मकर संक्रांति पर निबंध हिंदी में | Makar Sankranti Essay in Hindi

Makar Sankranti Essay in Hindi

Makar Sankranti Essay in Hindi:- मकर संक्रांति पर निबंध लिखने का सवाल काफी आम है। अक्सर मकर संक्रांति पर निबंध (Essay on MakarSankranti) लिखने के लिए पूछ लिया जाता है। Essay on Makar Sankranti in Hindi के लिए आपको किन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर अपना आर्टिकल लिखना है और इसमें कौन-कौन से पहलू जोड़ने हैं, ये प्रश्न ज्यादातर दिमाग में चलता है .जब हम निबंध लिखना शुरु करते है तो, वह हम आपकी इसी दुविधा को इस लेख के जरिए हल करेंगे। इसके साथ ही हम आपको बताएंगे कि मकर संक्रांति पर निबंध 10 लाइन में कैसे लिख सकते है। मकर संक्रांति पर निबंध हिंदी Essay on Makar Sankranti in Hindi) में कैसे लिखें और किन सभी बातों का निबंध लिखते हुए ध्यान रखना है इन सभी सवालों के जवाब आपको हमारे इस लेख के जरिए मिल जाएंगे। अगर आप Essay on Makar Sankranti in Hindi  अच्छे तरिके से लिखना चाहते है तो हमारे लेख को अंत कर पढ़े।

Makar Sankranti Essay in Hindi

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मकर संक्रांति पर निबंध | Makar Sankranti Essay

हर साल जनवरी की शुरुआत में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार बड़े ही धूम धाम से पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है। मकर संक्रांति हिंदूओं के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि सूर्य देव की पूजा करने से श्रद्धालुओं को सूख, धन वैभव की प्राप्ती होती है। वहीं मकर संक्रांति के दिन भारत की पवित्र नदियों में भी स्नान करने की परंपरा है। कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन गंगा में स्नान करने से हजार गुणा पुण्या की प्राप्ती होती है। वहीं मकर संक्रांति के दिन पतंग उत्सव यानि की काइट्स फैस्टिवल (Kite’s Festival) भी मनाया जाता है।

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टाइटलमकर संक्रांति
साल2023
मकर संक्रांति 2023 दिनांक15 जनवरी
मकर संक्रांति दिनरविवार
मकर संक्रांति पूजनीय देवसूर्य देव
मकर संक्रांति पर सबसे ज्यादा क्या करेंदान
मकर संक्रांति का सबसे बड़ा मेलागंगासागर (पश्चिम बंगाल)
अंतर्राष्ट्रीय काइट्स फैस्टिवल कहां मनाया जाता हैगुजरात

गुजरात में मनाएं जाने वाला काइट्स फैस्टिवल अंतर्राष्ट्रीय स्तर (International Level) पर मनाया जाता है। गुजरात में मकर संक्रांति के समय पतंग उत्सव देखने देश विदेश से लोग पहुंचते है। ये हिंदूओं (Hindus) को एक मात्र ऐसा त्योहार है जिसकी डेट तय रहती है यानि की यह जनवरी की 14 या 14 तारीख को आता है। अंग्रेजी नए साल के अनुसार से मकर संक्रांति हिंदूओं का साल का सबसे पहला त्योहार है। मकर संक्रांति के दिन दान देने का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन सूर्य धनु राशि से निकर कर मकर राशि में प्रवेश करता है।

Makar Sankranti Par Nibandh

भारत में अगल अगल नाम से मनाया जाता है मकर संक्रांति त्योहार, जैसे कि हम जानते है कि Makar Sankranti भारत (India’s) के प्रमुख्य त्योहारों में से एक है। ये पूरे भारत में बड़े हर्षोलास के साथ मनाया जाता है। चूंकि ये पूरा India में मनाया जाता है इसका हर जगह नाम भी अलग है। मकर  संक्रांति के नाम से पूरे भारत में ये त्योहार नहीं मनाया जाता बल्कि हर राज्य में इस त्योहार का नाम अलग है। वहीं ये त्योहार Nepal के कुछ इलाकों में भी मनाया जाता है। मकर संक्रांति को उत्तर प्रदेश, पश्चिम बिहार और मध्यप्रदेश तरफ सकरांत या खिचड़ी के नाम ने मनाया जाता है।

वहीं तमिलनाडु में इसे पोंगल के नाम से मनाया जाता है। असम तरफ इसे माघ बिहू के नाम से मनाया जाता है। वहीं गुजरात और राजस्थान साइड इसे उतारायण के नाम से मनाया जाता है। वहीं आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल साइड इसे संक्रांति के नाम से मनाया जाता है। पंजाब के कुछ हिस्से में और हरियाणा में लोहड़ी कहा जाता है।

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मकर संक्रांति में दान का महत्व

