राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध | Rashtriya Ekta Diwas Essay in Hindi

By | अक्टूबर 15, 2022

Rashtriya Ekta Diwas Essay in Hindi:- 31 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाएगा इसी दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म दिन हुआ था इस के उपलक्ष  में देश भर में Rashtriya Ekta Diwas जाएगा 2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा इस बात की घोषणा की गई कि सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय एकता के दिवस के रूप में मनाया जाएगा ताकि लोगों को सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन को करीब से देखने का मौका मिले और उन्होंने भारत के राष्ट्र निर्माण में अपनी जो भूमिका निभाई उसके बारे में अधिक से अधिक लोग जान सके हैं ऐसे में अगर आप राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध लिखना चाहते हैं लेकिन आपको समझ में नहीं आ रहा कि आप कैसे इस विषय पर एक बेहतरीन निबंध लिखेंगे तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे पोस्ट पर आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं-

ads

Rashtriya Ekta Diwas Essay in Hindi

आर्टिकल का प्रकारनिबंध
आर्टिकल का नामराष्ट्रीय एकता दिवस
साल2022
कब मनाया जाएगा31 अक्टूबर को
क्यों मनाया जाता हैसरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष में
कहां मनाया जाएगापूरे भारतवर्ष में

राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध हिंदी में 

राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा इस दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और जितने भी बड़े महानुभाव नेता हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 21 अक्टूबर 1875 में गुजरात में हुआ था भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका अतुल्य थी जिन्हें शब्दों में बयान करना हमारे लिए संभव नहीं है I जब देश आजाद हुआ तो देश के सामने विकट समस्या थी क्योंकि उस समय भारत में सभी रियासतें अलग अलग थी और उन्हें एक साथ मिलाकर भारत राष्ट्र निर्माण करना था जो कि बड़ा ही कठिन काम था I इसकी प्रमुख वजह थी कि कई रियासतें पाकिस्तान में सम्मिलित होना चाहती थी I इन सब बातों को देखते हुए सरदार बल्लभ भाई पटेल ने राजनीतिक और सैन्य क्षमता का प्रयोग करते हुए भारत में 563 रियासतों का विलय किया और उसके बाद भी भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश बन पाया I

 उनके इस योगदान को देश के लोग याद करें इसी बात को ध्यान में रखते हुए 2014 को देश के प्रधानमंत्री ने गुजरात में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को अब से देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा I ताकि देश के निवासियों में राष्ट्र की भावना कूट-कूट कर भरे और राष्ट्र निर्माण में किस प्रकार की भूमिका निभानी है उसकी प्रेरणा उन्हें मिल सके I तभी से देश में राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत हुई जो आज तक कायम है और आने वाले भविष्य में भी इस दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा I

READ  बाल दिवस पर गीत 2022 | Children's Day Songs in Hindi

राष्ट्रीय एकता दिवस भारत में हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ सभी जगह आयोजित किया जाता है इस दिन सभी लोग सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं I सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि उन्होंने भारत के एकीकरण में अपना अतुल्य योगदान दिया था जिसे शब्दों के द्वारा बता पाना असंभव है I

यह दिन भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए भी विशेष महत्व रखता है इसकी प्रमुख वजह है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अखिल भारतीय सेवा प्रणाली की शुरुआत की गई थी इसलिए इस दिन भारत के जितने भी प्रशासनिक अधिकारी हैं वह सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए सभी सचिवालय में इकट्ठा होते हैं और उनके सम्मान में उनके जीवन के ऊपर अपने विचार रखते हैं I ताकि लोगों को इस बात की जानकारी मिल सके कि सरदार बल्लम भाई पटेल ने देश के अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए उनका योगदान क्या है

राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व | Rashtriya Ekta Diwas Essay in Hindi

सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री थे। भारत को राष्ट्र के रूप में निर्मित करने का काम सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया था राष्ट्रीय एकता दिवस के द्वारा हम दो महत्वपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति कर सकते हैं I पहला सरदार बल्लम भाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना और दूसरा देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को कैसे बनाए रखना है I उसकी प्रेरणा हमें राष्ट्रीय एकता दिवस के माध्यम से ही मिल पाएगा I इसलिए हम सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस के शुभ अवसर प्राण लेना चाहिए कि हम देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगेI

Essay on National Unity Day in Hindi

 National Unity Dayसरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है इसी दिन उनका जन्म हुआ था दूसरी सबसे प्रमुख वजह है कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने अपनी राजनीतिक सूझबूझ से भारत को मजबूत राष्ट्र के रूप में बनाने का काम सरदार बल्लभ भाई पटेल के द्वारा किया गया I जब देश 1947 में आजाद हुआ तो उसमें भारत में कई रियासत थे जो भारत में सम्मिलित नहीं होना चाहते थे जो कि पाकिस्तान में जाने के बारे में सोच रही थी उन सभी को भारत में सम्मिलित करने का काम सरदार वल्लभ भाई पटेल के द्वारा किया गया था I जिसके कारण भारत में 563 देशों का विलय हुआ और भारत एक राष्ट्र के रूप में निर्मित हुआ I इन सभी कामों के कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष का जाता है I

