Rashtriya Ekta Diwas:- 31 अक्टूबर को भारतवर्ष में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाएगा एकता दिवस सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है . इस दिन देश के प्रत्येक कोने में कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और उस दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों का आदान-प्रदान लोगों के बीच किया जाता है . ताकि लोग जान सके कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश की एकता के लिए उन्होंने क्या काम किया थाI सरदार वल्लभ भाई पटेल के राजनीतिक सूझबूझ का नतीजा है कि आज भारत एक लोकतांत्रिक देश के रूप में विश्व भर में स्थापित है I उसमें सरदार वल्लभ भाई पटेल का सबसे अहम योगदान है उन्होंने जिस प्रकार आजादी मिलने के बाद 563 रियासत को भारत में विलय करने का काम किया उसी के उपलब्ध में 31 अक्टूबर को Rashtriya Ekta Diwas के रूप में मनाए जाने की घोषणा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2014 में किया गया था
अब आप लोगों के मन में सवाल आता है कि National Unity Day कब है? राष्ट्रीय एकता समिति का गठन कब हुआ? राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाएगा? क्यों मनाया जाता है? एकता दिवस की विशेषता क्या है? अगर इन सभी सवालों के जवाब आप जानना चाहते हैं? तो हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारे आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे चलिए शुरू करते हैं
Rashtriya Ekta Diwas 2022
दिवस का नाम | राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) |
साल | 2022 |
कब मनाया जाएगा | 31 अक्टूबर को |
कहां मनाया जाएगा | पूरे भारतवर्ष में |
क्यों मनाया जाता है | देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए |
राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत कब की गई | 2014 में |
राष्ट्रीय एकता दिवस कब हैं? Rashtriya Ekta Diwas Kab Manaya Jata Hai
राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को है I
राष्ट्रीय एकता सिमिति का गठन कब हुआ
राष्ट्रीय एकता समिति का गठन 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के द्वारा किया गया था और उस का प्रथम सम्मेलन 1962 में आयोजित किया गया था .
राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाता हैं
राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को भारतवर्ष में हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाएगा I
राष्ट्रीय एकता दिवस क्यों मनाया जाता हैं?
Ekta Diwas सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है जिस प्रकार उन्होंने आजाद होने के बाद भारत में 563 रियासतों का विलय करने का काम किया और भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए निरंतर काम करते रहने के कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है I इसलिए 2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की घोषणा की कि अब से सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा तभी से भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई जो आज तक कायम है
आने वाले भविष्य में भी कायम रहेगी इस दिन हम सभी लोग वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने का प्रयास करते हैं ताकि देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने कर्तव्य बोध हमारे अंदर जागृत हो सके I इस दिन देशभर में रन फॉर यूनिटी’ मैराथन का आयोजन किया जाता है जिसमें बढ़-चढ़कर लोग सम्मिलित होते हैं I
राष्ट्रीय एकता दिवस की विषेशताएं
राष्ट्रीय एकता दिवस की विशेषता निम्नलिखित प्रकार की है जिसका विवरण हम आपको नीचे देंगे आइए जानते हैं
- राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को मनाया जाता है
- पहली बार 2014 में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया था
- राष्ट्रीय एकता दिवस के द्वारा देश में एकता की भावना को और भी ज्यादा मजबूत और सशक्त करना है I
- इसके माध्यम से आप सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन को करीब से जान पाएंगे I
- सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत राष्ट्र के निर्माण में अपनी अतुल्य भूमिका निभाई थी जिसके कारण 2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि अब से 31 अक्टूबर उनके जन्मदिन को देश भर में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा I
- एकता दिवस के के माध्यम से हमारे अंदर राष्ट्रीय निर्माण की भावना उत्पन्न होती है
- राष्ट्रीय एकता दिवस के दिन देश में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि देश की एकता और अखंडता को और भी ज्यादा मजबूत और सशक्त किया जा सके
FAQ’s Rashtriya Ekta Diwas
Q: राष्ट्रीय एकता दिवस कब मनाया जाएगा?
Ans: 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाएगा
Q: राष्ट्रीय एकता दिवस क्यों मनाया जाता है?
देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है I
Q: राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने की घोषणा कब की गई थी?
Ans: राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने की घोषणा 2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया था I