कार्तिक पूर्णिमा 2023 | Kartik Purnima : सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के लिए पूर्णिमा तिथि का एक विशेष महत्व होता है। क्योंकि यह मान्यता कि इस दिन गंगा स्नान करने से एवं भगवान विष्णु ,महालक्ष्मी का पूजा करने से सुख समृद्धि, वृद्धि एवं शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन को दान करने के लिए भी काफी शुभ उत्तम माना जाता है। वही कार्तिक मास में साल की सबसे बड़ी पूर्णिमा कार्तिक पूर्णिमा भी मनाई जाती है। अक्सर ये अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाई जाती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन कार्तिक मास का समापन होता है। हिंदू धर्म औऱ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस पूर्णिमा का बहुत महत्व होता हैं। अब सवाल यह आता है कि कार्तिक पूर्णिमा इस साल कब मनाई जाएगी ? जिसका जवाब हमारे द्वारा इस लेख में दिया गया है।
साथ ही इस लेख में हम आपको कार्तिक पूर्णिमा से जुड़ी कई और जानकारियां उपलब्ध कराएंगे। तो आईए जानते हैं की कार्तिक पूर्णिमा कब है,क्यों मनाई जाती है,शुभ मुहूर्त क्या है, पूजन विधि, संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक इस आर्टिकल में प्रदान की जाएगी। इसलिए आप लोग इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
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कार्तिक पूर्णिमा कब है? Kartik Purnima Kab Hai
पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर 2023 दिन रविवार को दोपहर 3:53 से आरंभ होगी और 27 नवंबर दिन सोमवार को दोपहर 2:45 पर समाप्त होगी। वहीं उदया तिथि के अनुसार बात करें तो कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर को 2023 को दिन सोमवार को मनाया जाएगा।
कार्तिक पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है? Kartik Purnima Kyu Manai Jati Hai
हिंदू धर्म के अनुसार यह मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक एक राक्षस का वध किया था। इनके इस कार्य से प्रश्न होकर सभी देवी देवता काशी नगरी पहुंचे। वहां पर गंगा स्नान करके दीप जला कर भगवान शंकर जी की उपासना की थी। इस दिन को देव दीपावली भी कहा जाता है।
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कार्तिक पूर्णिमा मुहूर्त | Kartik Purnima Muhurat
पंचांग के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त: 27 नवंबर को सुबह 5:05 से लेकर 5:59 तक रहेगा।
अभिजित मुहूर्त : 27 नवंबर को सुबह 11:47 से लेकर दोपहर 12:30 तक रहेगा।
कार्तिक पूर्णिमा पूजन विधि | Kartik Purnima Puja Vidhi
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्योदय होने से पहले सो कर उठे।
- इसके बाद किसी पवित्र नदी में या अपने घरों में उपलब्ध पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
- इसके बाद मां लक्ष्मी एवं भगवान विष्णु के समक्ष दीप जलाए और फल -फूल, धूप ,दीप, नैवेद्य के साथ विधिवत पूजन करें।
- भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी समेत अन्य भगवानों की आरती करें।
- इस दिन जब चंद्रोदय होगा तब जल में कच्चा दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- पूजन की विधि समाप्त होने के बाद व्रत का पारण करें।
कार्तिक पूर्णिमा की पूजा कैसे करें? Kartik Purnima Ki Puja Kaise Kare
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह सूर्य उदय होने से पहले गंगा स्नान या अपने घर में उपलब्ध पानी में गंगाजल को मिलाकर स्नान करना होगा। उसके बाद मिट्टी के दीए में तेल डालकर दीप जलाए और भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी का पूजन करें। इस दिन अपने घर में हवन एवं पूजन करें एवं जरूरतमंद लोगों के बीच खाने की चीज दान करें। और संध्या का समय अपने नजदीकी किसी मंदिर में दीपदान करें।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या करें और क्या ना करें
Conclusion:
उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल कार्तिक पूर्णिमा 2023 संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई है जो आप लोगों को काफी पसंद आया होगा ऐसे में आप हमारे इस आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न एवं सुझाव है तो आप लोग हमारे कमेंट बॉक्स में आकर अपने प्रश्न को पूछ सकते हैं हम आपके प्रश्नों का जवाब जरूर देंगे।
FAQ’s: Kartik Purnima Ki Puja Kaise Kare
Q.कार्तिक पूर्णिमा 2023 कब है?
Ans. कार्तिक पूर्णिमा 2023,26 नवंबर दिन रविवार को दोपहर 3:53 से आरंभ होगा और 27 नवंबर दिन सोमवार को दोपहर 2:45 पर समाप्त होगा। उदया तिथि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर को 2023 को दिन सोमवार को मनाया जाएगा।
Q.कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या करें?
Ans.कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह सूर्योदय होने से पहले गंगा स्नान कर लेना चाहिए। जरूरतमंद लोगों के बीच खाने की चीज दान करना चाहिए।
Q.कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या ना करें?
Ans.कार्तिक पूर्णिमा के दिन लहसुन ,प्याज ,मांस, मछली एवं शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।