Gandhi Jayanti Speech in Hindi:- गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को बड़े हर्षोल्लास के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है। इस दिन भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग संस्थानों के द्वारा समारोह आयोजित करवाया जाता है और इस दिन निबंध लेखन और गांधी जयंती पर भाषण (Gandhi Jayanti Speech) जैसी प्रतियोगिता और समारोह किए जाते है। अगर आप भी इस तरह के किसी समारोह का हिस्सा बनना चाहते हैं और गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी के लिए कोई भाषण देना चाहते हैं तो नीचे दी गई जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
महात्मा गांधी भारत के सबसे बड़े स्वतंत्रता सेनानी थे। महात्मा गांधी के बलिदान और उनके अतुलनीय कार्य के लिए उन्हें राष्ट्रपिता का ओहदा दिया गया है। अगर आप गांधी जयंती पर भाषण तलाश कर रहे हैं तो इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी नीचे सरल शब्दों में दी गई है उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें।
गांधी जयंती पर भाषण | Gandhi Jayanti Speech in Hindi- Overview
जयंती का नाम | Gandhi Jayanti 2023 |
कब मनाते है | हर साल 2 अक्टूबर को |
कैसे मनाते है | पूरे भारतवर्ष में अलग-अलग प्रकार के समारोह से |
क्यों मनाते है | महात्मा गांधी के विचारों का निर्वहन करने के लिए |
Gandhi Jayanti Kab Hai? 2023
महात्मा गांधी को मोहनदास करमचंद गांधी और राष्ट्रपिता के नाम से भी जानते हैं इनका जन्म 2 अक्टूबर 1859 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था और उनकी मृत्यु 30 जनवरी 1948 को दिल्ली में हुआ हम आपको बता दें कि यह महात्मा गांधी का देश की आजादी में अतुल्य योगदान है महात्मा गांधी को पूरी दुनिया में अहिंसा के मुखिया के रूप में भी जाया जाता है। हम आपको बता दे की गांधी जयंती 2 अक्टूबर को प्रत्येक साल भारत में मनाई जाती है इसके अलावा महात्मा गांधी के जन्मदिन को पूरी दुनिया में अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है ।
गांधी जयंती पर नारे | Gandhi Jayanti Famous Nare
महात्मा गांधी के द्वारा कई प्रकार के ऐसे नारे दिए गए जिसके माध्यम से देश के लोगों में राष्ट्रीय भावना को जागृत किया गया था उनके सभी Gandhi Slogan सूची का विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं आईए जानते हैं:-
- करो या मरो
- अहिंसा परमो धर्म
- सत्यमेव जयते
- हरिजन सेवा
- स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है |
गांधी जी के आंदोलनों की लिस्ट
Gandhi Jayanti in Hindi में गांधी जी के आंदोलन की सूची का विवरण हम आपको नीचे विस्तार पूर्वक देंगे |
- असहयोग आंदोलन: 1920 से गांधी जी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन चलाया गया था। जिसके अंतर्गत गांधी जी ने हर एक भारतीयों को कहा था कि वह अंग्रेजों के किसी भी काम में अपनी भूमिका का निभाना करें और ना ही उनकी चीजों का इस्तेमाल करें गांधी जी का असहयोग आंदोलन काफी सफल रहा था |
- नमक सत्याग्रह: 12 मार्च, 1930 में साबरमती आश्रम के द्वारा उन्होंने, दांडी यात्रा का शुभारंभ किया था जिसके लिए उन्होंने 24 दिनों का पैदल मार्च निकाला था। आंदोलन का प्रमुख मकसद अंग्रेजों द्वारा लागू नमक कानून के विरुद्ध सविनय कानून को भंग करना था |
- दलित आंदोलन: महात्मा गांधी ने 8 में 1933 को देश में फैली हुई छुआछूत विरोधी आंदोलन की शुरुआत की थी जिसका प्रमुख मकसद दलितों को समझ में अधिकार दिलाना था |
- भारत छोड़ो आंदोलन: 1942 को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी इसका प्रमुख मकसद अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए विवश करना था इसके लिए देश भर में आंदोलन चलाए गए थे और गांधी जी का भारत छोड़ो आंदोलन काफी सफल रहा था क्योंकि उसके 5 साल बाद ही 1947 को भारत आजाद हुआ था इसके लिए गांधी जी ने करो मरो का नारा भी दिया था |
- चंपारण सत्याग्रह: 1917 को महात्मा गांधी के द्वारा बिहार के चंपारण जिले में चंपारण आंदोलन का बिगुल फूंक दिया गया था इस आंदोलन का प्रमुख उद्देश्य किसानों पर अंग्रेजों के द्वारा किया जाए अत्याचार को रोकना था |
