MP CM List: मध्यप्रदेश आए दिन सुर्खियों में बना रहता है।आज कल सीएम की चर्चा को लेकर चर्चा चल रही हैं। आज के इस लेख में हम आपको मध्यप्रदेश के सीएम के इतिहास को लेकर के बारे में बताने जा रहे है। मध्यप्रदेश की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी। हम आपको बता दें कि राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्यों को मध्य प्रदेश में मिला दिया गया और 1 नवंबर 1956 को पुनर्गठन का गठन किया गया। तब से भारत ने 18 मुख्यमंत्रियों को देखा है। पं. रविशंकर शुक्ला पहले मुख्यमंत्री थे जिन्होंने 1956 में शपथ ली थी। बारह मुख्यमंत्री कांग्रेस के थे। पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री गोविंद नारायण सिंह थे जिन्होंने 1967 से 1969 तक संयुक्त विधायक दल सरकार का नेतृत्व किया था। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने सेवा की थी दो पूर्ण पाँच-वर्षीय कार्यकाल।
उनकी जगह भारतीय जनता पार्टी, मध्य प्रदेश की उमा भारती ने ली, जो एक वर्ष तक सेवा करने वाली एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं। शिवराज सिंह चौहान वर्तमान और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने 2005 में शपथ ली थी और 13 वर्षों तक सेवा की है। एमपी भी थोड़े समय के दौरान तीन बार राष्ट्रपति शासन के अधीन रहा है। प्रमुख सत्तारूढ़ दल भाजपा और कांग्रेस रहे हैं।
Name | Year | Constituency | Short Description |
शिवराज सिंह चौहान | 23 मार्च 2005 से अभी तक | बुधनी | शिवराज सिंह चौहान 23 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री बने थे उसके बाद लगातार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं । हाल के दिनों में राज्य में विधानसभा के चुनाव हुए थे चुनाव में पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है ऐसे में देखना होगा कि राज्य का मुख्यमंत्री बनती है कि नहीं 2005 में पहली बार वह बुधनी से विधायक बने थे |
कमलनाथ | 17 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक | छिंदवाड़ा | 2018 में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिला था। इसके बाद कमलनाथ को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। 2018 में कमलनाथ ने छिंदवाड़ा से विधायक का चुनाव जीता था कमलनाथ 17 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहे |
शिवराज सिंह चौहान | 14 दिसंबर 2013 से 17 दिसंबर 2018 तक | बुधनी | शिवराज सिंह चौहान चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं 2013 में राज्य में विधानसभा के चुनाव हुए थे इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिला था जिसके बाद बीजेपी के सेंट्रल लीडरशिप ने इन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था इस दौरान बुधनी विधानसभा से द्वारा विधायक का चुनाव जीत कर 14 दिसंबर 2013 से लेकर 17 दिसंबर 2018 तक राज्य के मुख्यमंत्री बने रहते हैं । |
शिवराज सिंह चौहान | 12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013 तक | बुधनी | 12 दिसंबर 2008 को शिवराज सिंह चौहान दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं इस दौरान उनका कार्यकाल 12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013 तक रहता है । |
