26 जनवरी पर निबंध हिंदी में | Essay On Republic Day in Hindi, 10 lines (कक्षा-3 से 8 के लिए निबंध)

Essay On Republic Day in Hindi
Essay On Republic Day in Hindi

Essay On Republic Day in Hindi: सभी भारतीयों के लिए 26 जनवरी दिवस बहुत महत्व रखता है। इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। भारत के इतिहास में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस (26 January Republic Day) बहुत अत्यधिक महत्व है। दरशल भारत ने खुद के संविधान को निर्मित करके 26 जनवरी 1950 को लागू किया। संविधान को लागू होने पर संपूर्ण देश में उत्साह का वातावरण बना। इस दिन को गणतंत्र दिवस (Gantantra Diwas) के रूप में मनाना शुरू किया गया। भारत इस दिन भारतीय अधिनियम एक्ट से आजाद हुआ और संविधान को लागू कर पाया। 26 जनवरी के दिन देश के गौरव लाल किले पर राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है। देशहित में संबोधन दिया जाता है। देश के वीर सपूतों को याद किया जाता है। अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वतंत्रता सेनानियों को नमन, भाषण, निबंध, कला साहित्य, नृत्य आदि प्रतियोगिताएं कर देश में हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय पर्व मनाया जाता है। यदि आप भी 26 January Per Nibandh Hindi Me लिखने के लिए कोशिश कर रहे हैं। तो आज आपको हम मदद करने वाले हैं।

आइए जानते हैं, 26 जनवरी पर निबंध हिंदी में में कैसे लिख सकते हैं? भारत का इतिहास जो कि निबंध में लिखा जा सकता है? 26 जनवरी का महत्व है? 26 जनवरी पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम? भारतीय सेना द्वारा किए जाने वाले शौर्य कार्यक्रम की झलक को कैसे शब्दों में लिखा जा सकता है। इस संबंध में संपूर्ण विवरण आप इस लेख में जानने वाले हैं। अतः नीचे दी गई निबंध लेखन प्रक्रिया (Essay Writing Process) को ध्यानपूर्वक फॉलो करें। आप गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में 200 शब्द से अधिक तथा गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में 10 लाइन का निबंध भी पढ़ सकेंगे |

26 January Per Nibandh Hindi Me | 26 जनवरी 2024 पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें?

प्रस्तावना:-  भारत में सन 1950 से लेकर अब तक 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। भारत में इस दिन राजकीय अवकाश रखता है। संपूर्ण देश में सभी राजकीय एवं प्राइवेट संस्थानों में गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। भारत ने 26 जनवरी 1950 को अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानूनों अर्थात भारत अधिनियम एक्ट को हटाकर भारत ने खुद का संविधान लागू किया था। इसी दिन को हम सभी भारतीय बड़े गर्व के साथ मनाते हैं। अब भारत स्वयं लोकतांत्रिक गणराज्य देश बन चुका है।

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26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज्य की घोषणा | Declaration of complete independence on 26 January 1930

भारत को पूर्ण स्वराज्य की घोषणा करने में पंडित जवाहरलाल नेहरू की अहम भूमिका रही है। भारत में पहले लाहौर अधिवेशन में यह प्रस्तावना की गई थी कि यदि अंग्रेज सरकार 26 जनवरी 1930 तक भारत को डेमो नियम का दर्जा नहीं देगा। तो भारत पूर्ण रुप से स्वतंत्र घोषित कर दिया जाएगा। इस बात पर ब्रिटिश सरकार का 1930 तक कोई निर्णय नहीं आने पर भारतीय कांग्रेस द्वारा 26 जनवरी 1930 को भारत को पूर्ण स्वराज्य घोषित कर दिया गया। भारत को पूर्ण स्वराज्य घोषित पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में दिसंबर 1929 में किया गया।

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है? History of 26 January

15 अगस्त 1947 को संपूर्ण देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ। इस दिन को आज देश का बच्चा-बच्चा जानता है। इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। परंतु अब तक भारत में देश का संविधान लागू नहीं था। कुछ अंग्रेजों के अधिनियम के आधार पर ही देश में कानून व्यवस्था सुचारु रुप से जारी थी। कुछ समय बाद 9 दिसंबर 1947 को संविधान सभा बनाने की शुरुआत की गई। इस सभा में निर्णय लिया गया कि भारत का खुद का संविधान होना चाहिए। भारत के संविधान लिखने की जिम्मेदारी बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को दी गई।   बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 महीने तथा 18 दिनों की अथक मेहनत के बाद भारत को अक्षुण संविधान बना कर दिया। 26 जनवरी 1950 को इस संविधान को देशहित में लागू किया गया। इसी दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी के दिन भारत ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के उपलक्ष में राष्ट्रीय उत्सव हर्षोल्लास से मनाता है।

भारत का संविधान लिखने में अहम भूमिका (Important role in writing the Constitution of India)

