Bal Ashirwad Yojana 2023:- मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा “मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना” की शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत राज्य में रहने वाले अनाथ बच्चों को सरकार की तरफ से आर्थिक, शैक्षणिक, व्यावसायिक और चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी। ताकि उनका भविष्य उज्जवल बन सके जैसा कि आप लोग जानते हैं कि कोरोनावायरस कारण कई बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है . ऐसे बच्चों को भी Mukhymantri Bal Ashirwad Yojana का लाभ दिया जाएगा इसलिए हम आपको इस आर्टिकल में एमपी बाल आशीर्वाद योजना क्या हैं? MP Bal Ashirwad Yojana के लाभ सहायता राशि, पात्रता, दस्तावेज, मध्य प्रदेश आशीर्वाद योजना के लिए कैसे आवेदन करें अगर आप इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो हम आपसे निवेदन करेंगे हमारे साथ आर्टिकल पर आकर तक बने रहे हैं आइए जानते हैं-
MP Bal Ashirwad Yojana 2023
आर्टिकल का प्रकार | सरकारी योजना |
आर्टिकल का नाम | बाल आशीर्वाद योजना |
साल | 2023 |
किसके द्वारा शुरू की गई है | शिवराज सिंह चौहान के द्वारा |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन घोषित नहीं की गई है |
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना क्या हैं? Mukhymantri Bal Ashirwad Yojana
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना (Mukhymantri Bal Ashirwad Yojana) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा शुरू किया गया . योजना के माध्यम से राज्य के अनाथ बच्चों को सरकार की तरफ सेआर्थिक, शैक्षणिक, चिकित्सा और व्यावसायिक सहयोग प्रदान किया जाएगा। ताकि उन्हें आर्थिक तंगी या परेशानी का सामना करना पड़े योजना के तहत राज्य ऐसे बच्चों को भी शामिल किया गया जिनके माता पिता की मृत्यु कोविड-19 के कारण हो गई थी . ऐसे में उन्हें इस योजना के अंतर्गत सम्मिलित कर उनके भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बनाया जाएगा | इस योजना को दो भागों में विभाजित किया गया है जिनमें 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना और 18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आफ्टर केयर योजना को शामिल किया गया है।
बाल आशीर्वाद योजना के लाभ Bal Ashirwad Yojana Benefits
बाल आशीर्वाद योजना से लाभ क्या प्राप्त होगा तो हम आपको बता दें कि इससे कई प्रकार लाभ प्राप्त होंगे जिसके कारण ही मध्य प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना का शुभारंभ राज्य में किया है
- Bal ashirwad Yojana राज्य के अनाथ बच्चों को प्रति महीने आर्थिक मदद राशि प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के चिकित्सा संबंधित सुविधा देने के लिए उनका आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाएगा .
- इस योजना के तहत अनाथ बच्चों को आर्थिक, शैक्षणिक, चिकित्सा और व्यावसायिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- बाल आशीर्वाद योजना के अंतर्गत बालगृह छोड़ने वाले 18 वर्ष के अधिक उम्र के बच्चों को 5 हजार रुपये प्रति महीने की आर्थिक मदद राशि प्रदान की जाएगी।उन्हें 1 साल की अवधि तक या फिर इंटर्नशिप की अवधि तक यह राशि प्रदान की जाएगी।
- योजना के अंतर्गत जो अनाथ बच्चे अपने सगे संबंधियों / संरक्षक के साथ जीवन निर्वाह कर रहे प्रति महीने 4000 रुपयों की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के द्वारा प्राप्त राशि को पूरे 1 वर्ष तक प्रदान किया जाएगा अगर बच्चे और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति में कोई भी सुधार नहीं आता है तो आर्थिक मदद की अवधि को बढ़ाया जा सकता है
- योजना के माध्यम से अनाथ बच्चे अपनी पढ़ाई आसानी से जारी रख सकते हैं |
बाल आशीर्वाद योजना सहायता राशि
बाल आशीर्वाद योजना के तहत सहायता राशि कितनी दी जाएगी तो हम आपको बता दें कि यहां पर सहायता राशि 2 चरणों में प्रदान की जाएगी जिसका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे आइए जानते हैं
ऑफ्टर केयर योजना
