Swami Vivekananda Jayanti:-स्वामी विवेकानन्द एक हिंदू भिक्षु थे और भारत के सबसे प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेताओं में से एक थे। वह सिर्फ एक आध्यात्मिक दिमाग से कहीं अधिक थे, वह एक प्रखर विचारक, महान वक्ता और भावुक देशभक्त थे। उन्होंने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के स्वतंत्र चिंतन दर्शन को एक नये प्रतिमान में आगे बढ़ाया। उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करते हुए, अपने देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करते हुए, समाज की बेहतरी के लिए अथक प्रयास किया। वह हिंदू अध्यात्मवाद के पुनरुद्धार के लिए जिम्मेदार थे और उन्होंने हिंदू धर्म को विश्व मंच पर एक प्रतिष्ठित धर्म के रूप में स्थापित किया। सार्वभौमिक भाईचारे और आत्म-जागृति का उनका संदेश विशेष रूप से दुनिया भर में व्यापक राजनीतिक उथल-पुथल की वर्तमान पृष्ठभूमि में प्रासंगिक बना हुआ है।
युवा भिक्षु और उनकी शिक्षाएँ कई लोगों के लिए प्रेरणा रही हैं, और उनके शब्द विशेष रूप से देश के युवाओं के लिए आत्म-सुधार का लक्ष्य बन गए हैं। इसी कारण से, उनके जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में हम में से कई लोगों के मन में प्रश्न उठा होगा कि स्वामी विवेकानन्द जयंती कब मनाई जाती है। Swami Vivekananda Jayanti Kab Manae Jaati Hai, युवा दिवस कब मनाया जाता है, स्वामी विवेकानन्द जयंती कोट्स हिंदी में,स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो,स्वामी विवेकानन्द जयंती की शुभकामनाएँ, क्या है? तो आईए हम आपको आर्टिकल के माध्यम से स्वामी विवेकानन्द जयंती संबंधी जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान कर रहे हैं इसलिए आप लोग इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
स्वामी विवेकानंद जयंती कब है? (Swami Vivekananda Jayanti 2024)
हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती (Swami Vivekananda Jayanti) राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के रूप में मनाई जाती है। यह दिन देश के युवाओं और नौजवानों को समर्पित होता है, जिससे वे देश के भविष्य को बेहतर और स्वस्थ बनाने की क्षमता रखते हैं। 12 जनवरी को ही स्वामी जी का जन्म हुआ था, इसी कारण इस दिन युवा दिवस (National Youth Day) का आयोजन किया जाता है।
स्वामी विवेकानन्द जयंती 2024: Overview
आर्टिकल का नाम | स्वामी विवेकानंद जयंती 2024 |
आर्टिकल का प्रकार | जयंती |
साल | 2024 |
सन 2024 में कितनी वी जयंती मनाई जाएगी | 39 वी |
स्वामी विवेकानंद जयंती कब है | 12 जनवरी को |
स्वामी विवेकानंद जयंती कब शुरू हुई थी | 1985 |
स्वामी विवेकानंद जयंती कहां मनाई जाती है | संपूर्ण भारत में |
स्वामी विवेकानन्द जयंती हिंदी में | Swami Vivekananda Jayanti in Hindi
भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो एक हिंदू भिक्षु, दार्शनिक और भारत के सबसे प्रभावशाली आध्यात्मिक नेताओं में से एक थे। उनका जन्म 12 जनवरी, 1863 को हुआ था और उनकी शिक्षाओं और दर्शन का आधुनिक भारत के विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
स्वामी विवेकानन्द पश्चिमी दुनिया में वेदांत और योग के हिंदू दर्शन की शुरुआत करने वाले एक प्रमुख व्यक्ति थे, और उन्हें 19वीं शताब्दी के अंत में हिंदू धर्म को एक प्रमुख विश्व धर्म की स्थिति में लाने का श्रेय दिया जाता है। वह सामाजिक न्याय के भी प्रबल समर्थक थे और उन्होंने भारतीय समाज में महिलाओं और निचली जातियों की स्थिति को ऊपर उठाने के लिए काम किया।
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स्वामी विवेकानंद कौन थे? (Who is Swami Vivekananda)
स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता (Kolkata) में हुआ था। इनको पहले नरेंद्रनाथ दत्त (Narendra Dutta) के नाम से जाना जाता था। वे वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरू थे। उनके अंदर छोटी उम्र से ही अध्यात्म में रुचि रहती थी। पढ़ाई में अच्छे होने के बावजूद जब वे 25 वर्ष के हुए तो उन्होंने अपने गुरू से प्रभावित होकर सांसारिक मोह से त्याग करके संयासी हो गए। सन्यास लेने के बाद नरेंद्रनाथ का नाम विवेकानंद (Swami Vivekananda) पड़ गया था। रामकृष्ण परमहंस (Ramkrishna Paramhans) से 1881 में विवेकानंद की मुलाकात हुई थी।