9 दिसंबर 1947 की सभा में देश के लिए संविधान लिखने की बात पर अमल किया जा रहा था। संविधान निर्माण के लिए 22 समितियों का चुनाव किया गया। संविधान निर्माण के लिए 114 दिन की बैठक की गई। जिसमें 308 सदस्यों ने भाग लिया। इस बैठक के मुख्य सदस्य डॉ राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहरलाल नेहरु, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद आदि सदस्य शामिल थे। भारत का संविधान निर्माण करने में जनता तथा प्रेस को भी शामिल किया गया। भारत का संविधान लिखने की जिम्मेदारी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को सौंपी गई। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने अपने अथक मेहनत से 2 वर्ष 11 महीने तथा 18 दिन के भीतर भारत को गौरवान्वित करने वाला संविधान लिख दिया। जिसे 26 जनवरी 1950 को देश हित में लागू कर दिया गया। भारत का संविधान लिखने में महत्वपूर्ण भूमिका बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की रही। बाबा साहेब की मेहनत से भारत खुद के संविधान लिखने व लागु करने में सफल हुआ।

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26 जनवरी कैसे मनाया जाता है (How is 26 January Celebrated?

26 जनवरी भारत के इतिहास में स्वर्णिम स्थान रखता है। इस दिन संपूर्ण देश में उत्साह का माहौल रहता है। राजकीय कार्यों का अवकाश रखा जाता है। देश हित में राष्ट्रीय पर्व को बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। गत 2 वर्षों में महामारी के चलते 26 जनवरी कार्यक्रम को सीमित उपस्थिति में सम्पन्न किया गया। गत 2 वर्षों में विदेशी मेहमानों को सीमित मात्रा में न्योता दिया गया। संपूर्ण देश इस कार्यक्रम को लाल किले से न्यूज़ चैनल के माध्यम से लाइव देखता रहा। 26 जनवरी 2024 को लाल किले पर होने वाले झंडारोहण को राष्ट्रपति द्वारा सम्पन्न किया जाता है। राष्ट्रपति द्वारा देश हित में संबोधन दिया जाता है। इसी के साथ भारत के सम्मानीय प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) द्वारा भी जनता को संबोधित किया जाता है। इसी के साथ भारत की तीनों सेनाओं (जल-थल-नभ) गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेती है, तथा ध्वजारोहण कर रहे राष्ट्रपति को सलामी देती है। भारत की तीनों सेनाओं द्वारा शौर्य का परिचम लहराया जाता है। 26 जनवरी 2024 के दिन सभी प्राइवेट/ निजी संस्थाएं एवं राजकीय दफ्तरों में झंडारोहण किया जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जाते है। राष्ट्रगान का उद्घोष किया जाता है।

उपसंहार

26 जनवरी 2024 संपूर्ण देश 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इस दिन संपूर्ण देश में तिरंगा झंडा लहराता है तथा झंडारोहण के साथ-साथ राष्ट्रीय गान का उद्घोष किया जाता है। भारत का प्रत्येक बच्चा-बच्चा इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेता है। अपने देश में मनाने जाने वाले राष्ट्रीय पर्व को बड़े उत्साह के साथ मनाता है। 26 जनवरी के दिन छोटे बच्चे संस्कृति कार्यक्रम में भाग लेते हैं। हिंदी इंग्लिश तथा अपने क्षेत्रीय भाषाओं में भाषण देते हैं। देश के वीर सपूतों को याद करते हैं। उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी के दिन उपस्थित सभी मेहमानों के स्वागत एवं सम्मान में संबोधन, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। गणतंत्र दिवस के तीसरे दिन बीटिंग द रिट्रीट (Beating the Retreat) का आयोजन किया जाता है। इसी के साथ भारत में गणतंत्र दिवस हर साल अन्य देशों से भी मुख्य अतिथियों को आमंत्रित किया जाता है।

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FAQ’s 26 January Per Nibandh Hindi Me

Q. 26 जनवरी 2024 को कौन सा गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा?

Ans. 26 जनवरी 2024 को भारत में 75वा गणतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। 

Q. गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2024 के मुख्य अतिथि कौन हैं ?

Ans. भारत 2024 में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पांच मध्य एशियाई देश कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपतियों को आमंत्रित किया जा सकता हैं।

Q.  रिपब्लिक डे क्यों मनाया जाता है?

Ans.  भारत में रिपब्लिक डे 26 जनवरी को सेलिब्रेट किया जाता है। आज से 74 साल पहले भारत ने अंग्रेजों के अधिनियम एक्ट को हटाकर खुद का संविधान लागू किया था। 26 जनवरी 1950 का वह ऐतिहासिक दिन भारत के लिए गौरवपूर्ण इतिहास बन चुका  है। उस दिन को आज भी 26 जनवरी के दिन राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।

Q.  भारत का संविधान किसके द्वारा लिखा गया था?

Ans.  भारत का संविधान डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखा गया था।

Q.  भारत का संविधान लिखने में कितना समय लगा था?

Ans.  भारत का संविधान लिखने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।

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