- इसके अंतर्गत ऐसे बच्चों को सरकार आर्थिक मदद देगी जो बाल गृह छोड़ चुके हैं और जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो गई है इसके अलावा ऐसे छात्रों को राज्य सरकार के द्वारा इंडस्ट्रियल संस्थानों में इंटरशिप करवा कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा
- इसके साथ ही साथ उन्हें 1 साल की अवधि तक या फिर इंटर्नशिप की अवधि तक प्रति महीने 5 हजार रुपये की आर्थिक मदद राशि प्रदान की जाएगी।
- इसके अंतर्गत उन्हें पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, आईटीआई, नर्सिंग, पैरामेडिकल, हॉटेल मैनेजमेंट, टूरिज्म आदि का व्यावसायिक प्रशिक्षण संबंधित विभाग द्वारा निःशुल्क प्रदान किया जाएगा।
- दो वर्षों तक या व्यावसायिक प्रशिक्षण अवधि तक भी उन्हें प्रत्येक महीने ₹5000 की राशि आर्थिक मदद के तौर पर दी जाएगी |
- इस योजना के अंतर्गत जो भी बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेना चाहते है, उन्हें प्रति महीने 5 से 8 हजार रुपयों की आर्थिक मदद राशि प्रदान की जाएगी।
- इसके अंतर्गत 24 साल तक बच्चों को सरकार की तरफ से आर्थिक मदद की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी |
सपॉन्सरशिप योजना
- योजना का लाभ ऐसे अनाथ बच्चों को मिलेगा जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे कम है
- योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा जिनके माता पिता के गुजरने के बाद उनकी देखभाल सगे संबंधियों / संरक्षक के द्वारा की जा रही है।
- इसके तहत बच्चों को प्रत्येक महीने ₹4000 की आर्थिक मदद दी जाएगी पैसे बच्चों की देखभाल करने वाले व्यक्ति के अकाउंट में ट्रांसफर किए जाएंगे |
- योजना के द्वारा मिलने वाली राशि को पूरे 1 साल तक प्रदान किया जाएगा और अगर बच्चे या परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार नही होता हैं जरूरत के मुताबिक उसकी समय अवधि को बढ़ाया जा सकता है |
- बच्चों को चिकित्सीय सहायता देने के लिए उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा |
- इसके अंतर्गत बच्चों को केवल 18 वर्ष की सहायता राशि दिया जाएगा |
पात्रता Bal ashirwad ashirwad Yojana Eligibility
- मध्यप्रदेश राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के लिए केवल वही बच्चे योग्य होंगे जिनके माता पिता का निधन हो गया है।
दस्तावेज Required Documents Bal ashirwad Yojana
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट लगेंगे इसके बारे में अभी तक कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई है जैसे ही जानकारी आएगी हम आपको तुरंत अपडेट करेंगे |
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए कैसे आवेदन करें?
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना संचालन हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ऑफिसियल पोर्टल (scps.mp.gov.in) लॉन्च किया गया है। योजना की विस्तृत जानकारी और आवेदन प्रक्रिया को पोर्टल पर विस्तारपूर्वक दिया गया है।
FAQ’s Bal Ashirwad Yojana 2023
Q. मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का उद्देश्य क्या है?
Ans. इस योजना को शुरू करने का मध्य प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य के अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
Q. मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का ऑफिशल वेबसाइट क्या है?
Ans. मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए अभी तक कोई भी ऑफिशल वेबसाइट लॉन्च नहीं की गई है जैसे ही वेबसाइट लांच की जाएगी हम आपको उसके बारे में तुरंत जानकारी देंगे |
Q. मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होगी?
मध्य प्रदेश सरकार ने Mukhyamantri Baal Aashirwad Yojana के लिए आवेदन केवल अनाथ बच्चे ही कर सकेंगे। लेकिन उसके लिए अभी आपको थोड़ा इंतजार करना होगा क्योंकि सरकार अभी कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बात करेगी। सरकार जैसे ही आवेदन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देगी। हम आपको सूचित कर देंगे।