गांधी जयंती पर भाषण | Gandhi Jayanti Speech
Gandhi Jayanti Speech in Hindi: सभी आदरणीय सभा गण को मेरा प्रणाम, आज गांधी जयंती के अति महत्वपूर्ण है दिवस के अवसर पर हम एकत्रित हुए है। मुझे महात्मा गांधी पर दो शब्द कहने के अनुमति देने के लिए आप सब का धन्यवाद।
जैसा कि हम सब जानते है महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात राज्य के पोरबंदर जिले में हुआ था। उनके दादाजी का नाम उत्तमचंद गांधी था जो गुजरात के राजघराने में दीवान का काम करते थे। इसके बाद जब उस इलाके में अंग्रेजों का शासन शुरू हुआ तब महात्मा गांधी के पिता को गुजरात के राजकोट के कोर्ट में दीवान के रूप में ट्रांसफर कर दिया गया था जहां वह कार्य करते थे। महात्मा गांधी कब पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, जिसमें उनके पिता का नाम करमचंद गांधी था, उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। महात्मा गांधी का विवाह महज 12 वर्ष की आयु में उनसे 1 साल बड़ी 13 वर्ष की कस्तूरबा गांधी से कर दिया गया था। इसके बाद महात्मा गांधी ने राजकोट से अपनी प्रारंभिक शिक्षा को पूर्ण किया और लंदन बैरिस्टर की पढ़ाई करने चले गए थे।
आज के जमाने में जिस पढ़ाई को हम वकालत की पढ़ाई कहते है उस जमाने में उसे बैरिस्टर की पढ़ाई कहते थे। वहां से वकालत करने के बाद वह भारत आकर अपनी पत्नी के साथ मुंबई में बस गए थे जहां वह एक कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे थे। कुछ सालों तक प्रैक्टिस करने के बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका के एक अमीर सेठ का केस लड़ने का मौका मिला। उस केस के लिए उन्हें दक्षिण अफ्रीका जाना पड़ा और दक्षिण अफ्रीका में हो रहे नस्लभेद को देखकर उन्होंने आंदोलन करने का विचार बनाया। दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह आंदोलन इतना सफल हुआ कि पहली बार भारतीय देश के किसी व्यक्ति के दबाव में आकर अंग्रेज सरकार को अपने कानून में बदलाव करना पड़ा था।
2 अक्टूबर गांधी जयंती पर भाषण | 2 October Speech in Hindi
2 October Speech in Hindi :- इसके बाद महात्मा गांधी भारत की अखबारों की सुर्खियों में छा गए थे। कुल 21 साल तक महात्मा गांधी अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दक्षिण अफ्रीका में रहे जिसके बाद 9 जनवरी 1915 को भारत वापस लौटे। अपने राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले के निर्देश पर वह भारत आए थे और अंग्रेजों को यहां से भगाने का विचार बना रहे थे। मगर उनके गुरु गोपाल कृष्ण गोखले ने उन्हें सलाह दी कि 1 साल तक भारत को पूरे अच्छे से घूम कर अंग्रेजों की गतिविधि को वहां समझने का प्रयास किया जाए। इसके बाद महात्मा गांधी 1 साल तक भारत भ्रमण करते रहे और अंत में सब कुछ समझने के बाद 1917 में बिहार के चंपारण जिले से अपने आंदोलन को शुरू किया था।
महात्मा गांधी अहिंसा और सत्य के मार्ग पर लोगों को चलने का उपदेश दे रहे थे उनका मानना था कि अगर सत्य की राह पर अहिंसा का पालन करते हुए चलेंगे तो दुनिया की कोई भी शक्ति आपको किसी भी तरह से हरा नहीं कर सकती है। महात्मा गांधी ने अपने पूरे जीवन काल में 8 से अधिक अलग-अलग प्रकार के आंदोलनों में हिस्सा लिया और भारत को अंग्रेजों से मुक्त करवाया। महात्मा गांधी सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए चंपारण सत्याग्रह, खेड़ा आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च, जैसे अलग-अलग प्रकार के आंदोलनों को पूरे भारतवर्ष में फैला पाए।
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गांधी जयंती का क्या महत्व है? Gandhi Jayanti Significance
Gandhi Jayanti Significance:- गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर को पूरे विश्व में अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है उन्होंने अहिंसा स्वरूपी प्रकाश पूरे विश्व में फैलाया था उनका मन था कि दुनिया के किसी भी समस्या का समाधान अहिंसा के द्वारा संभव है और उन्होंने इस बात को भी प्रमाणित करके दिखाया था उन्होंने अहिंसा के माध्यम से अंग्रेजों को भारत से उखाड़ फेंका था गांधी जी का कहना था कि अगर पूरे विश्व में अहिंसा का पालन किया जाए तो हम सभी लोग शांति प्रिया तरीके से रह सकते हैं और दुनिया में भाईचारा और प्रेम की स्थापना करने में हम सफल होंगे |
