Children’s day 2023 : बाल दिवस हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता हैं। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की याद में Bal Divas मनाने की परंपरा भारत में शुरू की गई थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से एक विशेष प्रेम और लगाव था, यहीं कारण है जो बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू भी कहा करते थे। देश में बच्चों को मूलभूत शिक्षा अधिकार मिल सकें, इसके लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बच्चों के लिए कई प्रकार के योजनाएं भी शुरु की थी। यही वजह थी जो पंडित जवाहरलाल नेहरू राजनीति के अलावा बच्चों में भी बहुत मशहूर थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का कथन था कि बच्चे देश का भविष्य हैं। अगर हम उनका समुचित विकास करेंगे तभी जाकर हमारा देश भी विकसित हो पाएगा।बाल दिवस के अवसर पर स्कूल और कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जहां पर निबंध लेखन, भाषण नाटक वाद विवाद जैसे प्रतियोगिता आयोजित होते हैं। जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया जाता हैं। हम आपको बता दें कि 1957 में आधिकारिक तौर पर भारत सरकार ने घोषणा की कि हर साल 14 नवंबर भारत में बाल दिवस ( Bal Divas) के तौर पर मनाया जाएगा। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि बाल दिवस का महत्व क्या है? बाल दिवस मानने के पीछे के वजह क्या है? बाल दिवस का इतिहास क्या है ? तो इस लेख के जरिए हम आपके इन्हीं सवालों का जवाब देने जा रहे है। अगर आप बाल दिवस से जुड़ी हर छोटी और बड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहतें हैं तो इस लेख को पूरा और अंत तक पढ़ना मिस ना करें।
बाल दिवस क्या है | What is Children’s Day
बाल दिवस भारत में मनाएं जाने वाला एक महत्वपूर्ण दिवस हैं। children day पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को बच्चों से बहुत ज्यादा प्रेम था, वह हमेशा बच्चों की भलाई और उनके विकास के बारे में सोचा करते थे। उनका मानना था कि किसी भी देश की सफलता के पीछे बच्चों की सबसे बड़ी भूमिका होती है’ क्योंकि बच्चें देश का भविष्य होते हैं। ऐसे में बच्चों का समुचित विकास अगर हम लोग करते हैं तो यकीनन हमारे देश का भी विकास तेजी के साथ होगा।सन 1957 में सरकार के द्वारा आधिकारिक तौर पर 14 नवंबर बाल दिवस के रूप में मनाएं जाने की घोषणा की गई थी।
बाल दिवस क्यों मनाया जाता है | Why Children’s Day Celebrated
बाल दिवस (Children’s Day) पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता हैं। जो बच्चों के प्रति अपने अपार प्रेम और स्नेह के लिए जाने जाते थे। उनके अनुसार बच्चें मासूम और दिल के सच्चे होते हैं। इसलिए उनका पालन पोषण हमें बहुत ही प्यार और देखभाल से करना चाहिए। क्योंकि यही बच्चें आगे चलकर देश कि सामाजिक नींव को मजबूत करते हैं।बाल दिवस (Bal Diwas) मनाने का प्रमुख मकसद देश में बाल देखवाल, बाल अधिकार और बाल शिक्षा और बाल शिक्षा के बारे में जागरूकता लाना हैं। ताकि प्रत्येक बच्चा शिक्षा ग्रहण कर सकें। पंडित जवाहरलाल नेहरू के द्वारा छोटे बच्चों के लिए स्कूलों में दूध और मुफ्त भोजन उपलब्ध करवाया गया था। ताकि बच्चे कुपोषण से बच सकें। बच्चों के विकास के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कई प्रकार उल्लेखनीय कदम उठाए और कई योजनाएं शुरु की थी। उनके उस योगदान को याद करने के लिए ही 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस मनाया जाता हैं।
बाल दिवस कब मनाया जाता है | When Children’s Day is Celebrated
बाल दिवस हर साल भारत में 14 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और साथ में स्कूल और कॉलेज में बाल दिवस के अवसर पर छात्रों को भाषण वाद विवाद नाटक जैसे प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता हैं। ताकि अधिक से अधिक बच्चे बाल दिवस के महत्व को जान सकें
बाल दिवस का इतिहास | Children’s Day History
