई भी करेंगे इसके लिए उन्होंने कानून संबंधित किताबों को उधार में लेकर पढ़ना शुरू किया और डिस्ट्रिक्ट प्लीडर की परीक्षा पास की।
Family of Sardar Vallabhbhai Patel-Overview
पिता का नाम | झावेरभाई पटेल |
माता का नाम | लड़बा |
भाई का नाम | सोमाभाई पटेल,नरशीभाई पटेल,विट्ठलभाई पटेल , काशीभाई पटेल |
बहन | दहीबेन (छोटी) |
पत्नी | झवेरबा पटेल |
बेटा | दयाभाई पटेल |
बेटी | मणिबेन पटेल |
सरदार वल्लभभाई पटेल का राजनितिक सफर- Political Journey of Sardar Vallabhbhai Patel
- सन 1917 में ये पहली बार अहमदाबाद के स्वच्छता आयुक्त के रूप में चुने गए थे. इसके साथ ही उन्होंने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की |
- इसके बाद इन्हें इसी साल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गुजरात विंग गुजरात सभा का सचिव नियुक्त किया गया I
- सन 1920 में उन्हें ‘गुजरात प्रदेश की कांग्रेस कमेटी’ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया और वहां उन्होंने सन 1945 तक सेवा दी |
- बल्लम भाई पटेल ने गांधी जी के द्वारा संचालित असहयोग आंदोलन में भाग लिया और आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए उन्होंने लगातार इस आंदोलन का प्रचार और प्रसार किया |
- सन 1924 से 1928 के बीच ये अहमदाबाद में नगर समिति के अध्यक्ष बने थे |
- 1931 में उन्हें कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया |
- सन 1931 में कराची सत्र के दौरान उन्हें कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया |
- सन 1934 के विधायी चुनाव के दौरान सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए प्रचार किया. हालाँकि उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, किन्तु उन्होंने चुनाव के दौरान अपने साथियों की मदद की |
- 1947 में जब देश आजाद हुआ तूने देश का प्रथम उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बनाया गया
- गृह मंत्री के तौर पर उन्होंने भारत को राष्ट्र के रूप में निर्मित करने के लिए 563 रियासतों का विलय भारत में किया | तभी जाकर भारत एक धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश बन पाया I
यह भी जानें:-
1. | सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी |
2. | राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध |
3. | सरदार पटेल जयंती कब, क्यों मनाई जाती हैं? |
सरदार वल्लभभाई पटेल की उपलब्धियां- Achievement of Sardar Vallabhbhai Patel
- सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 563 रियासतों को भारत में विलय करने का काम किया था जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है
- सरदार वल्लभभाई पटेल सन 1922 से 1927 तक अमदाबाद के नगर पालिका के अध्यक्ष रह चुके हैं I
- 1931 में कराची में आयोजित राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन में उन्हें अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया
- 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सरदार जी प्रमुख नेता के तौर पर उभरे और उन्होंने आंदोलन का नेतृत्व काफी अच्छी तरह से किया जिसके कारण अंग्रेजों ने उन्हें 1942 में कैद कर जेल में रखा था हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था
- सरदार वल्लभाई पटेल जी के निधन के पश्चात 1991 को सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था
- उन्होंने गुजरात में संचालित खेड़ा आंदोलन में भी भाग लिया था और अंग्रेजों को पीछे हटने पर मजबूर किया I
FAQ’s Sardar Patel Biography in Hindi
Q: सरदार वल्लभ भाई पटेल कौन थे?
Ans: सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के प्रथम गृह मंत्री और स्वतंत्रता सेनानी थे I
Q: सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष क्यों कहा जाता है?
Ans: सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष कहे जाने पीछे प्रमुख वजह है कि उन्होंने भारत का एकीकरण करने का काम किया था जिसके कारण आज भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश बन पाया है I
Q: सरदार वल्लभ भाई पटेल का उपनाम क्या है?
Ans: सरदार वल्लभभाई पटेल का उपनाम सरदार है I
Q: सरदार वल्लभभाई पटेल भाई पटेल की मृत्यु कब हुई?
Ans: 15 दिसंबर 1950 को हृदय की गति रुकने के कारण उनकी मृत्यु हो गई I