गांधी जयंती पर भाषण | Gandhi Jayanti PR Bhashan
Gandhi Jayanti PR Bhashan:- 4 जून 1944 को रेडियो पर सुभाष चंद्र बोस से बात करने के दौरान महात्मा गांधी को पहली बार राष्ट्रपिता की उपाधि सुभाष चंद्र बोस ने दी थी। इसके बाद हमारा देश आजाद हुआ और हर साल 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय अहिंसा दिवस गांधी जयंती के रूप में मनाने की परंपरा को शुरू किया गया। महात्मा गांधी को नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट किया गया था मगर किसी कारणवश उन्हें यह पुरस्कार नहीं दिया गया। महात्मा गांधी का जीवन बहुत ही संघर्ष में रहा उन्होंने अपनी जीवनी द एक्सपेरिमेंट विथ ट्रुथ में बताया कि किस प्रकार उन्होंने भारत के एक जगह से बैठकर बिना इंटरनेट और मोबाइल के पूरे भारत के लोगों को संचालित किया और विश्व भर में एक बेहतरीन वक्ता और प्रचलित नेता के रूप में खुद को प्रचारित किया।
हमें महात्मा गांधी सदैव याद रहेंगे उनके अतुलनीय कार्य की वजह से आज हिंदुस्तान आजाद हो पाया है। हम महात्मा गांधी के बलिदान और उनके कार्य कुशलता को कभी नहीं भूल पाएंगे इसीलिए किसी कवि ने कहा है कि
“दे दी हमे आजादी बिना खड़क बिना ढाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल।”
गांधी जयंती पर भाषण | Gandhi Jayanti PR Hindi Me Bhasan
Bhasan On Gandhi Jayanti: गांधी जयंती का त्यौहार अहिंसा का त्यौहार है जिसे हर साल पूरे भारतवर्ष में बड़े हर्षोल्लास के साथ महात्मा गांधी और उनके विचारों को याद करके मनाया जाता है। गांधी जयंती के त्यौहार को राष्ट्रीय दिवस भी कहा जाता है। इस दिन हम महात्मा गांधी के विचारों का निर्वहन करने का प्रयास करते है, महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। महात्मा गांधी के पिता का नाम करमचंद गांधी और उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। महात्मा गांधी का विवाह महज 12 वर्ष की आयु में कस्तूरबा गांधी से कर दिया गया था। महात्मा गांधी ने अपने जीवन का 21 वर्ष दक्षिण अफ्रीका में बिताया था। महात्मा गांधी को चार बच्चे थे, जिनका नाम हरिलाल, मणिलाल, रामदास, देवदास, था।
Gandhi Jayanti Speech in Hindi (10 lines) गाँधी जयंती पर 10 लाइन
Gandhi Jayanti Speech in Hindi (10 lines): महात्मा गांधी ने अपनी वकालत की पढ़ाई लंदन से पूरी की थी और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका में 21 वर्ष तक वकालत का काम किया था जहां उन्होंने आंदोलन करना शुरू किया था और गोपाल कृष्ण गोखले से मिलकर उन्हें अपना राजनीतिक गुरु माना था। 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी सालों बाद भारत आए थे और हमेशा अखबार की सुर्खियों में रहने की वजह से हर किसी को इनसे बहुत उम्मीदें थी। महात्मा गांधी हर किसी के उम्मीदों पर खरा उतर कर दिखा पाए और उन्होंने पूरे भारत भ्रमण के बाद 1917 में अपने सत्याग्रह आंदोलन से आजादी की लड़ाई का नेतृत्व करना शुरू किया था। महात्मा गांधी अलग-अलग आंदोलनों से भारत को आजाद कराने में सफल रहे थे। उनके अतुल्य साहस और बेहतरीन कार्य के साथ अप्रतिम नेतृत्व कला को देखकर सुभाष चंद्र बोस ने 1944 में उन्हें राष्ट्रपिता का दर्जा दिया था।
हम महात्मा गांधी के इस बलिदान को कभी नहीं भूल पाएंगे और साबरमती से आश्रम में रहने वाले उस संत को हमेशा नमन करेंगे जिसने बिना हथियार उठाए हमारे देश को अंग्रेजों से आजाद कर दिया था। उन्होंने अपनी जीवनी द एक्सपेरिमेंट विथ ट्रुथ बताया कि किस प्रकार अंग्रेजों से लड़ने के दौरान उन्हें तकलीफ आई और इस तरह उनका समाधान उन्होंने ढूंढा।
महात्मा गांधी को हम उनके सत्य और अहिंसा के विचारों की वजह से काफी सम्मान करते है और उनके विचारों को अपने जीवन में लाने का प्रयास भी करते है। हर साल की तरह इस साल भी गांधी जयंती के अवसर पर हम महात्मा गांधी के विचारों को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करेंगे और अपने जीवन को बेहतर बनाएंगे।
