Constitution Day of India 2023 | जाने भारत का संविधान दिवस के बारे में, इसका महत्व, इतिहास, थीम

Constitution Day of India 2023

भारत का संविधान दिवस (Constitution Day of India 2023) :- भारत में 26 जनवरी संविधान दिवस ( Constitution Day )  के रूप में मनाया जाता है इस दिन भारत में संविधान को लागू किया गया था।  भारत 15 अगस्त 1947 को जब आजाद हुआ तो देश में संविधान बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई संविधान को बनाने में 2 वर्ष, 11 महीने और 17 दिन का समय लगा। भारत में संविधान को 1949 में अपनाया गया था। भारतीय संविधान को बनाने में डॉक्टर अंबेडकर की भूमिका काफी अहम है उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है संविधान निर्माताओं के योगदान को याद करने के लिए 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारतीय लोकतंत्र की आत्मा यदि जीवित है तो उसके पीछे संविधान का हम हाथ है इसलिए भारतीय संविधान को लोकतंत्र की आत्मा कहा जाता है  भारत जैसा विशाल देश यदि सुचारू रूप से  संचालित करने के लिए संविधान की जरूरत पड़ती हैं जिसे 1949 में बनाया गया था ऐसे में हर एक भारतीय के मन में भारतीय संविधान दिवस के बारे में जानने की उत्सुकता तेजी के साथ बढ़ रही होगी इसलिए आज के आर्टिकल में हम आपको Constitution Day of India 2023 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी आपसे शेयर करेंगे आईए जानते हैं:-

भारत का संविधान दिवस 2023

भारत में संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन भारत में संविधान को लागू किया गया था जिसके बाद देश संविधान के अनुसार देश को संचालित करने की प्रक्रिया को शुरू किया गया था। भारत का संविधान संविधान सभा द्वारा बनाया गया है।भारत की संविधान सभा ने संविधान निर्माण से संबंधित विभिन्न कार्यों से निपटने के लिए कुल 13 समितियों की नियुक्ति की। इसमें 8 प्रमुख समितियाँ थीं और बाकी छोटी समितियाँ थीं। प्रमुख समितियों और उनके प्रमुखों की सूची नीचे दी गई है:-

प्रमुख समितियाँ (Major Committees)

  1. प्रारूप समिति – बी.आर अम्बेडकर
  2. संघ शक्ति समिति – जवाहरलाल नेहरू
  3. संघ संविधान समिति – जवाहरलाल नेहरू
  4. प्रांतीय संविधान समिति – वल्लभभाई पटेल
  5. मौलिक अधिकारों, अल्पसंख्यकों और जनजातीय और बहिष्कृत क्षेत्रों पर सलाहकार समिति – वल्लभभाई पटेल।
  6. प्रक्रिया समिति के नियम – राजेंद्र प्रसाद
  7. स्टेट्स कमेटी (राज्यों के साथ बातचीत के लिए समिति) – जवाहरलाल नेहरू
  8. संचालन समिति – राजेंद्र प्रसाद

संविधान का अर्थ:

संविधान क्या है तो आपके मन में सवाल आ रहा है तो संविधान एक लिखित दस्तावेज होता है जिसके माध्यम से देश में शासन व्यवस्था को स्थापित किया जाता है  इसके अंतर्गत देश में चुनाव होते हैं। जनता अपने मत के अधिकार का इस्तेमाल कर देश में एक सही सरकार का चयन करती हैं। ताकि देश  को सुचारू रूप से संचालित किया जा सकें देश की राजनीतिक व्यवस्था का बुनियादी ढाँचा निर्धारित करता है।

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संविधान दिवस पर निबंध हिंदी में

संविधान दिवस पृष्ठभूमि

संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाएगा उसकी नींव  अक्टूबर 2015 में मुंबई में इंदु मिल्स परिसर में अंबेडकर स्मारक के उद्घाटन के दौरान रखी गई थी। इसके बाद भारत सरकार ने, 19 नवंबर, 2015 को एक गजट अधिसूचना की मदद से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया | विदेश मंत्रालय ने सभी प्रवासी भारतीय स्कूलों को 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्देश दिया और दूतावासों को संविधान का उस देश की स्थानीय भाषा में अनुवाद करने और इसे विभिन्न अकादमियों, पुस्तकालयों आदि में वितरित करने का निर्देश दिया। उसके बाद से ही भारत में 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा | इसकी आधिकारिक पुष्टि सरकार के द्वारा कर दी गई और तब से 26 नवंबर भारत में संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है |