सन 1997 में भारत सरकार के एक सरकारी आदेश के अनुसार 14 नवंबर को आधिकारिक तौर पर बाल दिवस के रूप में घोषित किया गया था। लेकिन उनकी मृत्यु के बाद संसद में एक प्रस्ताव पारित कर तत्कालीन सरकार ने घोषणा की कि 14 नवंबर पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष्य में बाल दिवस के रुप में मनाया जाएगा। जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु 1964 में हुई थी और तब से उनकी जयंती मनाने के लिए हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। वह बच्चों के अधिकार और शिक्षा के प्रबल समर्थक थे। उनका मन था कि सभी वंचित और गरीब वर्ग के बच्चे को शिक्षा मिलें, यह हम सब की जिम्मेदारी है और इसके लिए हमें मिलकर काम करना होगा। पंडित जवाहरलाल नेहरू और बाल दिवस (Pandit Jawaharlal Nehru and Children’s Day)
बाल दिवस का महत्व | Children’s Day Significance
भारत में बाल दिवस का विशेष महत्व पंडित जवाहरलाल नेहरू मानते थे कि देश का भविष्य बच्चों के हाथों में है। इसलिए बच्चों का समुचित विकास हो इसकी व्यवस्था हमें करनी चाहिए। ताकि हमारा देश भविष्य में एक विकसित राष्ट्र के रूप में विश्व के पटल पर उदय हो सकें। इसके लिए उन्होंने देश में गुणवत्ता शिक्षा प्रणाली को विकसित किया गया था। ताकि देश भर में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश के अंदर स्कूलों और संस्थानों की स्थापना को प्रोत्साहित किया।बाल दिवस (Bal Diwas) के अवसर पर स्कूल और संस्थान बच्चों को उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता दिखाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं का आयोजन करते हैं। ताकि बच्चे बाल दिवस के महत्व को ज्यादा करीब से जान सकें
बाल दिवस 2023 थीम | Children’s Day Theme 2023
बाल दिवस प्रत्येक साल एक निर्धारित थीम के अनुसार मनाया जाता है 2023 में बाल दिवस का थीम हर बच्चे के लिए, हर अधिकार”( For every child, every right.”) हैं। इसके अंतर्गत 2023 में बाल दिवस बाल दिवस मनाया जाएगा।
बाल दिवस पर कोट्स | Children’s Day Quotes
हर बच्चा यह संदेश लेकर आता है कि ईश्वर अभी मनुष्य से निराश नहीं हुआ है। – रबिंद्रनाथ टैगोर
दुनिया में पैदा हुआ हर बच्चा ईश्वर का एक नया विचार है, एक हमेशा ताजा और उज्ज्वल संभावना- केट डगलस विगिन
बच्चों के साथ रहने से आत्मा स्वस्थ होती है।- फ्योदोर दोस्तोयेव्स्की
किसी समाज की आत्मा का रहस्योद्घाटन इससे बड़ा और कोई नहीं हो सकता कि वह अपने बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करता है।- नेल्सन मंडेला
एक बच्चा हजार सवाल पूछ सकता है जिसका जवाब सबसे बुद्धिमान व्यक्ति नहीं दे सकता।-जैकब एबट
बच्चे गीले सीमेंट की तरह होते हैं। उन पर जो कुछ भी पड़ता है वह प्रभाव डालता है।-डॉ. हैम गिनोटी
समरी –
उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल बाल दिवस 2023 आपको पसंद आया होगा ऐसे में आर्टिकल से जुड़ा आपका कोई भी सुझाव या प्रश्न है तो आप कमेंट सेक्शन में जाकर पूछिए उसका हम जवाब आपको जरूर देंगे तब तक के लिए धन्यवाद
FAQ’s
Q. बाल दिवस पर क्या करें?
Ans. बाल दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष स्कूलों, सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में कई तरह के रंगारंग कार्यक्रमों प्रतियोगिता आयोजित की जाती है जिसमें अच्छे प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार दिया जाता हैं।
Q बाल दिवस की शुरुआत कब से हुई?
Ans. यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) द्वारा बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी, जिसके बाद 1954 में पहली बार बाल दिवस मनाया गया।
Q. 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है?
Ans. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था। उनके जन्मदिन को ही भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है ‘क्योंकि वह बच्चों से विशेष प्रेम करते थे। उन्होंने बच्चों के विकास और उत्थान के लिए उल्लेखनीय काम किए थे।
Q. भारत में में चिल्ड्रेन्स डे 14 नवंबर को ही क्यों मनाया जाता है?
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू बच्चों से बहुत प्रेम करते थे। इनकी याद में इनके जन्म दिवस यानि 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस मनाया जाता है।
Q. भारत में पहल बाल दिवस कब मनाया गया था?
Ans. भारत में पहले बाल दिवस 1959 में 20 नवंबर मनाया गया था लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद बाल दिवस के तारीख को बदल दिया गया यानी 14 नवंबर कर दिया गया।