आज कल दो K (कर्नाटक औ केरला स्टोरी) काफी सुर्खियां बटोर है, इस लेख में हम आपको कर्नाटक से जुड़े विष्य में चर्चा करेंगे। दरअसल, हालहि में कर्नाटका का चुनाव पूरा हुआ है जिसमें कांग्रेस को बहुमत मिला है। अब कर्नाटक में सीएम को लेकर सियासी हल चल शुरु हो गई है। इस लेख में हम आपको कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे सिद्धारमैया का जीवन परिचय पेश करने जा रहे है, जिसको पढ़कर आप उनके बारे में काफी कुछ जान सकेंगे।दरअसल, सिद्धारमैया कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री थे और 2013 से इस पद पर थे। पेशे से वह एक वकील थे और प्रोफेसर नंजुंदा स्वामी ने समाजवादी युवजन सभा में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। उन्होंने 1978 तक एक जूनियर वकील के रूप में काम किया है । वह कर्नाटक विधानसभा में विभिन्न पदों पर रहे है। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक महत्वपूर्ण राजनीतिक व्यक्ति हैं। इससे पहले उन्होंने जेडीएस के नेता के रूप में कार्य किया और दो मौकों पर राज्य के डिप्टी सीएम रहे। वह कुरुबा समुदाय के नेता हैं। एच डी देवेगौड़ा के साथ मतभेदों के बाद, सिद्धारमैया को 2005-06 में जद (एस) से निष्कासित कर दिया गया था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होने के बाद, वह समन्वय समिति के अध्यक्ष भी थे जो कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार का समन्वय करती है। वर्तमान समय में, उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के लिए वरुणा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए कांग्रेस का टिकट मिला है।ऐसी ही कई जानकारियों से हमारा यह लेख परिपूर्ण हैं। इस लेख में हमने कई और पॉइन्ट जोड़े है जैसे कि Siddaramaiah’s biography सिद्धारमैया की शिक्षा| Siddaramaiah’s education,सिद्धारमैया का प्रारंभिक जीवन |Early life of Siddaramaiah,सिद्धारमैया का परिवार| Siddaramaiah’s family,सिद्धारमैया का राजनैतिक करियर| Political career of Siddaramaiah,सिद्धारमैया फैक्ट्स| Siddaramaiah Unknown Facts हैं।
Siddaramaiah’s biography
टॉपिक | सिद्धारमैया जीवन परिचय |
साल | 2023 |
लेख प्रकार | जीवनी |
सिद्धारमैया जन्म तिथि | 12 अगस्त 1948 |
आयु | 74 |
सिद्धारमैया जन्म स्थान | मैसूर |
पार्टी का नाम | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
शिक्षा | स्नातक |
व्यवसाय | राजनेता |
पिता का नाम | सिद्धाराम गौड़ा |
माता का नाम | बोरम्मा गौड़ा |
पत्नी का नाम | पार्वती सिद्धारमैया |
बच्चे | 2 पुत्र |
धर्म | हिन्दू |
फेसबुक लिंक | Siddaramaiah | Facebook |
ट्विटर लिंक | Siddaramaiah (@siddaramaiah) / Twitter |
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सिद्धारमैया का प्रारंभिक जीवन | Early Life of Siddaramaiah
हम आगर सिद्धारमैया के प्रारंभिक जीवन के बारे में बात करें तो सिद्धारमैया का जन्म 12 अगस्त 1948 को हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा गृह नगर में की। उनका परिवार गरीबी की अवस्था में था। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सिद्धारमैया ने मैसूर विश्वविद्यालय में बी.एससी और बैचलर ऑफ लॉ किया था। उन्होंने लॉ कॉलेज में पढ़ाई की क्योंकि उनकी समाज में अधिक रुचि हुआ करती थी। उनके द्वारा समाज के पक्ष में कई तरह के विरोध प्रदर्शन भी किए गए हैं। उनका जन्म मैसूर के एक छोटे से गांव सिद्धारमनहुंडी में हुआ था। सिद्धारमैया ने कांग्रेस के विपक्षी दल में अपना राजनीतिक दल शुरू किया। कांग्रेस पार्टी से आसानी से मंत्री पद नहीं मिल सकता है। कांग्रेस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री पद के लिए ऐसे व्यक्ति की सिफारिश की गई थी। क्योंकि वह कुरुबा गौड़ा समुदाय से हैं और यह कर्नाटक में पहली बार हुआ है जो इस समुदाय से मुख्यमंत्री के रूप में किसी व्यक्ति को चुना गया हो।
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सिद्धारमैया का परिवार| Siddaramaiah’s family
