Vishva Cancer Divas 2024:- दुनिया में ऐसे कई तरह के लोग हैं, जो किसी न किसी तरह की बीमारी से घिरे हुए हैं। इनमें से एक है Cancer, जो सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है। ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने इस बीमारी को मात दी है। कैंसर की बीमारी से बचाव और Awareness पैदा करने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी को World Cancer Day मनाया जाता है।साल 1933 में इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई थी। सबसे पहले विश्व कैंसर दिवस साल 1993 में Geneva (Switzerland) में Union for International Cancer Control के द्वारा मनाया गया था। जानकारी के हिसाब से लगभग 12।7 मिलियन लोग कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और हर साल तकरीबन 7 मिलियन लोगों की जान कैंसर की वजह से जा रही थी।
विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता हैं?
हर साल 4 फरवरी को World Cancer Day मनाया जाता है। UICC का उद्देश्य 2008 में लिखे गए विश्व कैंसर घोषणा का समर्थन करना है। इसे मनाने की वजह कैंसर रोगियों की संख्या को कम करना और इससे होने वाली मौत कि दर को कम करना है। जब एक ही दिन विभिन्न संस्थाओं के द्वारा awareness फैलाने का काम किया जाता है तो उसका प्रभाव आम जनता पर काफी पड़ता है। लोगों के बीच में गलत धारणाओं को दूर करने के लिए भी इस दिन विश्व कैंसर दिवस का आयोजन किया जाता है। लोग कैंसर की बीमारी से जूझ रहे रोगियों के साथ अछूत व्यवहार करते हैं, उन्हें लगता है कि रोगी के साथ रहने से उन्हें भी कैंसर हो जाएगा।
Vishva Cancer Divas 2024
इस प्रकार के भ्रम को दूर करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। लोगों को बीमारी के बारे में जानकारी देकर यह समझाया जाता है कि उन्हें Cancer Patients के साथ किस तरह का व्यवहार करना चाहिए। Cancer से जूझ रहे मरीज को भी जीने का पूरा अधिकार है, उसे Society में वही सम्मान मिलना चाहिए जो एक आम इंसान को मिलता है। आपको बता दें कि मानव शरीर कई Cells से बना है यह कोशिकाएं समय-समय पर टूटती रहती हैं, जो एक सामान्य प्रक्रिया है।
जब शरीर के किसी खास अंग की कोशिकाओं पर शरीर का नियंत्रण बिगड़ जाता है तो एक कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं, जिसे कैंसर कहते हैं। कैंसर के लक्षणों में लंबे वक्त तक खांसी रहना, भोजन निगलने में कठिनाई, बॉडी में अनियंत्रित दर्द रहित गांठ, शरीर के किसी भी हिस्से से पानी या खून बहना, भूख में कमी आना, वजन बढ़ाना या कम होना, हर समय थकान या आलस महसूस होना, पेशाब करने में कठिनाई होना आदि है। मरीज को ऐसी हालत में तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
विश्व पटल पर कैंसर का प्रभाव
हर साल कैंसर मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। 1990 में लगभग 8.1 लाख नए मामले सामने आए, 2000 में 10 लाख, 2008 में 12.4 लाख, 2012 में 8.2 लाख, 2018 में लगभग 9.6 लाखमामले सामने आए। World Health Organization (who) के अनुसार यदि कैंसर की घटनाओं की रिपोर्ट isi दर से वृद्धि जारी रही, तू 2040 तक कैंसर से दुनिया भर में मौतों की संख्या 16.3 मिलियन से ज्यादा हो जाएगी। India में Cancer के मामले में 4 साल में 10% की बढ़ोतरी हुई है। 2020 के मुताबिक इस वक्त देश में कैंसर के लगभग 14 लाख मामले हैं।
यह आंकड़ा 2025 तक 15.7 लाख तक पहुंच सकता है। यह जानकारी Cancer Registry और कैंसर के कई अस्पतालों से जुटाई गई है। NCDIR की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि Women’s में कैंसर की ज्यादातर मामले हैं। एक चौथाई से ज्यादा मामले तंबाकू की वजह से पाए गए, वहीं महिलाओं में Breast Cancer पाया गया है। Mizoram की राजधानी आइजोल से सबसे ज्यादा कैंसर के केस सामने आए हैं। पुरुषों में फेफड़ों, मुंह पेट और श्वास नली में कैंसर सबसे आम है। कैंसर की ज्यादातर मामले पूर्वोत्तर राज्यों में अधिक देखने को मिलते हैं।
कैंसर जागरूकता दिवस के लाभ
देश में हर साल 7 नवंबर को National Cancer Awareness Day मनाया जाता है। कैंसर शरीर में असामान्य कोशिकाएं बढ़ाकर शरीर के आसपास के हिस्सों पर आक्रमण करके सामान्य सीमाओं को पार कर जाती हैं। जागरूकता के तौर पर मरीजों की Life style में बदलाव, तंबाकू और शराब के सेवन को कम करने पर जोर दिया जाता है। लोगों को उचित व्यायाम करने के नियम के अलावा वजन को नियंत्रित रखने की सलाह दी जाती है। लोगों को जागरूक करते हुए यह सलाह दी जाती है कि वह शाकाहारी भोजन को ही प्राथमिकता दें। कैंसर कारक भोजन तत्वों से बचें और साथ ही तंबाकू और शराब का सेवन बंद कर दें, इससे कैंसर होने का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।
महिलाओं को स्वयं ही Breast examination करना चाहिए तथा गांठ, स्त्राव आदि की स्थिति को देखते ही स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। महिलाएं 50 वर्ष की उम्र के बाद गर्भाशय ग्रीवा (cervix) का नियमित परीक्षण किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से 3 से 5 साल में अवश्य कराएं। स्वस्थ भोजन और फल, सब्जियों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।अधिक पानी पीना चाहिए जिससे मूत्राशय के कैंसर की संभावना कम हो।कैंसर के इलाज के लिए सही विशेषज्ञ के पास जाना बहुत जरूरी होता है आजकल विभिन्न कैंसर के लिए खास विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टर मौजूद है, जिनसे हम संपर्क कर समस्या का समाधान पा सकते हैं।
कैंसर दिवस कैसे मनाया जाता है?
कैंसर (Cancer) से बचाव और इसके रोकथाम के बारे में जानकारी देने के लिए प्रमुख स्वास्थ्य संगठन (Major health organizations) के साथ गैर सरकारी संगठन के द्वारा Camps का आयोजन किया जाता है। इन Camps में जागरूकता कार्यक्रम, रैली, भाषण, सेमिनार आदि के द्वारा विश्व कैंसर दिवस का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य आम नागरिक होते हैं, जिन्हें कैंसर से बचने और इसे Control करने के बारे में जानकारी दी जाती है। यूआईसीसी (UICC) के जरिए विभिन्न संगठनों को बेहतर सहायता के लिए एक उपकरण, साजो -सामान मुहैया कराया जाता है।
कार्यक्रम के दौरान, कैंसर से होने वाले खतरों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है, जैसे धूम्रपान, तंबाकू, अधिक वजन, अनुवांशिक खतरा, ज्यादा समय धूप में रहना, शहरी क्षेत्रों के वायु प्रदूषण, शराब, एचपीवी संक्रमण आदि।इसके अलावा ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (Human Papillomavirus) और हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) के अलावा Vaccination के तरीकों के बारे में भी लोगों को बताया जाता है। लोगों को इस प्रकार भी जागरुक किया जाता है कि अगर कोई व्यक्ति कैंसर की बीमारी से पीड़ित है तो उसे आम इंसान की तरह जीने का अधिकार होना चाहिए, बीमार व्यक्ति के साथ सही व्यवहार करना चाहिए। कैंसर के मरीज के साथ अच्छा बर्ताव करना बहुत जरूरी है उसी घर में एक सामान्य वातावरण की जरूरत होती है।
विश्व कैंसर दिवस 2024 की थीम | Cancer Day Theme 2024
हर साल विश्व कैंसर दिवस थीम के साथ मनाया जाता है। पूरा इवेंट थीम के ही इर्द गिर्ध घूमता है। 4 फरवरी 2024 को मनाया जाने वाला कैंसर दिवस कि थीम क्लोज द केयर गैप है। इसी थीम के साथ आने वाले साल में कैंसर दिवस मनाया जाएगा।
FAQ’s Vishva Cancer Divas 2024
Q. पहली बार कब कैंसर दिवस मनाया गया था?
Ans. साल 1993 में पहली बार कैंसर दिवस मनाया गया था
Q. कौन से देश में पहली बार कैंसर दिवस मनाया गया था?
Ans. जिनेवा, स्विट्जरलैंड