Makar Sankranti Daan:- सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करता है तभी मकर संक्रांति मनाई जाती है, इसके साथ ही सूर्य की दिशा दक्षिण से उत्तर हो जाती हैं। शास्त्रों में इस बात का विवरण दिया गया है कि’ उत्तरायण देवताओं का दिन और दक्षिणायन रात होती हैं। संक्रांति के पावन अवसर पर स्नान दान ध्यान तपस्या जैसे अनुष्ठान का विशेष महत्व हैं। मकर संक्रांति को उत्तरायण भी कहा जाता हैं। उत्तरायण के साथी सर्दी कम हो जाती हैं। Makar Sankranti के शुभ दिन पर दान करने की विशेष परंपरा हैं। मान्यता है कि इस दिन किया गया दान (Dan) सौ गुना होकर लौटता है।इसलिए मकर संक्रांति के अवसर पर भगवान सूर्य की पूजा करने के बाद घी तिल से बने हुए व्यंजन कंबल और विशेष तौर पर खिचड़ी का दान किया जाता हैं। इससे आपको महा पुण्य की प्राप्ति होगी। इसलिए संक्रांति के दिन सभी लोग गंगा में जाकर स्नान करते हैं और वहीं पर भगवान सूर्य की पूजा करने के बाद गरीब लोगों को दान स्वरूप चीज देते हैं, ताकि उनकी पूजा सफल मानी जाए इसलिए। आज के लेख में Makar Sankranti Daan से जुड़ी चीजों के बारे में जानकारी आपको प्रदान करेंगे, आर्टिकल पर बने रहिए और आखिर तक पढ़े:-
मकर संक्रांति पर दान का महत्व-Overview
इस दिन सूर्य पूजन के साथ-साथ दान का भी काफी महत्व है। इस दिन किया गया दान अन्य दिनों की तुलना में किए दान से काफी ज्यादा महत्व है । ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि मकर संक्रांति के दिन इन चीजों का दान करने से ना सिर्फ देवता प्रसन्न होते हैं, बल्कि घर में भी सुख शांति बनी रहती है। इसके अलावा इस दिन गुण और तिल, रेवड़ी, गजक का प्रसाद भी बांटा जाता है। सूर्य उत्तरी गोलार्ध (Northern Hemisphere) की ओर जाना शुरू कर देते हैं, इसलिए दिन बड़े और रातें छोटी होती है। इस दिन से गर्मी का अहसास होने लगता है।
टॉपिक | मकर संक्रांति पर दान क्यों करते है |
लेख प्रकार | आर्टिकल |
साल | 2024 |
कब है मकर संक्रांति | 15 जनवरी 2024 |
मकर संक्रांति के दिन किस भी पूजा होती है | सूर्य देवता |
मकर संक्रांति के दिन क्या करना चाहिए | घी, तिल, कंबल और खिचड़ी का दान किया जाता है |
मकर संक्रांति पर दान करने से क्या होता है | इस दिन किया गया दान सौ गुना होकर लौटता है |
मकर संक्रांति पर सबसे ज्यादा भीड़ कहां देखने मिलती है | गंगासागर |
मकर संक्रांति दान | Makar Sankranti Daan
मकर संक्रांति के दिन दान करने की भी परंपरा है। इसका अनुसरण प्रत्येक व्यक्ति करता हैं। ऐसा कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन दान करने से आपको भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होगी। हिंदू धर्म शास्त्र में इस बात का उल्लेख है कि मकर संक्रांति के दिन दान करने से आपको महा पुण्य की प्राप्ति होगी। भारत के सभी राज्यों में मकर संक्रांति के दिन राज्यों के अनुसार दान करने की परंपरा का अनुसरण किया जाता हैं। भारत के सभी राज्यों में मकर संक्रांति के विभिन्न प्रकार की चीज दान में दी जाती हैं’ उदाहरण के लिए बिहार में मकर संक्रांति पर्व को खिचड़ी के नाम से जाना जाता है. इस दिन उड़द, चावल, सोना, ऊनी वस्त्र, कंबल आदि दान करने का अपना महत्व है। महाराष्ट्र में सभी विवाहित महिलाएं अपनी पहली संक्रांति पर हल्दी-कुमकुम समारोह करते हुए अन्य सुहागिन या विवाहित महिलाओं को कपास, तेल और नमक दान करती हैं।बंगाल में मकर संक्रांति के दिन स्नान के बाद तिल दान करने की परंपरा है। गंगासागर में हर वर्ष विशाल मेले का भी आयोजन किया जाता है। इस अवधि के दौरान कोई भी पुण्य कार्य या दान शुभ माना जाता है।