गांधी जयंती पर दो शब्द | 2 Words On Gandhi Jayanti
Gandhi Jayanti PR 2 Sabad : गांधी जयंती का त्यौहार हर साल पूरे भारतवर्ष में 2 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह राष्ट्रीय अहिंसा का त्यौहार है। इस दिन महात्मा गांधी के विचारों पर खरा उतरने का प्रयास हर कोई करता है। महात्मा गांधी भारत के राष्ट्रपिता है उन्हें इस महत्वपूर्ण उपाधि से सुभाष चंद्र बोस ने सम्मानित किया था। महात्मा गांधी का जन्म गुजरात में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था। बचपन से ही महात्मा गांधी में नेतृत्व की एक बेहतरीन कला थी बचपन में ही अलग-अलग खेलों में बेहतरीन रचित हुआ और वक्ता का कार्य किया करते थे। अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात से पूरी करने के बाद वह वकालत की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए थे।
महात्मा गांधी एक दीवान परिवार से ताल्लुक रखते थे जो उस जमाने में काफी रईस परिवार माना जाता था। इसके बावजूद महात्मा गांधी जब अपने जीवन का अधिकांश समय वकालत की नौकरी करने के बाद दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे तो अपने खानदानी रईसयत को देश के नाम कर दिया था। महात्मा गांधी ने अपना सबकुछ देश को निछावर करते हुए पूरे देश में विभिन्न प्रकार के आंदोलन के साथ भ्रमण करना शुरू किया था। पूरे देश को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाया और आज उनकी वजह से हम अंग्रेजों से आजाद हो पाए है। महात्मा गांधी के विचारों पर अमल करने के लिए और उनके बताए रास्ते का निर्वाहन करने के लिए हम गांधी जयंती का त्यौहार हर साल मनाते हैं और इसी तरह हर गांधी जयंती का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ महात्मा गांधी को उचित सम्मान देते हुए मनाते रहेंगे।
Gandhi Jayanti Speech in Hindi PDF
Gandhi Jayanti Speech in Hindi PDF Download नीचे दी हुई है तो आप डाउनलोड कर सकते है:-
गांधी जयंती पर भाषण कैसे दें? Gandhi Jayanti PR Bhasan Kaise De
गांधी जयंती पर भाषण देने के लिए आपको कुछ खास निर्देशों का आदेश अनुसार पालन करना होगा जिसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- किसी भी भाषण की शुरुआत सभागण के अभिनंदन से की जाती है इस वजह आपको सबसे पहले सभा में बैठे आदरणीय अतिथि गणों का अभिनंदन करते हुए शुरू करना है।
- इसके बाद आपको महात्मा गांधी के जन्म और उनके परिचय पर कुछ बताना है।
- इसके बाद अपने भाषण में आपको गांधी जयंती के त्यौहार के ऊपर कुछ बात बतानी है।
- अब आपको बताना है कि आखिर महात्मा गांधी इतने महत्वपूर्ण क्यों है और कैसे बने।
- अंत में गांधी जयंती का त्यौहार किस प्रकार मनाया जाता है और आने वाले समय में किस प्रकार मनाया जाएगा इस पर विचार विमर्श करते हुए अपने भाषण को खत्म करना है।
Gandhi Jayanti Speech in Hindi FAQ’s
Q. महात्मा गांधी का जन्म कब हुआ था?
महात्मा गांधी का जन्म भारत के गुजरात राज्य के पोरबंदर जिले में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था।
Q. महात्मा गांधी का त्यौहार कैसे मनाया जाता है?
गांधी जयंती का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ विभिन्न प्रकार के समारोहों का आयोजन करते हुए मनाया जाता है।
Q. महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का खिताब किसने दिया था?
महात्मा गांधी को 1944 में डॉक्टर सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रपिता का खिताब दिया था।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको गांधी जयंती पर भाषण (Gandhi Jayanti Speach) के बारे में बताया है। हमने आपको सरल शब्दों में यह समझाने का प्रयास किया है कि महात्मा गांधी कौन थे और उनके महत्वपूर्ण भाषण किस प्रकार दिया जा सकता है। अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप महात्मा गांधी के भाषण के बारे में विस्तारपूर्वक समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथियों को सुझाव और विचार कमेंट में बताना ना भूले।