Basant Panchami 2023:- वसंत पंचमी भारत देश में मनाएं जाने वाला एक प्रमुख्य त्योहार है। Vasant Panchami को श्रीपंचमी के नाम से भी जाना जाता है। वसंत पंचमी माघ महीने के पांचवे दिन आता है, इसलिए इसे वसंत पंचमी कहा जाता है। हम आपको इस लेख के जरिए वसंत पंचमी के बारे में सारी जानकारियां देंगे जो आपको इस Festival को डिटेल में समझने में मदद करेगी। इस लेख के जरिए हम आपको बताएंगे कि वसंत पंचमी का महत्व क्या है। साथ ही आपको बसंत पंचमी का महत्व के बारे में भी समझाएंगे। हम आपको ये भी बताएंगे कि वसंत पंचमी कब हैं (When is Vasant Panchami)। इसके साथ ही वसंत पंचमी क्यों मनाई जाती है (Why Vasant Panchami is Celebrated) इस सवाल का भी जवाब आपको देंगे। वहीं इस दिन भी लोग एक दूसरे को बधाई संदेश भेजते है तो हम आपको वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं वाली शायरी, मैसेज, बधाई संदेश (Vasant Panchami Wishes) सब कुछ इस लेख के माध्यम में उपलब्ध कराएंगे। वसंत पंचमी के बारे में डिटेल में जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े और इस त्योहार से जुड़े सभी सवालों के जवाब इस आर्टिकल में पाएं।
Basant Panchami 2023
टाइटल | वसंत पंचमी |
साल | 2023 |
लेख टाइप | आर्टिकल |
वसंत पंचमी 2023 कब है | 26 जनवरी 2023 |
वसंत पंचमी माह | माघ |
वसंत पंचमी त्र्रतु | बसंत त्र्रतु |
वसंत पंचमी दिन | गुरुवार |
वसंत पंचमी पर किस की पूजा होती है | माता सरस्वती |
वसंत पंचमी 2022 कब थी | 5 फरवरी |
वसंत पंचनी का दूसरा नाम | सरस्वती पूजा |
वसंत पंचमी कब हैं?
वसंतपंचमी हिंदुओं का एक प्रसिद्ध त्योहार है जो कि सरस्वती पूजा (Saraswati Pooja) नाम से भी जाना जाता है।साल 2023 में वसंत पंचमी 26 जनवरी दिन बुधवार को मनाई जाएगी। वहीं वसंत पंचमी की तिथि 25 जनवरी 12 बजकर 34 पीएम से शुरु हो जाएगी वहीं पंचमी तिथि समाप्त 26 जनवरी 2023 को सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। वहीं हिंदू पंचाग के हिसाब से वसंत पंचनी माघ माह के पांचवे दिन मनाया जाता है। Basant Panchami हार साल जनवरी के अंत और फरवरी महीने के शुरुआत में ही आती है। वसंत पंचमी की तिथि सूर्योदय और मध्य दिन के बीच की अवधि होती है। पूर्वाहन काल के दौरान जब पंचमी तिथि प्रबल होती है तब Vasant Panchami का उत्सव शुरु किया जाता है।
बसंत पंचमी 2023 | Basant Panchami 2023
India में पूरे शहरों का सिलसिला जारी रहता है। हर महीने किसी ना किसी धर्म समुदाय का त्योहार होना निश्चित है। वहीं India में सबसे ज्यादा त्यौहार हिंदू समुदाय के होते हैं। Hindu Community के लोगों के त्योहार हर महीने आते हैं। इन्हीं त्योहारों में से एक है Basant Panchami का त्यौहार जो Hindu’s के प्रमुख त्योहारों में गिना जाता है। पूरे देश में Basant Panchami बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बसंत पंचमी का त्यौहार बसंत पंचमी के नाम से भी मनाया जाता है। वसंत पंचमी दो शब्दों से मिलकर बना है बसंत जिसका अर्थ है वसंत और पंचमी का अर्थ है। बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती (Goddesses Saraswati) की पूजा की जाती है कहीं बसंत पंचमी से ही India देश में बसंत ऋतु की शुरुआत होती है।
बसंत ऋतु के पहले दिन यानी कि बसंत पंचमी के दिन लोग पीले रंग (Yellow Color) के कपड़े पहनते हैं। वहीं पीले भात खाने का भी रिवाज है। वसंच पंचमी का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। वसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने के पांचवे दिन आता है। वहीं इस त्योहार को मौसम में होने वाले जरुरी परिवर्तन के रुप में देखा जाता है। इस त्योहार के पीछे कई धार्मिक और ऐतहासिक कारण है।
वसंत पंचमी का महत्व | Importance of Vasant Panchami
