National Science Day 2024:- हम अगर अपने पुराने जीवन को देखें और आज के जीवन को देखें तो काफी बदलाव देखने को मिलता है। जहां छोटे से छोटे काम के लिए हमें कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी वहीं आज के समय में वह काम चुटकियों में हो जाता है। यह सब संभव सिर्फ साइंस (Science) और इसके आविष्कारों (Inventions) के बदौलत है। इस दुनिया में दो प्रकार के लोग हैं एक वह जो आस्था और भगवान में मानते हैं वही दूसरे वह लोग हैं जो हर चीज में साइंस ढूंढते हैं। Science के बलबूते पर नई नई Technology का Inventions करते हैं अविष्कार आम लोगों के लिए किसी अजूबे से कम नहीं होते हैं।
इसी साइंस को सम्मानित करने के लिए हर साल सा नेशनल साइंस डे (National Science Day) मनाया जाता है। वहीं भारत में यह National Science Day 28 फरवरी को मनाया जाता है 28 फरवरी के ही दिन भारत के Scientist CV Raman का द्वारा रमन प्रभाव की खोज की गई थी।
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National Science Day 2024 – Overview
टाइटल | राष्ट्रीय विज्ञान दिवस |
कब मनाया जाता है | 28 फरवरी |
कब शुरुआत हुई | 28 फरवरी 1987 |
घोषणा कब हुई | साल 1986 |
2023 की थीम | विचारधीन |
2022 की थीम | एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण |
किसकी याद में मनाया जाता है | वैज्ञानिक सीवी रमन |
वैज्ञानिक सीवी रमन जन्म | 07 नवंबर 1888 |
रमन प्रभाव का अविष्कार कब हुआ | 28 फरवरी 1928 |
वैज्ञानिक सीवी रमन मृत्यु | 21 नवंबर 1970 |
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राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है?
हर साल 28 फरवरी के दिन भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। दरअसल 28 फरवरी के दिन ही भारत देश के महान वैज्ञानिक सीवी रमन द्वारा एक खोज की गई थी सी वी रमन द्वारा कोलकाता में इस खोज को अंजाम दिया गया था। साल 1930 में सी वी रमन को भौतिकी विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था इस Nobel Award को प्राप्त करने वाले पहले एशियाई थे। सीवी रमन द्वारा की गई खोज का नाम रमन प्रभाव के नाम से जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन (National Council for Science and Technology Communication) ने साल 1986 को भारत सरकार से हर 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने के लिए कहा था जिसको सरकार द्वारा स्वीकार किया गया और इसकी घोषणा की गई।
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सबसे पहले 28 फरवरी 1987 को पहला राष्ट्र विज्ञान दिवस मनाया गया था। 1920 के दशक में जब सीवी रमन शिफ्ट के जरिए भारत लौट रहे थे तो उन्होंने भूमध्य सागर के जल में एक अनोखा नीला और दूध जैसा वाइट रंग देखा जिसके बाद कोलकाता पहुंचकर सी वी रमन ने पार्थ वस्तुओं में प्रकाश के बिखेरने का नियमित अध्ययन शुरू किया 7 साल के अध्ययन के बाद उनकी इस खोज रमन प्रभाव से विख्यात हुए। सी वी रमन द्वारा इस खोज की घोषणा 28 फरवरी 1928 को की गई।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है?