सूर्य उत्तरायन के बाद देवों की ब्रह्म मुहूर्त उपासना का पुण्यकाल शुरु हो जाता है। इस काल को परा-अपरा विद्या को प्राप्त करने का काल कहा जाता है। साधना का सिद्धिकाल भी इसे कहा जाता है। मकर संक्रांति को स्नान दान का पर्व भी कहा जाता है। इस दिन तीर्थों में जा कर स्नान करना और दान करना बहुत अच्छा मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव (Lord Sun) की आराधना कर खिचड़ी, फल, कंबल राशि के हिसाब से दान करने पर पुण्य की प्राप्ती होती है। कहा जाता है कि इस दिन किया गया दान जिंदगी भर चलता है और इससे सूर्य देव प्रसन्न होते है और वह अपने भक्तों की हर संकट से रक्षा करते है।

मकर संक्रांति पर निबंध हिंदी में

मकर संक्रांति का महत्व:

India बहुत बड़ा देश है। India के हर राज्य में Makar Sankranti का नाम तो अलग है ही वहीं इसे मनाने का तरीकें भी एक दूसरे से भिन्न है। त्योहार अलग अलग तरह से मनाने के कारण पकवान भी हर जगह अलग अलग होते है पर दाल चावल की खिचड़ी इस त्योहार की पहचान है। वहीं इस दिन तिल और गुड़ (Til and Gur) खाने का भी अपना विशेष महत्व है। Science की नजर से देखा जाए तो मकर संक्रांति का त्योहार ठंड में पड़ता है और इस सर्दी के मौसम में तिल गुड़ खाने से शररी में गर्मी पहुंची है जो कि ठंड से बचाती है और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है।

मकर संक्रांति पर निबंध 10 लाइन | Makar Sankranti Essay in 10 Lines

  • Makar Sankranti जनवरी महीने की हर 14 या 15 तारीख को मनाया जाता है |
  • मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है |
  • मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायन होता है |
  • मकर संक्रांति के दिन ही Sagittarius राशि से Capricorn राशि में सूर्य का प्रवेश होता है |
  • मकर संक्रांति के दिन तील गुड खाने का महत्व होता है |
  • मकर संक्रांति के दिन किया गया दान जिंदगी भर चलता है |
  • मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से हजार गुणा पुण्य की प्राप्ति होती है |
  • मकर संक्रांति के दिन गुजरात में International Kites Festival मनाया जाता है |
  • मकर संक्रांति के दिन नए कार्य की शुरुआत करना शुभ माना जाता है |
  • मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करने से वह अपने भक्तों की हर संकट से रक्षा करते है।
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Makar Sankaranti Per Nibandh Hindi Me

महाभारत में मकर संक्रांति का महत्व:-
मकर संक्रांति
का महत्व भारत के श्रेष्ठ ग्रंथ महाभारत में भी है। Mahabharat के सर्वश्रेष्ठ योद्धा भीष्म पितामह ने सूर्य उत्तरायण होने पर माघ शुल्क अष्टमी के दिन अपनी इच्छा से अपने शरीर का त्याग किया था। वही उनका श्राद्ध संस्कार भी सूर्य की उत्तरायण गति में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन मृत्यु को प्राप्त करने वाले मनुष्य का दोबारा जन्म नहीं लेना पड़ता और वह स्वर्ग गति को प्राप्त करते हैं। फलता है मकर संक्रांति के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए तिलक और जल तर्पण की प्रथा प्रचलित है।

मकर संक्रांति पर निबंध कैसे लिखे | How to Write Essay On Makar Sankranti

मकर संक्रांति के दिन क्या करें और क्या ना करें:-

अगर पिता और पुत्र में वैचारिक मतभेद है तो वह Makar Sankranti के दिन एक दूसरे को लाल वस्तु का उपहार भेंट करें। ऐसा करने से दोनों के संबंध में सरलता और मधुरता आएगी। वही सुबह प्रातकाल उठकर Til का उबटन लगाकर तीर्थ के जल से नहाना चाहिए। अगर तीर्थ का जल आपके पास नहीं है तो आप दूध और दही से भी स्नान कर सकते हैं। Makar Sankranti के पुण्य कार्य शुरू होने के बाद दांत मांजने यानी कि ब्रश नहीं करना चाहिए इसके साथ ही किसी को कटु शब्द। मकर संक्रांति के दिन झूठ बोलने से भी बचें फसल या वृक्ष काटना गाय भैंस का दूध निकालना और मैथुन काम नहीं करना चाहिए।

FAQ’s Makar Sankranti Essay in Hindi

Q.  मकर संक्रांति कब आती है?
Ans मकर संक्रांति का त्योहार जनवरी की 14 या 15 तारीख को आता है |

Q. साल 2023 में मकर संक्रांति कौन सी तारीख और दिन को है?
Ans साल 2023 में 15 जनवरी दिन रविवार को मकर संक्रांति है |

Q. मकर संक्रांति को उत्तरायन के नाम से कहां मनाया जाता है ?
Ans गुजरात और राजस्थान में मकर संक्रांति को उत्तारायन के नाम से जाना जाता है |

Q. मकर संक्रांति के दिन क्या करना चाहिए?
Ans इस दिन स्नान कर के सूर्य देव की पूजा करना चाहिए और दान करना चाहिए |

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