World Soil Day 2023 : विश्व मृदा दिवस कब मनाया जाता है? जाने इतिहास, महत्व और थीम के बारें में 

World Soil Day 2023

विश्व मृदा दिवस 2023: विश्व मृदा दिवस (World Soil Day):- प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ मिट्टी के महत्व के विषय में जागरूक करना है। जैसे कि हम लोगों जानते हैं कि हमारे जीवन के लिए पानी का जितना अधिक महत्व है उतना ही मिट्टी का भी महत्व है। वर्तमान समय में किसानों के द्वारा खेतों में रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाइयां का छिड़काव किया जाता है, जिसके परिणाम स्वरुप मिट्टी की गुणवत्ता में कमी आ रही है और साथ ही साथ मिट्टी की उपजाऊ क्षमता भी कम होती जा रही है। जिसके चलते मिट्टी मानव जीवन, पेड़ पौधे एवं जीव जंतु के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकती है। ऐसे में मिट्टी की सुरक्षा करना काफी अधिक आवश्यक हो गया है।

मिट्टी की सुरक्षा करने और इसके महत्व के बारें में लोगों को बताने के लिए ही दुनिया भर में 5 दिसंबर के दिन विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है।आज का हमारा लेख मृदा दिवस को समर्पित है तो आईए जानते हैं कि विश्व मृदा दिवस क्या है,क्यों मनाया जाता है एवं कब मनाया जाता है संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक इस आर्टिकल में प्रदान की जा रही है इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

विश्व मृदा दिवस क्या है? 2023 | What is World Soil Day

World Soil Day Kya Hai 2023 :- विश्व मृदा दिवस एक ऐसा दिवस है जिसमें मिट्टी संरक्षण के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है। इस दिन उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिट्टी के संरक्षण के प्रति जागरुक करना है। पूरे विश्व में बढ़ती जनसंख्या के कारण मिट्टी का कटाव अधिक मात्रा में हो रहा है और साथ ही साथ खेतों में किसानों के द्वारा कीटनाशक दवाइयां एवं रसायन खाद्य का छिड़काव करने से  मिट्टी का उर्वरक शक्ति कम हो रही है। जिसके कारण मिट्टी से फल फूल रहे पेड़ पौधे एवं जीव जंतु एवं मानव के लिए एक समस्या बनते जा रहा है। इसी समस्या को दूर करने के लिए विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। 

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विश्व मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है? 2023। Why World Soil Day Celebrated 

Vishav Soil Day Kyu Manaya Jata Hai: जनसंख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण मिट्टी का कटाव अधिक मात्रा में हो रहा है। ऐसे में मिट्टी के कटाव को काम करना काफी आवश्यक है एवं किसान खेतों में रसायन खाद्य का इस्तेमाल अधिक मात्रा में करते हैं, जिससे मिट्टी के गुणवत्ता में कमी आ जाती है। जिसके कारण उपजाऊ क्षमता कम हो जाती है, जिससे मानव जीवन के साथ-साथ जीव- जंतु एवं पेड़- पौधे के लिए खतरा बन रहा है। अर्थात इस प्रकार के खतरे से मुक्ति पाने के लिए मिट्टी का संरक्षण करना है काफी आवश्यक है। इसलिए मिट्टी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस (World Soil Day) मनाया जाता है। 

विश्व मृदा दिवस कब मनाया जाता है 2023 | When World Soil Day is Celebrated

Soil Day Kab Manaya Jata Hai : मिट्टी के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए  अर्थात मिट्टी संरक्षण करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहला अधिकारी मृदा दिवस 5 दिसंबर 2014 को मनाया तभी से प्रत्येक वर्ष 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। 

विश्व मृदा दिवस का इतिहास | World Soil Day History

अंतर्राष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ (IUSS) ने 2002 में मिट्टी का जश्न मनाने, इसके बारे में जागरूक करने और लोगों को इसकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस का प्रस्ताव रखा था। वैश्विक मृदा भागीदारी के ढांचे के भीतर, इस धारणा को थाईलैंड साम्राज्य के नेतृत्व में खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा समर्थित किया गया था। फूड और एग्रीकल्चर (FAO) सम्मेलन सर्वसम्मति से जून 2013 में विश्व मृदा दिवस का समर्थन किया। बाद में, उन्होंने बाद में 68वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसे आधिकारिक रूप से मनाने का अनुरोध किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 दिसंबर 2014 को पहला आधिकारिक विश्व मृदा दिवस के रूप में नामित करके इस अनुरोध का जवाब दिया। इसके बाद ही प्रत्येक वर्ष 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। 

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विश्व मृदा दिवस का महत्व | World Soil Day Significance

संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पहला 5 दिसंबर 2014 आधिकारिक विश्व मृदा दिवस मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ ने इस दिन को मनाने का अनुरोध  2002 में किया गया था। थाईलैंड के राजा नेतृत्व में खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने जागरूकता बढ़ाने वाले दिन के रूप में मृदा दिवस की औपचारिक नींव का समर्थन किया, जो वैश्विक मृदा भागीदारी के दायरे में आता है। ये है मृदा दिवस का महत्व:

  • इस दिन लोगों को मृदा संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है।
  • मिट्टी न केवल मनुष्यों के लिए एक संसाधन है बल्कि अन्य जीवित चीजों के लिए एक घर और संसाधन भी है। विश्व मृदा दिवस पर यह जागरूकता भी फैलाई जाती है।
  • मृदा दिवस एक संसाधन के रूप में मिट्टी के सतत प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डालता है।
  • विश्व मृदा दिवस के दिन किसानों को खेतों में रसायन खाद का छिड़काव नहीं करने का सलाह दिया जाता है। 

विश्व मृदा दिवस 2023 थीम | World Soil Day Theme 2023

किसी भी दिवस को मनाने में थीम का होना काफी आवश्यक है। ठीक इसी प्रकार विश्व मृदा दिवस 2023 की थीम ‘मिट्टी और पानी’ जीवन का स्रोत है। अर्थात पूरे ब्रह्मांड में मिट्टी और पानी का एक अनमोल रिश्ता है। हम लोग जीवन यापन के लिए जिस भोजन खाते हैं  यह 95% मिट्टी और पानी के द्वारा ही प्राप्त होता है। 

समरी (Conclusion)

उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल विश्व मृदा दिवस 2023  संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई है जो आप लोगों को काफी पसंद आया होगा  ऐसे में आप हमारे आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न एवं सुझाव है तो आप लोग हमारे कमेंट बॉक्स में आकर अपने प्रश्नों को पूछ सकते हैं हम आपके प्रश्नों का जवाब जरूर देंगे। 

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FAQ’s: World Soil Day

Q. विश्व मृदा दिवस 2023 कब मनाया जाता है?

Ans. विश्व मृदा दिवस 2023 5 दिसंबर को मनाया जाता है।

Q. विश्व मृदा दिवस पहली बार कब मनाया गया था?

Ans.विश्व मृदा दिवस पहली बार 2014 में मनाया गया था।

Q. विश्व मृदा दिवस 2023 की थीम क्या है?

Ans.विश्व मृदा दिवस 2023 का विषय “मिट्टी और पानी, जीवन का स्रोत” है।

 Q. विश्व मृदा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

 Ans.विश्व मृदा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को मिट्टी संरक्षण करने का उद्देश्य देना है।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

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