मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त:- का त्योहार आने को है। ये त्योहार हिंदू के प्रमुख्य त्योहारों में से एक है। Makar Sankranti के त्योहार में शुभ मुहूर्त बहुत जरुरी होता है ये हम सब जानते है। त्योहार के शुभ मुहूर्त के बारे में पता नहीं होने की समस्या अक्सर हमें फेस करनी पड़ती है। पर चिंता करना की जरूरत नहीं है हम इस लेख के जरिए आपको मकर संक्रिंता शुभ मुहूर्त 2023 के बारें में आपको अवगत कराएंगे। इस लेख में ना सिर्फ आपको Makar Sankranti Shubh Muhurat के बारे में पता लगेगा, बल्कि हम आपको मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त कब है? मकर संक्रांति स्नान शुभ मुहूर्त कब शुरु होगा, पूजा के शुभ मुहूर्त, Makar Sankranti पर किसकी पूजा होती है और मकर संक्रांति पर क्या करना चाहिए इन सब के बारे में इस लेख के जरिए जानकारी देंगे। आपके सभी सवालों के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।

Makar Sankranti 2023 Shubh Muhurat
टाइटल | मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त |
साल | 2023 |
कब है मकर संक्रांति 2023 | 15 जनवरी |
मकर संक्रांति दिन | रविवार |
मकर संक्रांति शुभ मूहुर्त कब शुरु होगा | सुबह 7 बजकर 15 मिनट |
मकर संक्रांति शुभ मूहुर्त कब खत्म होगा | रात 7 बजकर 46 मिनट |
मकर संक्रांति देव | सूर्य |
मकर संक्रांति महापुण्य मुहूर्त | 7 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 9 बजे तक |
मकर संक्रांति के दिन किसका महत्व होता है | तिल और गुड़ का |
मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त
Makar Sankranti भारत देश में मनाएं जाने वाला बहुत ही प्रमुख्य त्यौहार है। जब सूर्य की गति उत्तरायण होती हैं उस समय कहा जाता है कि सूर्य की किरणों से अमृत की बरसात होती है। Makar Sankranti के शुभ अवसर पर गंगा में स्नान और दान पुण्य की अपनी ही महत्वता है। मकर संक्रांति के दिन तिल गुड्ड की भी महत्वता है। माना जाता है कि इस दिन तिल, घी, गुड का दान करना बहुत शुभ होता है। यह त्यौहार पूरे India में मनाया जाता है। भारत में अलग अलग नाम से मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है, कहीं इसके संकारात कहा जाता है तो कही उत्तारायण तो कही पोगंल और बिहू।
इस त्योहार को मनाने की विधि और रीतियां भी सभी जगह अलग होती हैं। उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति ही Hindi Religion का सिर्फ एक ऐसा त्योहार है जिसकी तारीख 14 और 15 फरवरी तय होती है, वहीं अन्य त्यौहार की तारीख तय नहीं रहती है। मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त का बहुत महत्व होता है। मकर संक्रांति के दिन स्नान से लेकर दान तक का शुभ मुहूर्त होता है। आने वाले साल 2023 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति का पुण्य काल मुहूर्त सुबह 7:15 बजे से लेकर शाम 7 बजकर 46 मिनिट तक रहेगा।
Happy Makar Sankranti 2023 | Similar Content |
मकर संक्रांति कब व क्यों मनाई जाती है | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त 2023 | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति पर निबंध | यहाँ क्लिक करें |
Kite festival 2023 | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति शायरी | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएँ | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति वाहन क्या है | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति पर दान क्यों करते हैं | यहाँ क्लिक करें |
मकर संक्रांति के गीत | यहाँ क्लिक करें |

मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त कब है?
मकर संक्रांति हर साल January के माह में आने वाला Hindu’s का महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन दान करने से पुराने जन्मों के पापों का नाश होता है। वहीं इस दिन पूजा से लेकर दान शुभ मुहूर्त में किए जाते है। साल 2023 में मकर संक्रांति 15 जनवरी रविवार के दिन मनाई जाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार 14 जनवरी 2023 की रात को 8 बजकर 21 मिनट पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके चलते 15 जनवरी को उदया तिथि पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। सुबह 7 बज कर 15 मिनिट शाम 7 बजकर 46 मिनिट तक मकर संक्रांति का पुण्य काल रहेगा।
वहीं मकर संक्रांति का महापुण्य काल का समय सुबह 7 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 9 बजे तक रहेगा। गौरतलब है कि मकर संक्रांति के दिन एक खास संयोग बन रहा है। इन दिन रोहिणी नक्षत्र, चित्रा के साथ ब्रह्म योग बन रहा है, इसके साथ ही 14 जनवरी को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। गौरतलब है कि पहले से ही बुध और शनि ग्रह इस राशि में विराजमान है। जिसके कारण त्रिग्रही योग बन रहा है, जो कि कई राशियों के लिए अच्छा बताया जा रहा है, तो कुछ राशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
मकर संक्रांति स्नान शुभ मुहूर्त
Makar Sankranti के दिन तिल का बहुत महत्व होता है। वहीं इस दिन स्नान को भी महत्वपूर्ण मनाया गया है। स्नातन धर्म के मुताबिक संक्रांति, अमावस्या और पूर्णिमा के दिन Ganga स्नान का खास महत्व और विधान है। मकर संक्रांति में शुभ मुहूर्त में स्नान करने से सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष को प्राप्ती होती है। मकर संक्रांति सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर शुरु हो जाएगी यानि तब ही से शुभ मुहूर्त शुरु हो जाएगा। श्रद्धालुओँ को चाहिए कि वह सूर्योदय से पहले ना धो के तैयार हो जाए। इस दिन तिल का उबटन लगाकर नहाया जाता है। वहीं इन दिन लोग नदियों और तलाबों में स्नान आदि के लिए जाते है। लोग मकर संक्रांति के दिन बड़ी संख्या में Gangasagar में डूबकी लगाते है, इसके साथ ही Prayagraj के संगम में भी लोग नहाने पहुंचते है।

मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त कब शुरू होगा
- मकर संक्रांति पूजा मुहूर्त
Makar Sankaranti के दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। मकर संक्रांति पूजा मुहूर्त सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। Lord Sun की पूरा आपको दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक पूरी कर लेनी होगी क्योंकि शुभ मुहूर्त तब ही तक है। मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से सूर्य देव अति प्रसन्न होते है और अपने भक्तों की सारी समस्याओं को हर लेते है। इसके साथ ही उनकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते है। सूर्य भगवान को जल चढ़ाकर उनकी पूजा की जाती है। जल में लाल फूल, लाल चंदन, थोड़ा थोड़ा तिल और गुड मिलाकर सूर्य देव को अर्घ दें। इसके साथ ही कई लोग मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव के लिए Fast भी रखते है।
मकर संक्रांति पर किसकी पूजा होती है?
मकर संक्रांति के दिन सूर्य Capricorn राशि में प्रवेश करते है। मकर संक्रांति का त्योहार सूर्य देव का त्योहार है। इस दिन लोग सूर्य देव की पूजा करते है। सूर्य देव की पूजा के लिए तांबे के लोट में जल लेकर सूर्य देव को चढ़ाना चाहिए। तांबे के लोटे में लाल फूल, लाल चंदन, थोडा तिल और थोड़ा गुड मिलकर सूर्य देश को चढ़ाया जाता है। वहीं सूर्य देव के लिए भक्तों द्वारा उपवास भी रखा जाता है। सूर्य देव को जब पूजा सामग्री के जल चढ़ाएं तो तांबे के ही बर्तन में जल गिराएं और उस जल को पौधों में डाल दें। सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए इन मंत्रों को बोलें
ऊं घृणि सूर्यआदित्याय नम:।
ऊं सूर्याय नम:।
ऊं सूर्याय नम:।
ऊं भानवे नम:
ऊं सवित्रे नम:।
ऊं मरिचये नम:।
मकर संक्रांति पर क्या करना चाहिए?
- मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की भी परंपरा है। इस दिन Gangasagar में भी मेला लगता है। इस दिन नदियों में स्नान करने का पुण्य हजार गुना बढ़ जाता है।
- मकर संक्रांति के दिन Lord Sun की पूजा पाठ करने के साख ही Charity का भी बहुत महत्व है।
- इस दिन तिल गुड़ रेवड़ी का भी Charity किया जाता है। इस दिन जरुरतमंदों को दान देना अति पुण्यकारी माना जाता है। इस दिन तिल, गुड़, कंबल, घी, वस्त्र और खिचडी का दान किया जाता है।
- इस दिन पित्रो का तर्पण करना भी शुभ होता है। इस दिन पितरों और पितरों के देव अर्यमा के निमित्त तर्पण काभी शुभ माना जाता है।
- वहीं इस दिन सूर्य पुत्र शनि देव की तिल और तेल से पूजा करने पर उनकी कृपा बनी रहती है।
- इस दिन से नए कार्य भी शुरु किए जाते है, जो कि बहुत शुभ होते है।

FAQ’s मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त
Q. मकर संक्रांति 2023 में कौन से दिन मनाई जाएगी ?
Ans. 15 जनवरी
Q. मकर संक्रांति के दिन क्या क्या किया जाता है ?
Ans. सूर्य देव की पूजा, स्नान, दान, नय कार्य की शुरुआत
Q. मकर संक्रांति के दिन नदी में स्नान क्यों किया जाता है ?
Ans. इस दिन नदी में स्नान करने का पुण्य हजार गुण बढ़ जाता है
Q. मकर संक्रांति के दिन कहां लोग सबसे ज्यादा स्नान करने पहुंते है ?
Ans. गंगासागर( पश्चिम बंगाल)