भारत का संविधान दिवस इतिहास (Constitution Day History of India)

 भारत के प्रत्येक नागरिक को संविधान के बारे में जागृत करने के लिए 2015 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा घोषणा किया गया देश में 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा नरेंद्र मोदी जी के इस प्रस्ताव को 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय मंत्रालय के द्वारा पारित किया गया और उसके बाद से ही भारत में 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा उसकी परंपरा शुरू हुई l जो आज तक कायम है  संविधान दिवस के माध्यम से संविधान बनाने वाले निर्माता के योगदान को हम लोग याद करते हैं ताकि देश का हर एक नागरिक इस बात को समझ सके  संविधान बनाने में हमारे संविधान निर्माता ने कितना संघर्ष और परिश्रम किया है तभी जाकर भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश बन पाया |

संविधान दिवस पर भाषण

भारत का संविधान दिवस का महत्व

भारत ने औपचारिक रूप से 26 नवंबर, 1949 को संविधान को अपनाया था’  लेकिन इसे 1950 में लागू किया गया। संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने 17 दोनों का समय लगा था। तब जाकर भारतीय संविधान बनकर तैयार हुआ था। संविधान को बनाने में मुख्य भूमिका डॉक्टर अंबेडकर के लिए जो भारत के पहले कानून मंत्री थे। उनके द्वारा ही संविधान का मसौदा पूरी तरह से बनाया गया था। भारतीय संविधान के द्वारा देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्राप्त है कानून की नजर में सभी लोग एक समान है। संविधान के आधार पर ही देश की सरकार और राजनीतिक सिद्धांत प्रक्रिया अधिकार दिशा निर्देश और आवश्यक कर्तव्य सभी तय किए गए  हैं। उसके अनुसार ही देश का संचालन होता है डॉ आंबेडकर के द्वारा लिखा गया संविधान’देश को एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करता है और अपने नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय की  गारंटी देता हैं।

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भारत का संविधान दिवस 2023 थीम (Constitution Day Theme)

2023 में संविधान दिवस किस थीम के अंतर्गत मनाया जाएगा उससे संबंधित अभी जानकारी सरकार के द्वारा उपलब्ध नहीं करवाई गई हैं। जैसे ही जानकारी आएगी हम आपको तुरंत भारत का संविधान दिवस 2023 थीम के बारे में  जानकारी आपको प्रदान करेंगे।

भारतीय संविधान की परिभाषा, संरचना और मुख्य विशेषताएं

भारतीय संविधान की परिभाषा:-

भारतीय संविधान एक विस्तृत कानूनी दस्तावेज है। इसके अंतर्गत सभी प्रकार के कानूनी अनुच्छेद और धाराएं संग्रहित की गई है जिसके अनुसार देश संचालित होता  हैं। वर्तमान में भारतीय संविधान में कुल 395 अनुच्छेद 25 भाग और 12 अनुसूचियां हैं।

भारतीय संविधान की संरचना

भारतीय संविधान के रचना के बारे में बात करें तो आज के समय भारतीय संविधान में वर्तमान समय में  470 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियाँ हैं  इनको 25 भागों में विभाजित किया गया है लेकिन जब भारतीय संविधान बनाया गया था तो उसे समय मूल संविधान में  395 अनुच्छेद जो 22 भागों में विभाजित थे इसमें केवल 8 अनुसूचियाँ थीं। इसके अलावा अब तक 105 बार भारतीय संविधान में संशोधन किया गया है हालांकि 127 बार संसद में संशोधन प्रस्ताव लाया गया था 124वां संविधान संशोधन विधेयक 9 जनवरी 2019 को संसद में #अनुच्छेद_368 【संवैधानिक संशोधन】 विशेष बहुमत से पास किया गया है इसके अंतर्गत भारत के शिक्षा अधिकारी संस्थानों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को आरक्षण दिया जाएगा |

संविधान दिवस कब, क्यों, कैसे मनाया जाता है?

भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएं

  • सबसे लंबा लिखित संविधान
  • विभिन्न स्रोतों से आहरित
  • कठोरता एवं नम्यता का मिश्रण
  • एकात्मक झुकाव के साथ संघीय प्रणाली
  • सरकार का संसदीय स्वरूप
  • संसदीय संप्रभुता एवं न्यायिक सर्वोच्चता का संश्लेषण
  • एकीकृत एवं स्वतंत्र न्यायपालिका
  • मौलिक अधिकार
  • राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत
  • मौलिक कर्तव्य
  • एक धर्मनिरपेक्ष राज्य
  • सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार
  • एकल नागरिकता
  • स्वतंत्र निकाय
  • आपातकालीन प्रावधान
  • त्रिस्तरीय सरकार
  • सहकारी समितियां
  • भारतीय संविधान के संस्थापक

भारतीय संविधान के संस्थापक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को माना जाता हैं। उनके द्वारा ही भारतीय संविधान को बनाया गया था। यही कारण है कि उन्हें भारतीय संविधान का निर्माता कहा जाता हैं।

भारत का संविधान दिवस 2023 समारोह

2023 में भारतीय संविधान दिवस काफी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा इस दिन भारत के सभी सरकारी कार्यालय और भावनाओं पर तिरंगा फहराया जाएगा इसके अलावा भारतीय संसद भवन में जाकर डॉक्टर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी’ क्योंकि उनके द्वारा ही भारतीय संविधान को बनाया गया था।  2023 संविधान दिवस के शुभ अवसर पर  उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि होंगे और पूर्ण सत्र में मुख्य भाषण देंगे। श्री अर्जुन राम मेघवाल, कानून राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), न्यायमूर्ति रितु राज अवस्थी, अध्यक्ष विधि आयोग, एल.डी. तुषार मेहता, भारत के सॉलिसिटर जनरल, न्यायमूर्ति श्री अरुण कुमार मिश्रा, अध्यक्ष एनएचआरसी, न्यायमूर्ति सुश्री इंदिरा बनर्जी, पूर्व न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय और डॉ. नितेन चंद्रा, सचिव,संविधान दिवस के दिन अपने विचार लोगों के सामने प्रस्तुत करेंगे।

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इस अवसर पर, ‘ए गाइड टू अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन’ और ‘पर्सपेक्टिव्स ऑन कॉन्स्टिट्यूशन एंड डेवलपमेंट’ नामक दो पुस्तकों का विमोचन भी होगा। इसके अलावा, मंत्रालय भारतीय विधि संस्थान के सहयोग से संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों के छात्रों के लिए ‘स्वतंत्रता की सीमा – मौलिक अधिकार बनाम मौलिक कर्तव्य’ विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी इसमें अच्छे प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार दिए जाएंगे जिसके अंतर्गत इसमें प्रथम पुरस्कार के विजेता को 50,000 रुपये, दूसरे को 30,000 रुपये और तीसरे पुरस्कार विजेता को 20,000 रुपये पुरस्कार राशि के रूप में मिलेंगे। भारतीय संविधान का हमारे जीवन में क्या महत्व हैं।  उसके बारे में भी आम नागरिक को जागरूक किया जा सकें क्योंकि आज हम अगर भारत में स्वतंत्रता के साथ रह पा रहे हैं तो उसके पीछे भारतीय संविधान की शक्ति है उसके द्वारा ही हमें विशेष अधिकार हमें प्राप्त हुए हैं।

Summary:

उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल भारतीय संविधान दिवस आपको पसंद आया होगा आर्टिकल से संबंधित आपका कोई भी सुझाव या आपका प्रश्न है तो आप हमारे कमेंट सेक्शन में आकर पूछे उसका उत्तर हम आपको जरूर देंगे तब तक के लिए धन्यवाद और मिलते हैं अगले आर्टिकल में..!!

FAQ’s:- Constitution Day of India 2023

Q. भारत में संविधान दिवस 2023 कब मनाया जाता है?

Ans. संविधान दिवस 2023 26 नवंबर को मनाया जाता है।

Q. संविधान दिवस का दूसरा नाम क्या है?

Ans. संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस भी कहा जाता है।

Q. प्रथम संविधान दिवस कब मनाया जाता है?

Ans. संविधान दिवस पहली बार 26 नवंबर 2015 को मनाया गया था।

Q. भारतीय संविधान में कितनी अनुसूचियां हैं?

Ans. भारतीय संविधान में कुल 12 अनुसूचियां हैं।

Q. भारतीय संविधान में कितने भाग हैं?

Ans. भारतीय संविधान में कुल 22 भाग हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं

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