हर साल 28 फरवरी के दिन राष्ट्र विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसको मनाने के पीछे का कारण है भारत के सुप्रसिद्ध विज्ञानिक सीवी रमन। वैज्ञानिक सीवी रमन ने 28 फरवरी के दिन रमन प्रभाव (Raman Effect) की खोज की घोषणा की थी। उनके द्वारा Science के क्षेंत्र में दिए गए योग्यदान और Raman Effect की खोज के लिए सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में हम किसी ना किसी वैज्ञानिक आविष्कारों का इस्तेमाल करते ही है इसी Scientific Inventions की महत्वता बताने के लिए भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। मानव कल्याण और देश और लोगों के प्रगति विकास के पीछे विज्ञान का बहुत बड़ा हाथ है।
विज्ञान ने Inventions से घंटों के काम चुटकियों में कर दिए हैं और लोगों की जीवन को सरल बना दिया है। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के दिन विज्ञान और वैज्ञानिक का विकास किस तरह से किया जा सकता है और इनकी मदद अनेक विश कारों के लिए किस तरह की जा सकती है इस मुद्दों पर भी चर्चा की जाती है इसके साथ ही इस दिन कई तकनीकों को लागू भी किया जाता है। जो लोग वैज्ञानिक सोच रखते हैं या फिर विज्ञानिक क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए भी विज्ञान दिवस मनाया जाता है।
भारत में विज्ञान अविष्कार | Science Inventions in India
- प्रफुल्ल चंद्र राय एक प्रसिद्ध शिक्षाविद और रसायनज्ञ है। इन्होंने भारत की पहली दवा कंपनी बंगाल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स के स्थापना की थी।
- सलीम अली एक प्रकृतिवादी थे,, जिन्होंने ऑर्निथोलॉजी विकसित करने में मदद की। इन्हें “भारत के बर्डमैन” के नाम से भी जाना जाता है।
- होमी जहांगीर भाभा जो कि सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे। इन्हें भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के मुख्य वास्तुकार के रूप में जाना जाता है।
- जगदीश चंद्र बोस देश के भौतिक विज्ञानी, जीवविज्ञानी और पुरातत्वविद् थे, जिन्होंने रेडियो और माइक्रोवेव ऑप्टिक्स की जांच का बीड़ा उठाया था।
- सत्येंद्र नाथ बोस एक गणितज्ञ और भौतिक विज्ञानिक थे। इन्होंने इल्केट्रोमेगनिट रेडिएशन के गैसजैसे गुणों से संबंधित एक सिद्धांत तैयार करने में अल्बर्ट आइंस्टीन का सहयोग किया था।
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को भारत के मिसाइल और परमाणु हथियार प्रोग्राम्स के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
- मेघनाद साहा खगोल भौतिकीविद् जिन्होंने साहा समीकरण विकसित किया, जो सितारों में रासायनिक और भौतिक स्थितियों की व्याख्या करता है।
- सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर एक खगोल भौतिकीविद् थे, जिन्होंने 1983 में विशाल सितारों के विकासवादी चरणों पर अपने शोध के लिए नोबेल पुरस्कार जीता।
- राज रेड्डी एक पुरस्कार विजेता कंप्यूटर वैज्ञानिक थे, जिन्होंने बड़े पैमाने पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणालियों पर काम किया था।
- बीरबल साहनी एक पैलियोबोटनिस्ट थे,जिन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप के जीवाश्मों पर शोध किया था।
भारत के 10 बड़े वैज्ञानिकों के नाम
- सीवी रमन
- होमी जहांगीर भाभा
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
- प्रफुल्ल चंद्र राय
- बीरबल साहनीराज
- रेड्डीसुब्रह्मण्यम
- चंद्रशेखरमेघनाद
- साहासलीम अली
- जगदीश चंद्र बोस
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस थीम 2024 | National Science Day Theme
हर साल 28 फरवरी को मनाए जाने वाला National Science Day Theme के साथ मनाया जाता है। तय की गई थीम के इर्द गिर्ध ही पूरा कार्यक्रम घूमता है। साल 2024 को आने वाले राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के लिए अभी तक थीम डिसाइड नहीं की गई है। वहीं बीते साल 2022 में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण (Integrated approach in science and technology for a sustainable future) रखी गई थी।
FAQ’s National Science Day 2024
Q. विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है?
Ans. हर 28 फरवरी
Q. किसकी याद में विज्ञान दिवस मनाया जाता है?
Ans) वैज्ञानिक सीवी रमन
Q. वैज्ञानिक सीवी रमन किसकी खोज की थी?
Ans. रमन प्रभाव
Q. वैज्ञानिक सीवी रमन को कौनसे साल में नोबल पुरुस्कार मिला था?
Ans. साल 1930