शिवराज सिंह चौहान | 29 नवंबर 2005 से 12 दिसंबर 2008 तक | बुधनी | 29 नवंबर 2005 को शिवराज सिंह चौहान पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं और इस दौरान वह अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी से भारी मतों से जीत करते हैं जिसके बाद उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाता है उस दौरान उनका कार्यकाल 29 नवंबर 2005 से लेकर 12 दिसंबर 2008 तक रहता है । |
बाबूलाल गौर | 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक | गोविंदपुरा | 23 अगस्त 2004 को गोविंदपुर से विधानसभा का चुनाव जीत करते हैं उन्होंने राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाता है उनका कार्यकाल 23 अगस्त 2004 से लेकर 29 नवंबर 2005 तक रहता है । |
उमा भारती | 8 दिसंबर 2003 से 23 अगस्त 2004 तक | मलहरा | 8 दिसंबर 2003 को भारतीय जनता पार्टी उमा भारती को राज्य का मुखिया बनती है । उमा भारती ने 2003 का विधानसभा चुनाव मलहरा से जीता था। |
दिग्विजय सिंह | 1 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर 2003 तक | राघोगढ़ | दिग्विजय सिंह 1 दिसंबर 1998 में राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं उनका विधानसभा क्षेत्र राघोगढ़ था। मुख्यमंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल 1 दिसंबर 1998 से लेकर दिसंबर 2003 तक रहता है |
दिग्विजय सिंह | 7 दिसंबर 1993 से 1 दिसंबर 1998 तक | चचौरा | दिग्विजय सिंह पहली बार 7 दिसंबर 1993 को राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं । इस दौरान उनका कार्यकाल दिसंबर 1993 से 1 दिसंबर 1998 तक रहता है । |
सुंदरलाल पटवा | 5 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992 तक | नीमच | सुंदरलाल पटवा 5 मार्च 1990 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते हैं । उनका कार्यकाल मुख्यमंत्री के तौर पर 5 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992 तक रहता है । |
श्याम चरण शुक्ला | 9 दिसंबर 1989 से 5 मार्च 1990 तक | श्यामचंद शुक्ला दिसंबर 1989 से 5 मार्च 1990 तक मुख्यमंत्री के पद पर रहते हैं । | |
मोतीलाल वोरा | 25 जनवरी 1989 से दिसंबर 1989 तक | दुर्ग | मोतीलाल बोरा 25 जनवरी 1989 से दिसंबर 1989 तक विधानसभा क्षेत्र दुर्ग निर्वाचित हुए थे |
अर्जुन सिंह | 14 फरवरी 1988 से 25 जनवरी 1989 तक | खरसिया | अर्जुन सिंह 14 फरवरी 1988 से 25 जनवरी 1989 तक विधानसभा क्षेत्र खरसिया निर्वाचित हुए थे |
मोतीलाल वोरा | 13 मार्च 1985 से 14 फरवरी 1988 तक | दुर्ग | मोतीलाल बोरा 13 मार्च 1985 से 14 फरवरी 1988 तक विधानसभा क्षेत्र दुर्ग निर्वाचित हुए थे |
अर्जुन सिंह | 11 मार्च 1985 से 13 मार्च 1985 तक | चुरहट | अर्जुन सिंह 11 मार्च 1985 से 13 मार्च 1985 तक विधानसभा क्षेत्र चुरहट निर्वाचित हुए थे |
अर्जुन सिंह | 9 जून 1980 से 10 मार्च 1985 तक | चुरहट | अर्जुन सिंह 9 जून 1980 से 10 मार्च 1985 तक विधानसभा क्षेत्र चुरहट |
सुंदरलाल पटवा | 20 जनवरी 1980 से 17 फरवरी 1980 तक | मंदसौर | सुंदरलाल पटवा जनवरी 1980 से 17 फरवरी 1980 तक विधानसभा क्षेत्र मंदसौर निर्वाचित हुए थे |
वीरेंद्र कुमार सकलेचा | 18 जनवरी 1978 से 30 जनवरी 1980 तक | जावद | वीरेंद्र कुमार सकलेचा 18 जनवरी 1978 से 30 जनवरी 1980 तक विधानसभा क्षेत्र जावद निर्वाचित हुए थे |
कैलाश चंद्र जोशी | 24 जून 1977 से 18 जनवरी 1978 तक | बागली | कैलाश चंद्र जोशी 24 जून 1977 से 18 जनवरी 1978 तक विधानसभा क्षेत्र बागली निर्वाचित हुए थे |
श्याम चरण शुक्ला | 23 दिसंबर 1975 से 30 अप्रैल 1977 तक | राजिम | श्याम चरण शुक्ला दिसंबर 1975 से 30 अप्रैल 1977 तक विधानसभा क्षेत्र राजिम |
प्रकाश चंद्र सेठी | 23 मार्च 1972 से 23 दिसंबर 1975 तक | उज्जैन उत्तर | प्रकाश चंद्र सेठी 23 मार्च 1972 से लेकर 23 दिसंबर 1975 तक विधानसभा क्षेत्र उत्तर उज्जैन |
प्रकाश चंद्र सेठी | 29 जनवरी 1972 से 22 मार्च 1972 तक | उज्जैन उत्तर | प्रकाश चंद्र सेठी का कार्यकाल 29 जनवरी 1972 से लेकर 22 मार्च 1972 तक विधानसभा का क्षेत्र उत्तर उज्जैन |
श्याम चरण शुक्ला | 26 मार्च 1969 से 29 जनवरी 1972 तक | राजिम | श्याम चरण शुक्ला 26 मार्च 1969 से 29 जनवरी 1972 तक विधानसभा का क्षेत्र राजिम |
नरेश चंद्र सिंह | 13 मार्च 1969 से 26 मार्च 1969 तक | पुसौर | नरेश चंद्र सिंह 13 मार्च 1969 से 26 मार्च 1969 तक विधानसभा का क्षेत्र पुसौर |
गोविंद नारायण सिंह | 30 जुलाई 1967 से 13 मार्च 1969 तक | रामपुर बघेलान | गोविंद नारायण सिंह 30 जुलाई 1967 से लेकर 13 मार्च 1969 तक विधानसभा क्षेत्र रामपुर बघेलान |
द्वारका प्रसाद मिश्र | 8 मार्च 1967 से 30 जुलाई 1967 तक | कटंगी | द्वारका प्रसाद मिश्र मार्च 1967 से 30 जुलाई 1967 तक विधानसभा क्षेत्र कटंगी |
द्वारका प्रसाद मिश्र | 30 सितंबर 1963 से 8 मार्च 1967 तक | कटंगी | द्वारका प्रसाद मिश्र 30 सितंबर 1963 से 8 मार्च 1967 तक विधानसभा क्षेत्र कटंगी |
भगवंतराव मंडलोइ | 22 मार्च 1962 से 30 सितंबर 1963 तक | खंडवा | भगवंतराव मंडलोइ 22 मार्च 1962 से 30 सितंबर 1963 तक विधानसभा क्षेत्र खंडवा |
कैलाश नाथ काटजू | 14 मार्च 1957 से 17 मार्च 1962 तक | जावरा | कैलाश नाथ काटजू 14 मार्च 1957 से 17 मार्च 1962 तक विधानसभा क्षेत्र जावरा |
कैलाश नाथ काटजू | 31 जनवरी 1957 से 14 मार्च 1957 तक | जावरा | कैलाश नाथ काटजू 31 जनवरी 1957 से 14 मार्च 1957 तक विधानसभा क्षेत्र जावरा |
भगवंतराव मंडलोइ | 9 जनवरी 1957 से 31 जनवरी 1957 तक | खंडवा | भगवंतराव मंडलोइ 9 जनवरी 1957 से 31 जनवरी 1957 तक रहे विधानसभा क्षेत्र खंडवा |
रवि शंकर शुक्ला | 1 नवंबर 1956 से 31 दिसंबर 1956 तक | सरायपाली | रवि शंकर शुक्ला 1 नंबर 1956 से लेकर 31 दिसंबर 1956 तक विधानसभा क्षेत्र सरायपाली |
रवि शंकर शुक्ला | 31मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1956 तक | सरायपाली | रवि शंकर शुक्ला 31मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1956 तक विधानसभा क्षेत्र सरायपाली |
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FAQ’s: MP CM List 2023
Q. मध्य प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री का क्या नाम है?
Ans. रवि शंकर शुक्ला
Q. मध्य प्रदेश में अधिक दिनों तक मुख्यमंत्री के तौर पर काम करने वाले मुख्यमंत्री का क्या नाम है?
Ans. शिवराज सिंह चौहान
Q. मध्य प्रदेश की महिला मुख्यमंत्री कौन थी?
Ans. मध्य प्रदेश की महिला मुख्यमंत्री का नाम उमा भारती था।
Q.मध्य प्रदेश में सबसे कम कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री कौन बने थे?
Ans.मध्य प्रदेश में सबसे कम कार्यकाल के लिए श्री नरेश चंद्र जी मुख्यमंत्री बने थे जो केवल 12 दिन तक थे थे।
Q.मध्य प्रदेश का पुनर्गठन कब हुआ था?
Ans.मध्य प्रदेश का पुनर्गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था।