मकर संक्रांति पर दान | Daan on Makar Sankranti
पुराणों में इस बात का उल्लेख है कि मकर संक्रांति के दिन यदि आप दान करते हैं तो आपको पुण्य की प्राप्ति होगी। जरूरतमंदों और गरीबों को गेहूं, चावल और मिठाई दान करना त्योहार का हिस्सा है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे दिल से दान करता है तो भगवान उसके जीवन में समृद्धि और खुशियां लाते हैं। एक बात का ध्यान रखिएगा कि आप जब भी किसी व्यक्ति को दान निस्वार्थ भावना से करें तभी जाकर आपका दान सफल माना जाएगा। भारत के सभी राज्यों में विभिन्न प्रकार की चीज मकर संक्रांति के दिन दान में दी जाती हैं।
मकर संक्रांति पर क्या दान करना चाहिए | Makar Sankranti Me kya Daan Karna Chahiye
मकर संक्रांति के दिन कौन-कौन सी चीज दान में देनी चाहिए उसका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आईए जानते हैं:-
- मकर संक्रांति के दिन काले तिल का दान जरूर करना चाहिए।
- मकर संक्रांति के गुड़ जरूर दान करना चाहिए क्योंकि इसका सीधा संबंध भगवान सूर्य देव से हैं। ऐसा कहा जाता है’ गुड का दान करने से सूर्य से जुड़ी हुई सभी समस्याएं आपकी दूर हो जाएंगे’ आपको भगवान सूर्य का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा।
- सर्दी के मौसम में गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को आप कंबल दान कर सकते हैं। कंबल काला होना चाहिए क्योंकि इससे आपको राहु और केतु समस्या से छुटकारा मिलेगा
- मकर संक्रांति के दिन आप भी काले उड़द के दाल की खिचड़ी का दान जरूर करे इसका सीधा संबंध भगवान शनिदेव से है ताकि आपको शनि दोष से मुक्ति मिल सके।
- संक्रांति के दिन घी का दान भी जरूर करना चाहिए इसका सीधा संबंध भगवान सूर्यदेव से है और साथ में घी समृद्धि का प्रतीक होता हैं। इसे आपके जीवन में नए अवसर और खुशी आएंगे |
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मकर संक्रांति पर क्या दान नहीं करना चाहिए
मकर संक्रांति का त्योहार भारत देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन दान का काफी महत्व है। हम यह तो जानते हैं कि हमें क्या दान करना है, लेकिन यह नहीं जानते कि क्या दान नहीं करना है। आइए आपको बताते हैं कि किन चीजों का दान करना आपके लिए अशुभ फल दे सकता है।
- इस दिन आप प्लास्टिक का दान नहीं करें। इससे घर में वास्तु दोष होता है।
- अगर आप तेल दान कर रहे हैं, तो वह तेल इस्तेमाल किया हुआ नहीं होना चाहिए।
- इस दिन स्टील की चीजें दान नहीं करनी चाहिए। इससे सुख-शांति चली जाती है और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- मकर संक्रांति के दिन झाड़ू दान नहीं करना चाहिए।
- किसी और की दी हुई चीज आपको नहीं देनी चाहिए। इससे दान का फल आपको नहीं मिलेगा।
- जूते-चप्पल का दान नहीं करना चाहिए।
- जूठी वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए।
राशि के अनुसार क्या दान करें?