READ  मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं | Happy Makar Sankranti 2023 Wishes

राष्ट्रीय एकता दिवस पर निबंध 500 शब्द National Unity Day Essay in 500 words

राष्ट्रीय एकता दिवस या राष्ट्रीय एकता दिवस हर 31 अक्टूबर को मनाया जाता है बलम भाई पटेल भारत के प्रथम गृह मंत्री और प्रधानमंत्री थे इसके अलावा सरदार बल्लम भाई पटेल स्वतंत्रा सेनानी और राजनेता थे उन्होंने भारत का एकीकरण करने में अहम योगदान दिया था I

सरदार पटेल को श्रद्धांजलि

सरदार पटेल भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री  मंत्री थे जिन्होंने छोटे राज्यों को भारत संघ में एकीकृत करने में  करने में अहम भूमिका निभाई थी स्वतंत्रता से पहले, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने गुजरात में आयोजित सत्याग्रह का नेतृत्व किया था इसमें उन्हें भारी जनमत का समर्थन भी प्राप्त हुआ था

हालांकि, सरदार पटेल एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे, भारत की स्वतंत्रता के दौरान और बाद में एक प्रशासक के रूप में उनकी भूमिका अधिक महत्वपूर्ण है। जब अंग्रेजों ने भारत छोड़ दिया, तो लगभग 565 स्वतंत्र रियासतें थीं जो मुक्त हो गईं। सरदार पटेल, जिनके पास उस समय गृह मंत्री का विभाग भी था, ने इन राज्यों को भारत संघ में शामिल होने के लिए राजी किया। इसके लिए सरदार पटेल ने हर हथकंडा आजमाया – कुछ रियासत स्वयं से भारत में सम्मिलित होने के लिए राजी हो गए और जिन्होंने सम्मिलित होने से मना किया उनके ऊपर सैन्य कार्रवाई का आदेश जारी किया जिसके फलस्वरूप रियासतों ने भारत में सम्मिलित होने के लिए हां किया I सरदार बल्लभ भाई पटेल का सपना था अखंड भारत और वह अखंड भारत के सपने को पूरा करने के के लिए उन्होंने निरंतर काम किया इसका परिणाम यह हुआ कि भारत एक राष्ट्र के रूप में निर्मित हुआ I अखंड भारत के लिए सरदार पटेल के इस दृढ़ संकल्प ने उन्हें “भारत का लौह पुरुष” नाम दिया था।

READ  बुद्ध पूर्णिमा/वैशाख पूर्णिमा  2023 शुभ मुहूर्त | Buddha Purnima Kab Hai

इसलिए उनके जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाने की घोषणा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया I

पहला राष्ट्रीय एकता दिवस

31 अक्टूबर, सरदार पटेल की जयंती को हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय गृह मंत्रालय द्वारा 2014 में एक आधिकारिक अधिसूचना के माध्यम से लिया गया था।

इसके बाद मंत्रालय ने अधिकारिक बयान देकर इस बात की पुष्टि की है कि अब से 31 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाया जाएगा I  2014 में सरदार पटेल की 139वीं जयंती पर कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। दिल्ली, नागपुर और मुंबई जैसे शहरों में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। कई राजनेताओं और खिलाड़ियों ने आयोजनों में भाग लिया। यहां पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा तत्कालीन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद थे और उन्होंने भी लिख सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की

दुनिया भर में स्थित भारतीय दूतावासों में स्मारक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। सरदार बल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके

घटनाएँ और गतिविधियाँ

राष्ट्रीय एकता दिवस पर शिक्षण संस्थानों, स्कूलों, सरकारी कार्यालयों और अन्य स्थानों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। केंद्र और राज्य दोनों सरकारें इस संबंध में कार्यालय को दिशा निर्देश जारी करता है

स्कूलों में विशेष स्मारक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें बच्चे सरदार पटेल को सम्मान देते हैं और उनके जीवन को करीब से जानने का प्रयास करते हैं ताकि उनका चरित्र भी सरदार वल्लभ भाई पटेल की तरह हो सके ताकि राष्ट्र के निर्माण में बच्चे आगे चलकर अपनी भूमिका का निर्वाह कर सकें

सरदार पटेल की 182 मीटर लंबी प्रतिमा का उद्घाटन 31 अक्टूबर 2018 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात में किया गया था। यह सूरत से 150 किमी दूर स्थित है और सरदार सरोवर बांध का सामना करता है। सरदार पटेल को सम्मान देने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग राष्ट्रीय एकता दिवस पर प्रतिमा और संग्रहालय देखने आते हैं।

सत्ता पक्ष के सदस्यों के साथ-साथ विपक्ष के सदस्यों द्वारा भी संसद में सरदार पटेल को उचित श्रद्धांजलि दी जाती है

FAQ’s Rashtriya Ekta Diwas Essay in Hindi

Q: राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाएगा?

Ans: राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा

Q: राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?

उत्तर । राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का उद्देश्य भारत लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना को और भी ज्यादा जागृत करना है ताकि देश की अखंडता और राष्ट्रीय एकता बचा जा सके

Q.’स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ क्या है?

उत्तर । इस महान नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए गुजरात में बनी सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *