Samvidhan Diwas Par Bhashan 2022 | Samvidhan Diwas Kab Hai? | Samvidhan Diwas Speesh in Hindi | Samvidhan Diwas Par Bhashan Kaise De | Samvidhan Divas Par Bhashan Hindi Me
संविधान दिवस पर भाषण:- जैसा कि आप लोग जानते हैं कि 26 नवंबर को भारत में संविधान दिवस मनाया जाएगा क्योंकि इसीलिए भारतीय संविधान का निर्माण किया गया था 15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ तो भारत देश को चलाने के लिए संविधान की जरूरत पड़ी क्योंकि की दुनिया का कोई भी देश संविधान के माध्यम से चलता है ऐसे में उस समय के नेताओं ने भारत के लिए संविधान बनाने के लिए एक संस्था का गठन किया जिसे हम लोग संविधान सभा कहते हैं I इस सभा के द्वारा ही संविधान का निर्माण किया गया 15 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हुआ और उसके बाद इसे 26 जनवरी 1950 देशभर में लागू किया गया I ऐसे में आप संविधान दिवस पर भाषण प्रस्तुत करना चाहते हैं लेकिन आपको समझ में नहीं आ रहा है कि आप संविधान दिवस पर एक बेहतरीन भाषण कैसे दें अगर आप इसके बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे साथ आर्टिकल पर बने रहें चलिए शुरू करते हैं
संविधान दिवस पर निबंध हिंदी में
संविधान दिवस कब, क्यों, कैसे मनाया जाता है?
Speech on Constitution Day in Hindi
आर्टिकल का प्रकार | भाषण |
आर्टिकल का नाम | संविधान दिवस पर भाषण |
साल | 2022 |
कब मनाया जाता है | 26 नवंबर को |
कहां मनाया जाता है | पूरे भारतवर्ष में |
संविधान दिवस पर भाषण में हिंदी में | Samvidhan Diwas Par Bhashan
नमस्कार सभी को सुप्रभात, विनोद कुमार पाल यहां पर उपस्थित आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, प्रधानाचार्य महोदय समस्त विद्वान् गुरुजनों को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं कि मुझे आज संविधान दिवस पर भाषण देने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है जैसा कि आप जानते हैं कि आज हम सभी लोग संविधान दिवस के उपलक्ष में इकट्ठा हुए हैं I हमारा भारत एक लोकतांत्रिक देश है जो भारतीय संविधान के अनुसार चलता हैं. जिसके मुताबिक देश का प्रत्येक नागरिक एक समान है कोई छोटा और ना ही कोई बड़ा है और कानून से और संविधान से बड़ा देश में कोई नहीं है सभी को संविधान और कानून का पालन करना होगा I
Constitution Day Speech in Hindi
भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जोकि लचीला और कठोर भी है भारत का संविधान 19 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ था ऐसे में 15 अक्टूबर 2015 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान के निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती पर इस बात की घोषणा की कि भारत में आप 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाएगा तब से संविधान दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई जो आज तक कायम है और आगे भी रहेगी I जैसा कि आप लोग जानते हैं कि लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1948 को देश आजाद हुआ I उस समय देश के बुद्धजीवो के सामने समस्या थी कि देश को किस प्रकार चलाया जाए इसके लिए संविधान की आवश्यकता थी तब उस समय संविधान सभा का गठन किया गया और उस संविधान सभा में डॉ राजेंद्र प्रसाद और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को प्रमुख तौर पर सम्मिलित किया गया संविधान प्रारूप मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी भीमराव अंबेडकर को दी गई थी इसके बाद 2 साल 12 महीने 18 दिन में संविधान बनकर तैयार हुआ और तेजी से देश में लागू किया गया I
Samvidhan Diwas Par Speech
भारत का संविधान काफी बहुमूल्य और वक्त के अनुरूप काफी उपयोगी था क्योंकि भारत के साथ कई ऐसे देश है जो याद हुए और उनका संविधान भी बनाया गया लेकिन उन्होंने बार-बार बदलना पड़ा लेकिन भारत का संविधान आज भी उसी तरह है जैसा पहले था और हमारा देश तेजी के साथ विकास के रास्ते पर हो पाया है तो उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि हमारा संविधान क्यों किस भारतीय संविधान में सभी धर्म और जाति वर्ग के लोगों को एक नजर से देखा गया है किसी के साथ कोई भी भेदभाव नहीं किया गया है यही वजह है कि भारत में लोकतंत्र की जड़े तेजी के साथ खेल रही है तो उसके पीछे संविधान की ताकत है I इसलिए मैं देश के प्रत्येक नागरिक से अनुरोध करूंगा कि वह भारतीय संविधान का समान और आदर करें I यही बात कहकर मैं अपना भाषण समाप्त करूंगा , धन्यवाद !!
संविधान दिवस पर भाषण कैसे दे
सम्मानित प्रधानाध्यापक जी, शिक्षक गण, एवं मेरे समस्त मित्रों, आप सभी को मेरा प्यार भरा सुप्रभात। आज मैं आप सभी के समक्ष भारतीय संविधान पर भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूं जैसा कि आप लोग जानते हैं कि 16 नवंबर 1949 को भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को भारत में लागू किया गया भारतीय संविधान को बनाने के लिए कम से कम ₹100000000 का खर्च आया था भारत का संविधान पूरी तरह से लिखित है और इसे हाथ के द्वारा लिखा गया है क्योंकि उस समय कोई भी प्रिंटिंग टाइपिंग जैसी व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी I संविधान को देख लिखने में बहुत सारे लोगों का हाथ था जैसे जवाहरलाल नेहरू डॉक्टर भीमराव अंबेडकर डॉक्टर इंद्र प्रसाद बल्लम भाई पटेल मौलाना अब्दुल कलाम आजाद इत्यादि इसके अलावा कई लोगों ने संविधान को कैसे बनाना है उसके लिए सुझाव भी दिए थे लेकिन भारतीय संविधान को बनाने का प्रमुख काम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा किया गया था यही कारण है कि उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है I
स्कूल में संविधान दिवस पर भाषण कैसे दे
भारतीय संविधान को बनाने के लिए कम से कम 10000000 रुपए तक का खर्चा हुआ था और यह पूरा संविधान हाथ से लिखा गया था। फिर इसकी कैलीग्राफी की गई क्योंकि उस समय कोई भी प्रिंटिंग टाइपिंग जैसी चीजें नहीं हुआ करते थी। भारतीय संविधान में ऐसी आने के बाद कही गई हैं जिसके अनुसार भारत राज्यों का एक प्रमुख संघ है जहां पर केंद्रीय न्यायपालिका संविधान का प्रमुख देश का राष्ट्रपति होता है लेकिन वास्तविक शक्ति प्रधानमंत्री के पास होती है देश चलाने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री के ऊपर होती है इसलिए भारतीय संविधान में प्रधानमंत्री के पास ही सारी शक्तियां निहित है I जब भारतीय संविधान का निर्माण किया गया है तो उस समय भारतीय संविधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या 299 थी। इसी के साथ ब्रिटिश प्रांत के प्रतिनिधित्व 4 चीफ कमिश्नर क्षेत्रों के प्रतिनिधि एवं 93 देशी रियासतें के प्रतिनिधित्व भी शामिल थे। उसके बाद 114 दिनों तक बहस चलने के बाद बाद ही संविधान का आखिरी प्रारूप बनकर तैयार हुआ I
भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है इस संविधान में 375 अनुच्छेद 8 अनुसूची 22 भाग थे परंतु अब बढ़कर 448 अनुच्छेद 12 अनुसूचियां पर 25 भाग हो गए हैं । लेकिन सबसे बड़ी दुख की बात यह है कि आज भारत के युवाओं को भारतीय संविधान का क्या महत्व है उसके बारे में बहुत ही कम जानकारी है जिसके कारण देश का भविष्य खतरे में है ऐसे में हलवा हो उसे मैं अपील करूंगा कि अधिक से अधिक भारतीय संविधान के सभी पहलुओं के बारे में जानकारी हासिल करें ताकि भारत का विकास तेजी के साथ अग्रसर हो क्योंकि युवा ही देश की शक्ति है और अगर युवा ही भ्रमित रहेगी तो उसे देश का क्या हाल होगा इसकी कल्पना का ना काफी घातक है इसलिए देश के प्रत्येक नागरिक को अपने देश के प्रति सजग रहना चाहिए और साथ में उसे अपने संविधान के प्रति ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ बनना होगा तभी जाकर देश हमारा तेजी के साथ विकास कर पाएगा I
अंत में मैं आप सभी से बस इतना ही कहना चाहूंगा कि अपने देश के भविष्य को बनाए रखें अपने देश से प्रेम करें। हर देश में रोजगार के नए अवसर अगर उपलब्ध होते हैं तो उन अवसर का लाभ उठाना है तभी जाकर हम देश के विकास में अपनी भूमिका निभा पाएंगे इन शब्दों के माध्यम से मैं अपना भाषण समाप्त करना चाहता हूं जय हिंद जय भारत
धन्यवाद!
Samvidhan Diwas Par Bhashan 2022
संविधान दिवस पर भाषण कैसे दें तो हम आपको बता दें कि सबसे पहले आपको मंच पर जाना है और वहां पर उपस्थित सभी लोगों को नमस्कार करना है इसके बाद आप अपने भाषण का शुभारंभ करेंगे भाषण के दौरान आप भारतीय संविधान का निर्माण कैसे हुआ उसमें कितने अनुच्छेद हैं संविधान को बनाने में किन किन लोगों का हाथ है उनके बारे में आप एक व्यापक विचारधारा लोगों के सामने प्रस्तुत करेंगे उसके बाद आप अपने भाषण का समापन करें I इस प्रकार आप आसानी से संविधान दिवस पर भाषण दे सकते हैं I
FAQ’s संविधान दिवस पर भाषण 2022
Q: संविधान दिवस का क्या मतलब है?
Ans:भारत में 26 नवम्बर को हर साल संविधान दिवस मनाया जाता है, क्योंकि वर्ष 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान वितरित किया गया जिसके कारण 26 नवंबर को भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है I
Q: भारत का संविधान कब लागू हुआ?
Ans: भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ I
Q: भारतीय संविधान का निर्माता किसे कहा जाता है?
Ans: भारतीय संविधान का निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को कहा जाता है
Q: संविधान को बनाने में कितना समय लगा था?
Ans: संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था I