सिद्धारमैया का जन्म 12 अगस्त 1948 को सिद्धारमनहुंडी, मैसूर राज्य, भारत में कुरुबा जाति में सिद्धारमे गौड़ा (पिता) और बोरम्मा गौड़ा (मां) के घर हुआ था। उनके दो छोटे भाई हैं जिनका नाम रामे गौड़ा और सिद्दे गौड़ा है। उनकी तीन बड़ी बहनें हैं जिनका नाम थम्मय्यान्ना, चिक्कम्मा और पुत्राम्मा है।सिद्धारमैया की शादी पार्वती सिद्धारमैया से हुई है। उनकी शादी कब हुई , कहां हुई , किस साल हुई इसको लेकर नेट पर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। वहीं उनके दो बेटे हैं,। सिद्धारमैया और उनकी पत्नी का एक बेटा जिसका नाम राकेश था उनका 2016 में निधन हो गया था। वह पेशे से एक कन्नड़ अभिनेता थे। सिद्धारमैया और उनकी पत्नी के दूसरे बेटे का नाम यतींद्र है जो पेशे से एक डॉक्टर है।
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सिद्धारमैया की शिक्षा| Siddaramaiah’s Education
सिद्धारमैया एक सामन्य परिवार से वास्तां रखते थे, उन्होंने गरीबी में अपना बचपन काटा है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल से ही कि थी। ऐसा कहा जाता है कि 10 साल की उम्र तक कोई औपचारिक शिक्षा नही ली गई हैं।वहीं सिद्धारमैया ने मैसूर विश्वविद्यालय से बी.एससी और बैचलर ऑफ लॉ किया और कुछ समय के लिए कानून भी पढ़ाया है। उनका राजनीतिक जीवन 1978 में एक आपातकाल के बाद शुरू हुआ।सन 1983 में उन्होंने राजनीतिक दुनिया में आए और उन्हें चामुंडेश्वरी से भारतीय लोक दल द्वारा टिकट दिया गया। उनकी जीत कई लोगों को आश्चर्यजनक लगी लेकिन वे निर्वाचित हुए और कर्नाटक विधान सभा में उन्होंने प्रवेश किया।1989 के विधानसभा चुनावों में हार का स्वाद चखने के बाद वे और मजबूत हुए और 1994 में फिर से जीते और एच.डी. में वित्त मंत्री घोषित किए गए। देवेगौड़ा का कार्यकाल हालाँकि, देवेगौड़ा के साथ उनकी साझेदारी समाप्त हो गई और वे 2005 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए।सिद्धारमैया एक सार्वजनिक बैठक में सोनिया गांधी की उपस्थिति में बैंगलोर में राजनीतिक दल-कांग्रेस में शामिल हो गए। वह 2008 के राज्य चुनावों में अपने निर्वाचन क्षेत्र वरुणा से चुने गए थे लेकिन उनकी पार्टी हार गई थी। 2013 वह कांग्रेस के मुख्यमंत्री का चेहरा थे और 2013 के राज्य चुनावों में स्पष्ट बहुमत के लिए कांग्रेस का नेतृत्व किया और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने। 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें एक बार फिर कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चित्रित किया गया। मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में विकास और भ्रष्टाचार दोनों देखा गया। उनकी पार्टी ने अभी भी राज्य के चुनावों के लिए चुनाव अभियान का नेतृत्व करने के लिए उन पर विश्वास दिखाया है। अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ उनकी ट्विटर लड़ाई ने चुनावों से पहले काफी सुर्खियां बटोरीं और उनके पद को फिर से हासिल करने की भविष्यवाणी की गई।
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सिद्धारमैया का राजनैतिक करियर| Political career of Siddaramaiah
वह 1978 तक एक जूनियर वकील के रूप में काम कर रहे थे, जब उन्होंने भारतीय लोकदल के टिकट पर चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव लड़कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। उन्होंने कर्नाटक के लिए 7वें विधान सभा चुनाव में प्रवेश किया और कई लोगों की उम्मीदों के विपरीत, उन्होंने सीट जीती, जिससे उन्हें नाम और प्रसिद्धि मिली। 1985 के मध्यावधि चुनावों में, वह फिर से चुने गए और पशु चिकित्सा सेवाओं और पशुपालन मंत्री बने। वे 1994 के राज्य चुनावों में फिर से निर्वाचित हुए और देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जेडी सरकार में वित्त मंत्री के पद पर रहे। 1996 में उन्हें डिप्टी सीएम के रूप में भी नियुक्त किया गया था। जब जनता दल का विभाजन हुआ, तो उन्होंने गौड़ा के नेतृत्व वाले एक गुट जनता दल (सेक्युलर) का साथ दिया और राज्य इकाई के राज्य अध्यक्ष बने। बाद में 2004 में जब कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन किया तो उन्हें फिर से डिप्टी सीएम बनाया गया।