- मेष राशि – मेष राशि के लोगों को गुड़, मूंगफली एवं तिल का दान करना चाहिए। आप वस्त्र का भी दान कर सकते हैं।
- वृषभ राशि – इस राशि के जातकों को सफेद कपड़ा, दही एवं तिल का दान करना चाहिए।
- मिथुन राशि – इन राशि वालों को मूंग दाल, चावल एवं कंबल का दान करना शुभ माना जाता है। शारीरिक कष्ट दूर करने के लिए काला तिल, चादर और छाते का भी दान कर सकते हैं।
- कर्क राशि – कर्क राशि वालों को इस बार चावल, सफेद तिल, चांदी का दान करना चाहिए। यह लोग पीले रंग का वस्त्र, दूध या घी भी दान कर सकते हैं।
- सिंह राशि – इस दिन आप कंबल किसी गरीब को दें। इसके अलावा लाल कपड़ा, तांबा और गेहूं भी दान कर सकते हैं।
- कन्या राशि – इन लोगों को इस बार खिचड़ी, कंबल एवं हरे रंग के कपड़े दान करना चाहिए।
- तुला राशि – तुला राशि के जातक सफेद कपड़ा, चीनी एवं कंबल का दान कर सकते हैं।
- वृश्चिक राशि – इस राशि के जातक गुड़, लाल कपड़ा एवं तिल का दान करें।
- धनु राशि – इस राशि के लोगों को पीला कपड़ा, पीली दाल, खड़ी हल्दी आदि का दान करना चाहिए।
- मकर राशि – इस राशि के जातकों को कंबल, काले तिल और तेल का दान शुभ है।
- कुंभ राशि – कुंभ राशि के जातकों को काली उड़द, काला कपड़ा एवं काले तिल का दान करना अच्छा है।
मकर संक्रांति पर दान करने के लाभ (Benefits of Donating On Makar Sankranti)
- अगर कोई व्यक्ति इस दिन पवित्र नदी में स्नान करके काली तिल का दान करता है, तो उसकी कुंडली (Horoscope) में चल रहे शनि का दोष दूर होता है।
- शनि दोष दूर करने के लिए उड़द की दाल या उसकी बनी खिचड़ी दान देने से भी शनि ग्रह शांत होता है।
- ऊनी वस्त्र या कंबल का गरीब व जरूरतमंद को दान करने से राहु दोष से छुटकारा मिलता है।
- गुड़ का दान करने से सूर्य और शनिदेव प्रसन्न होते हैं। भगवान सूर्य की कृपा बरसती है।
- देसी घी दान करने से मान-सम्मान बढता है। इसके अलावा बर्तन और गाय को हरा चारा देने से भी लाभ मिलता है।
Makar Sankranti Significance | मकर संक्रांति का महत्व क्या है?
मकर संक्रांति( Makar Sankranti) भगवान सूर्य को समर्पित त्योहार है। यह त्यौहार हिंदुओं के लिए छह महीने की शुभ अवधि की शुरुआत का भी प्रतीक है, जिसे उत्तरायण कहा जाता है। इसे आध्यात्मिक साधना के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि माना जाता है। मकर संक्रांति के अवसर पर, लाखों लोग संगम, गंगा और जमुना के घाटों पर पवित्र डुबकी लगाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र स्नान से पिछले पापों की क्षमा मिल जाती है। लोग भगवान सूर्य की पूजा भी करते हैं और अपने धन और विजय के लिए धन्यवाद देते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, एक वर्ष में 12 संक्रांतियां होती हैं। सभी संक्रांतियों में से, मकर संक्रांति को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है और पूरे देश में मनाया जाता है |
मकर संक्रांति पर्व | Makar Sankranti Parv
भारत में सभी त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाये जाते हैं। मकर संक्रांति हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है जो हर साल 14 या फिर 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस समय सूर्य उत्तरायण होता है। इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, जिसके कारण इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव से मिलने उनके घर जाते हैं और शनि देव मकर राशि के स्वामी हैं।मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाने और दान करने का महत्व है।
इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। इस दिन तिल और गुड़ के लड्डू मुख्य व्यंजन होते हैं। लोगों के बीच मूंगफली और रेवड़ी बांटी जाती है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान करते हैं। इस दिन दान करने से सौ गुना अधिक पुण्य मिलता है। शुद्ध देशी घी और कंबल का दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति के त्यौहार पर पूरा आसमान पतंगों से ढका रहता है और कई पतंग उड़ाने की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। मकर संक्रांति दान और स्नान का पर्व है जो हर किसी के जीवन को उत्साह से भर देता है।
निष्कर्ष:
उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल आपको पसंद आएगा आर्टिकल संबंधित अगर आपका कोई भी सवाल या सुझाव है तो आप हमारे कमेंट सेक्शन में जाकर पूछ सकते हैं उसका उत्तर हम आपको जरूर देंगे तब तक के लिए धन्यवाद और मिलते हैं अगले आर्टिकल में…
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FAQ’s Makar Sankranti Par Daan 2024
Q. मकर संक्रांति पर दान क्यों करते हैं?
Ans. ग्रह शांति के लिए मकर संक्रांति पर दान किया जाता है।
Q. मकर संक्रांति कब है?
Ans. 15 जनवरी को साल 2024 की मकर संक्रांति मनाई जाएगी ।
Q. मकर संक्रांति पर तिल का दान से क्या होता है?
Ans. कुंडली में शनि ग्रह की शांति के लिए मकर संक्रांति के दिन तिल का दान किया जाता है ।
Q. मकर संक्रांति पर क्या दान करने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है?
Ans. मकर संक्रांति के दिन प्लास्टिक का दान करने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
Q. मकर संक्रांति पर स्टील का दान करने से क्या होता है?
Ans. मकर संक्रांति के दिन स्टील का दान करने से सुख-शांति चली जाती है, और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है ।