Vasant Panchami के दिन सर्दियां कम होने लगती है ऐसी मान्यता है और पढ़ाई के लिए वातावरण अनूकुल होना शुरु हो जाती है। वसंत त्र्रतु को India में पढ़ने वाली सभी त्र्रतुओं में सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है। वसंत पंचमी को सबसे श्रेष्ठ त्र्रतु (Season) में इसलिए माना जाता है क्योंकि इस मौसम में प्रकृति में अलग ही सुंदरता नजर आने लगती है और इस मौसम में नई सी उमंग आने लगती है। इस त्योहार में ना सिर्फ इंसान वल्कि पशु-पक्षि भी अलग उमंग महसूस करते है। वहीं इस दिन विभिन्न कला, फिल्म,संगीत, सौंदर्य के क्षेत्रों में दक्षता पाने के लिए इस क्षेत्र जुड़े सभी लोग मां सरस्वती की पूजा करते है।ये प्रथा ना सिर्फ भारत में बल्कि नेपाल (Nepal) और कई अन्य देशों में प्राचीन समय से प्रचलित है।
गौरतलब है कि, वसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती (Goddesses Saraswati) की उत्पत्ति हुई थी तो इस त्योहार को मां सरस्वती के जन्म दिन (Birth Day) को तौर पर मनाया जाता है। वहीं इस दिन को लेकर राम सहित अन्य कथाएं भी प्रचलित है जिसके कारण इस त्योहार का महत्व बहुत ज्यादा है। वहीं इस दिन महिलाएं और पुरुष पीले रंग के कपड़े पहन कर Goddesses Saraswati की पूजा करते है और उनका आशीर्वाद पाते है। इसके साथ ही वसंत पचंमी के दिन वाद्य यंत्रों की पूजा की जाती है और इनके दान करने की भी मान्यता है जो बौद्धिक कुशाग्रता और स्मृति को बढ़ाने वाला रहता है।
वसंत पंचमी क्यों मनाई जाती है? | Why Basant Panchami is Celebrated
Vasant Panchami को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं है। इस दिन Goddesses Saraswati कि पूजा की जाती है।ऐसी मान्यता है कि वसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती की उतपत्ति हुई थी। वहीं इस दिन मां सरस्वती से ज्ञान और कला (knowledge and Talent) को बढ़ाने के लिए मनोकामना की जाती है। वसंत पंचमी को होली पर्व(Holi Festival) की तैयारी का प्रतीक माना जाता है, जो कि वसंत पंचमी के 40 दिन वाद होली का पर्व आता है। Vasant Panchami के दिन मां सरस्वती के साथ ही विष्णु भगवान (Lord Vishnu) और काम देव (Lord Kama Dev) की भी पूजा की जाती है। शास्त्रों में बसंत पंचमी को त्र्रषि पंचमी से उल्लेखित किया गया है।
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
किताबों का साथ हो पेन पर हाथ हो,
कॉपियां आपके पास हो पढ़ाई दिन रात हो,
जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो,
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं!
बलबुध्धि विद्या देहू मोहि
सुनहु सरस्वती मातु
राम सागर अधम को
आश्रय तूही देदातु!!
उड़े पतंग आस्मां में सबकी निराली
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब बसंत मनाएं,
द्वार पे अपने रंगीली रंगोली सजाएँ
फूलों की वर्षा
शरद की फुहार
सूरज की किरणें
खुशियों की बहार
चंदन की खुशबू
अपनों का प्यार।
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
मां सरस्वती का वरदान हो आपको,
हर दिन नई मिले ख़ुशी आपको,
दुआ हमारी है खुदा से ऐ दोस्त,
जिन्दगी में सफलता हमेशा मिले आपको।
कमल पुष्प पर आसीत माँ
देती ज्ञान का सागर माँ
कहती कीचड़ में भी कमल बनो
अपने कर्मो से महान बनो
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है
पतझड़ वसंत में बदल ही जाता है
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना
समय कैसा भी हो गुजर ही जाता है।
आई बसंत और खुशियाँ लायी
कोयल गाती मधुर गीत प्यार के
चारों और जैसे सुगंध छाई
फूल अनेकों महके बसंत के.
FAQ’s Basant Panchami 2023
Q. वसंत पंचमी का त्यौहार साल 2023 कब है ?
Ans. वसंत पंचमी का त्यौहार साल 2023 में 26 जनवरी के दिन है
Q. वसंत पंचमी का त्योहार कौन से माह में आता है ?
Ans.माघ माह में वसंत पंचमी का त्यौहार आता है
Q. वसंत पंचमी के दिन किस की पूजा की जाती है ?
Ans. वसंत पंचमी के दिन खास तौर पर सरस्वती माता कि पूजा की जाती है
Q. वसंत पंचमी के दिन कौन से रंग के वस्त्र पहने जाते है ?
Ans. वसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहने जाते है।