पूरी दुनिया में ‘हिंदूधर्म’ का स्थान बनाने और इसके महत्व को बताने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है ।स्वामी जी ने India में आध्यात्मिक उत्थान के लिए बहुत काम किया । स्वामी जी ने पश्चिमी देशों में वेदांत फिलोसिफी (Vedant Philosophy) को फैलाया । विवेकानंद ने गरीबों की सेवा के लिए “रामकृष्ण मिशन” की स्थापना की थी । उन्होंने देश के युवाओं में प्रगति करने के लिेए नया जोश और उत्साह भर दिया था। वे एक देशभक्त संत के रूप में जाने जाते हैं, इसलिए उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानन्द जयंती कब मनाई जाती है | Swami Vivekananda Jayanti Kab Manae Jati Hai
स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता शहर में हुआ था। यह एक महान समाज सुधारक एवं विचारक थे। यह संपूर्ण देश के युवाओं के लिए थे। इनके जन्मदिवस के उपलक्ष में प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाती है। स्वामी विवेकानंद जी का युवाओं के साथ काफी गहरा रिश्ता था इसलिए उनके जन्मदिवस को युवाओं को समर्पित किया गया। प्रकार इस दिन को नेशनल यूथ- डे के नाम से भी जाना जाता है।
युवा दिवस कब मनाया जाता है | Yuva Diwas Kab Manaya Jata Hai
देश में प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। यह दिन स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। वही, स्वामी विवेकानंद जो वर्तमान समय में भी देश के लाखों युवाओं के प्रेरणास्रोत माने जाते हैं और भारतीय इतिहास के सबसे प्रभावशाली नेतृत्वकर्ताओं में से एक थे। प्रति वर्ष केंद्र सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों से लेकर, सामाजिक संगठन और रामकृष्ण मिशन के अनुयायी विवेकानंद जयंती को बड़े सम्मान के साथ मनाते हैं।
स्वामी विवेकानन्द जयंती कोट्स हिंदी में | Swami Vivekananda Jayanti Quotes in Hindi
प्रत्येक वर्ष नेशनल यूथ डे (National Youth Day) 12 जनवरी को महान विचारक स्वामी विवेकानंद जयंती को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। इनके दार्शनिक विचार कथन आज भी युवाओं के लिए काफी प्रेरणा का कार्य करता है। रामकृष्ण मिशन का स्थापना करने वाले स्वामी विवेकानंद जी सन 1893 में शिकागो के विश्व धर्म संसद प्रसिद्ध भाषण दिए थे। जिसने भारत के प्रति देखने का नजरिया पूरी दुनिया के लिए बदल दिए थे। स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार के द्वारा हमें कभी हार ना मानने की प्रेरणा देता है। हम आपको निम्न रूप से इनको कुछ अनमोल विचार प्रस्तुत कर रहे हैं जिसको आप लोग स्वामी विवेकानंद जयंती के दिन अपने दोस्तों एवं सगे संबंधी को भेज कर शुभकामनाएं दे सकते हैं:-
उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।
किसी की निंदा ना करें, अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।
जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है।
दिल और दिमाग के टकराव में हमेशा दिल की सुनो
ख़ुद को कमज़ोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है।
सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।
बाहरी स्वभाव केवल अंदरूनी स्वभाव का बड़ा रूप हैं।
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हांथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।
शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु हैं। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु हैं। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु हैं।
किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए-आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।
स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो | Swami Vivekananda Jayanti Images
यदि आप लोग स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में स्वामी विवेकानंद जयंती की फोटो को प्राप्त करना चाहते हैं तो हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो उपलब्ध कराएंगे, जिस पर आप लोग क्लिक करके स्वामी विवेकानंद जयंती के फोटो को प्राप्त कर सकेंगे।
स्वामी विवेकानन्द जयंती की शुभकामनाएँ (Swami Vivekananda Jayanti Wishes)
प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाती है। क्योंकि 12 जनवरी 1863 में कोलकाता शहर में इनका जन्म हुआ था। स्वामी विवेकानंद समाज सुधारक के साथ-साथ एक आध्यात्मिक नेता थे। जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन बाल विवाह एवं लोगों को शिक्षित करने में समय बिताया। ऐसे में हम में से कई लोग स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। यदि आप लोग भी अपने दोस्तों एवं सगे संबंधी को स्वामी विवेकानंद जयंती की शुभकामनाएं अपने मोबाइल के माध्यम से देना चाहते हैं तो आप हमारे नीचे दिए गए शुभकामनाएं (Wishes) को भेज सकते हैं:-
“स्वामी विवेकानन्द जयंती पर, मैं आपको जीवन में सही चुनाव करने की प्रेरणा और शक्ति की कामना करता हूँ। स्वामी विवेकानन्द जयंती 2024 की शुभकामनाएँ।
स्वामी विवेकानन्द जयंती के अवसर पर मैं आपको हार्दिक शुभकामनाएँ भेजता हूँ। यह मानने से अधिक हतोत्साहित करने वाली कोई बात नहीं है कि आप अक्षम और कमजोर हैं।
आप स्वामी विवेकानन्द के दर्शन और शिक्षाओं से मार्गदर्शित हों। आपको स्वामी विवेकानन्द जयंती 2024 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
प्रत्येक बाधा एक अवसर प्रस्तुत करती है; यह सिर्फ आपके दृष्टिकोण पर निर्भर करता है कि आप इसे एक अवसर मानते हैं या समस्या। मैं आपको स्वामी विवेकानन्द जयंती 2024 की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ।
जब आप खुद पर विश्वास करना शुरू करते हैं, तो आप भगवान पर विश्वास करना शुरू करते हैं। आपको स्वामी विवेकानन्द जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ।
स्वामी विवेकानन्द जयंती के अवसर पर आइए हम सब मिलकर स्वामी विवेकानन्द द्वारा दिखाये गये कर्म के मार्ग पर चलें। आपको इस विशेष दिन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आइए हम अपने अच्छे कार्यों से हमें हमेशा गौरवान्वित करने और अपनी शिक्षाओं से हमें जीवन में सही रास्ता दिखाने के लिए स्वामी विवेकानन्द जयंती को धन्यवाद दें। स्वामी विवेकानन्द जयंती की शुभकामनाएँ।
जीवन में जोखिम लेने से कभी मत हिचकिचाओ… आप या तो जीतेंगे या हारेंगे लेकिन अगर आप हारेंगे तो सीखेंगे…. आपको स्वामी विवेकानन्द जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ।
यदि आप अपने आप को मजबूत समझेंगे तो आप निश्चित रूप से मजबूत होंगे और यदि आप खुद को कमजोर समझेंगे तो आप कमजोर होंगे…।” स्वामी विवेकानन्द जयंती की शुभकामनाएँ।
स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर, मैं कामना करता हूं कि आपको जीवन में सही काम करने के लिए पूरी ऊर्जा और शक्ति मिले।
स्वामी विवेकानंद जयंती की शुभकामनाएं।
स्वामी विवेकानंद का परिवार (Swami Vivekananda Family)
नरेंद्र का जन्म ब्रिटिश राज (British Government) में कलकत्ता शहर (Kolkata City) में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन हुआ था । वे एक पारंपरिक बंगाली परिवार से थे और कुल 9 भाई-बहन थे । नरेंद्र के पिता का नाम विश्वनाथ दत्त था, वे कलकत्ता उच्च न्यायालय में अभिवक्ता (Lawyer) थे । उनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी एक धार्मिक और घरेलू महिला थी । स्वामी जी के दादाजी संस्कृत और फारसी के विद्वान थे। उनके घर में धार्मिक माहौल पहले से ही रहा था, जिसका प्रभाव स्वामी जी पर भी हुआ और उन्हें उच्च व्यक्तित्व बनाया ।
नरेंद्र का बचपन और उनसे जुड़े किस्से
जब नरेंद्र छोटे थे, तब वे बहुत शरारती हुआ करते थे । वे पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूंद में भी अव्वल थे । स्वामी जी कम उम्र से ही ध्यान करते थे । बचपन से ही वे ईश्वर के बारे में कई रीति- रिवाजों और जातिवाद के बारे में प्रश्न किया करते थे । बचपन से ही Narendra के मन में सन्यासियों के प्रति काफी श्रध्दा थी । अगर कोई फकीर या संयासी उनसे कुछ मांगता था और उनके पास वो चीज होती थी, तो वे तुरंत उसे दे देते थे। नरेंद्र बचपन से ही भले स्वभाव वाले थे, उतने ही शरारती भी थे । उनकी मां भगवान शिव (Lord Shiva) से एक बालक देने की प्रार्थना करती थीं और उन्होंने यह प्रार्थना स्वीकार करने अपना किसी भूत को भेज दिया ऐसा वे कहा करती थीं।
स्वामी जी की शिक्षा (Swami Vivekananda Education)
सन 1871 में जब नरेंद्र 8 साल के थे, तब उनका एडमिशन ईश्वरचंद्र विद्यासागर ( Ishwar Chandra Vidyasagar) के मेट्रोपोलियन इंस्टिट्यूशन (Metropolitan Institution) में हुआ था। उन्होंने यहां पर 1877 तक शिक्षा ग्रहण की । सन 1877-79 तक वे परिवार के साथ Raipur में रहे और इसी साल कलकत्ता लौट आए । सन 1879 में नरेंद्र ने अपनी मेट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की और कलकत्ता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में प्रवेश लिया । एक साल बाद उन्होंने Kolkata के स्कॉटिश चर्च कॉलेज में दाखिला लिया और फिलोसिफी पढ़ना शुरु किया । यहां उन्होंने पश्चिमी तर्क, पश्चिमी फिलोसफी और यूरोपियन देशों के इतिहास के बारे में जानकारी ली । नरेंद्र को हिंदू धर्म ग्रंथों, वेदों, उपनिषदों, श्रीमद् भगवद गीता, रामायण, महाभारत और पुराणों में बेहद रुचि थी। उनकी अच्छी याददाश्त की वजह से कुछ लोग उन्हें ‘श्रुतधारा’ भी कहते थे ।
स्वामी विवेकानंद की जयंती युवा दिवस क्यों मनाते हैं?
स्वामी जी को ऑलराउंडर कहा जाता है। वह दर्शन, कला, धर्म, इतिहास, साहित्य और सामाजिक विज्ञान के विद्वान थे। शिक्षा में अच्छे होने के साथ-सा उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत (Indian Classical Music) का भी ज्ञान था । Swami Vivekananda एक अच्छे खिलाड़ी भी थे, वे युवा तो थे ही, जिस वजह से उनके अंदर काफी स्फूर्ति थी। उन्होंने कई मौकों पर अपने अनमोल विचारों और प्रेरणादायक वचनों से युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया । इसी वजह के चलते Swami Vivekananda जी की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है ।
राष्ट्रीय युवा दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई?
Swami Vivekananda के जन्मदिन को युवाओं के लिए समर्पित युवा दिवस की शुरुआत 1984 में हुई थी । उन दिनों भारत सरकार ने कहा था कि स्वामी विवेकानंद का दर्श्न, आदर्श और काम करने का तरीका भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्त्रोत हो सकता है। तब से Swami Vivekananda की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के तौर पर मनाने की घोषणा कर दी गई ।
स्वामी विवेकानंद जयंती कैसे मनाई जाती है?
इस दिन India के हर एक स्कूल और विश्वविद्यालयों में Swami Vivekananda के दिए गए भाषण और मोटिवेशनल स्पीच का आयोजन किया जाता है। हर सरकारी विभाग में उनकी फोटो और मूर्तियों पर माल्यार्पण करके इस दिन युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। युवाओं को विवेकानंद जी के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया जाता है। उनके भाषण और मोटिवेशनल स्पीच से लोगों में एक नई चेतना का जागरण होता है। निराश व्यक्ति भी एक अलग तरह की ऊर्जा से भर जाता है। इस दिन स्कूल कॉलेजों में तरह-तरह के आयोजन किए जाते हैं। लोगों को वेदांत की दीक्षा दी जाती है।
Conclusion:
उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल आप लोगों को काफी पसंद आया होगा ऐसे में आप हमारे आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न एवं सुझाव है तो आप लोग हमारे कमेंट बॉक्स में आकर अपने प्रश्नों को पूछ सकते हैं हम आपके प्रश्नों का जवाब जरूर देंगे।
FAQ’s Swami Vivekananda Jayanti 2024
Q.स्वामी विवेकानंद कितने भाई-बहन थे?
Ans. स्वामी जी 9 भाई-बहन थे।
Q.स्वामी विवेकानंद का जन्म किस परिवार में हुआ था ?
Ans. बंगाली परिवार में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था।
Q. युवा दिवस की शुरुआत कब से हुई ?
Ans. 1985 से युवा दिवस की शुरुआत हुई।
Q. साल 2023 में कौन सी वी स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाएगी ?
Ans. साल 2023 में 38वीं स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाएगी।
Q.स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कहां हुआ था?
Ans.स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कोलकाता शहर में हुआ था।
Q.साल 2024 में कितनी वी जयंती मनाई जाएगी?
Ans.साल 2024 में 161वी जयंती मनाई जाएगी।
Q स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कब हुआ था?
Ans स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था।
Q.स्वामी विवेकानंद जी का मृत्यु कब हुआ था?
Ans.स्वामी विवेकानंद जी का मृत्यु 4 जुलाई 1902 को हुआ था।
Q .स्वामी विवेकानंद जी का बचपन का नाम एवं पहला नाम क्या था?
Ans.स्वामी विवेकानंद जी का बचपन का नाम एवं पहला नाम नरेंद्र नाथ दत्त था।