हालांकि, उनके और देवेगौड़ा के बीच मतभेदों के बाद उन्हें पार्टी से निष्कासन का सामना करना पड़ा। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए और देवेगौड़ा के आक्रामक प्रचार के बावजूद चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में दिसंबर 2006 में हुए उपचुनाव जीते। 2013 में, वह कांग्रेस विधायक दल के नेता बने।बाद में उन्होंने 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में बहुमत से जीत हासिल कर 2013 में कांग्रेस को जीत दिलाई।
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सिद्धारमैया संपत्ति | Siddaramaiah Assets
हम आपको बता दें कि सिद्धारमैया और उनकी पत्नी के पास लगभग 20.84 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जबकि हिंदू अविभाजित परिवार के तहत दिखाई गई संपत्ति लगभग 47.31 लाख रुपये है। अगर हम उनकी अलग-अलग संपत्ति की बात करें तो उनकी पत्नी की संपत्ति लगभग 19.56 करोड़ रुपये है और श्री सिद्धारमैया की संपत्ति लगभग 9.43 करोड़ रुपये है। सिद्धारमैया की देनदारियों का मूल्य INR 6.84 करोड़ है, जबकि उनकी पत्नी की देनदारियों को लगभग 16.54 करोड़ रुपये दिखाया गया है। 2018 के चुनावों के दौरान, श्री सिद्धारमैया की पारिवारिक संपत्ति लगभग 20.36 करोड़ रुपये थी और देनदारियों का मूल्य INR 4.86 करोड़ था। सिद्धारमैया की पारिवारिक संपत्ति की कीमत इससे अधिक है INR 51 करोड़ और देनदारियाँ INR 23 करोड़ से अधिक हैं
सिद्धारमैया फैक्ट्स| Siddaramaiah unknown Facts
- सिद्धारमैया ने 1978 में राजनीति में ऐंट्री की जब वह मैसूर तालुका बोर्ड के लिए चुने गए थे। उन्होंने 1983 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में लोकदल पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और मैसूर में चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल कर अपने नाम का परचंम लहराया था।
- सिद्धारमैया बाद में जनता पार्टी में शामिल हो गए थे और सन 1985 में चुनाव जीतकर चामुंडेश्वरी सीट को बरकरार रखा। उन्होंने 1994 में जनता दल के टिकट पर और 2004 में जनता दल (सेक्युलर) के टिकट पर फिर से जीत हासिल की।
- सन 2005 में सिद्धारमैया को जेडी-एस से निलंबित कर दिया गया था।जिसके एक साल बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का दल चुन लिया और पर्टी में शामिल हो गए। उन्होंने 2007 में चामुंडेश्वरी उपचुनाव जीता। श्री सिद्धारमैया ने दो बार कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
- कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मई 2013 में सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने बादामी सीट जीतकर कांग्रेस के टिकट पर 2018 का चुनाव लड़ा, लेकिन चामुंडेश्वरी से हार गए।
- सिद्धारमैया कुरुबा समुदाय से आते हैं। उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और बाद में कानून की पढ़ाई की। उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने से पहले कानून का अभ्यास किया।
FAQ’s : Siddaramaiah biography in Hindi
Q.सिद्धारमैया की जन्म तिथि क्या है?
Ans.सिद्धारमैया की जन्मतिथि 12 अगस्त, 1948 है।
Q.सिद्धारमैया की पत्नी कौन है?
Ans.सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती सिद्धारमैया हैं।
Q.सिद्धारमैया की उम्र कितनी है?
Ans.सिद्धारमैया 75 साल के हैं (2023 तक)।
Q.सिद्धारमैया की योग्यता क्या है?
Ans.सिद्धारमैया ने B.Sc. और मैसूर विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है।
Q.सिद्धारमैया किस पार्टी से हैं?
Ans.सिद्धारमैया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राजनीतिक दल के राजनेता हैं।
Q.सिद्धारमैया के 22वें मुख्यमंत्री कौन थे?
Ans.सिद्धारमैया 2013 से 2018 तक कर्नाटक के 22वें मुख्यमंत्री थे।
Q.कौन हैं सिद्धारमैया?
Ans.सिद्धारमैया 2013 से 2018 तक कर्नाटक के 22वें मुख्यमंत्री थे।