Holi Poems in Hindi:- रंगों का त्योहार होली मस्ती से भरा उत्सव है जो पूरे भारत में लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। यह मौज-मस्ती का समय है, जब लोग एक-दूसरे पर गुलाल लगाते हैं और एक-दूसरे को पानी से सराबोर करते हैं। गौरतलब है कि होली देश भर में मनाई जाती है। वहीं भारत के कुछ ऐसे स्थान हैं जो विशेष रूप से होली मनाने और रंगीन समारोहों के लिए प्रसिद्ध हैं। जैसे कि हम जानते है कि होली भारत के सबसे पुराने त्योहारों में से एक है। त्योहार की उत्पत्ति के साथ कई दिलचस्प कहानियां जुड़ी हुई हैं।
होली के त्योहार का वर्णन करने में पौराणिक कथाएं बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। होली उत्पत्ति की सर्वाधिक लोकप्रिय कथाएं ‘होलिका दहन’ और राधा-कृष्ण की कथा से संबंधित हैं। होली के दिन कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जाता है, वहीं होली से पूर्व स्कूलों में कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें होली विषय पर कविता बोलनी होती है। इस लेख में हम आपको होली पर कविता प्रस्तुत करेंगे, जिसे आप कवि सम्मेलन से लेकर स्कूल प्रतियोगिता में शामिल कर सकते है। इस लेख को कई आधार पर तैयार किया गया है जैसे कि होली पर कविता हिंदी में poem on holi in hindi,Holi Poems in Hindi, Holi Par Kavita Hindi Me हैं। इस लेख को पूरा पढ़े और एक से बढ़कर एक कविता का आनंद लें।
Poem on Holi in Hindi
देखो देखो होली का त्योहार आया
दुश्मनों ने भी हाथ मिलाया,
अपनों ने भी साथ निभाया।
देखो देखो होली का त्योहार आया
रंग लगाओ, ढोल बजाओ,
अपनों के संग होली मनाओ।
देखो देखो होली का त्योहार आया
रंगों का त्योहार आया,
मिठाइयों की मिठास संग में लाया है।
देखो देखो होली का त्योहार आया
ऋतु बसंत को भी संग में लाया है,
हंसी ठिठोली का मौसम संग में लाया है।
देखो देखो होली का त्योहार आया
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होली पर कविता हिंदी में
पिचकारी चलाओ, गुलाल उड़ाओ,
गीत गाओ सब के संग होली मनाओ।
केशर की, कलि की पिचकारीः
पात-पात की गात सँवारी ।
राग-पराग-कपोल किए हैं,
लाल-गुलाल अमोल लिए हैं
तरू-तरू के तन खोल दिए हैं,
आरती जोत-उदोत उतारी-
गन्ध-पवन की धूप धवारी ।
गाए खग-कुल-कण्ठ गीत शत,
संग मृदंग तरंग-तीर-हत
भजन-मनोरंजन-रत अविरत,
राग-राग को फलित किया री-
विकल-अंग कल गगन विहारी ।
Holi Par Kavita
रंंगों का त्योहार है होली
खुशियों की बौछार है होली।
लाल गुलाबी पिले देखो
रंग सभी रंगीले देखो।
पिचकारी भर-भर लाते
इक दूजे पर सभी चलाते।
होली पर अब ऐसा हाल
हर हर चेहरे पर आज गुलाल।
आओ यारों इसी बहाने
दुश्मन को भी चले मनाने।
Holi Poems in Hindi
होली आयी, होली आयी, साथ ढेरों खुशियाँ लायी
होली खेले राधा सँग कन्हाई
डाले इक दूजे पे रंग गुलाल
हो गए सब के रंगबिरंगी गाल
यह प्यार का त्योहार सबसे निराला
खुश है सब के संग कान्हा
चढा सब पर प्रेम का ऐसा रँग
मस्ती मे झूमे सबका अन्ग-अन्ग
आओ हम भी साथ खेले होली
होली पर प्रेरणादायक कविता
चलो आज होलिका को सब मिल के जलाएँ
एक नया इतिहास बनाएँ
जलाएँ हम उसमे अपने बुरे विचार
कटु-भावो का करे तिरस्कार
नफरत की दे दे आहुति
आज लगाएँ प्रेम भभूति
प्रेम के रन्ग मे सब रन्ग डाले
नफरत नही कोई मन मे पाले
सब इक दूजे के हो जाएँ
आओ हम सब होली मनाएँ
Holi Poems in Hindi
रंग बिरंगी सबसे न्यारी सबसे प्यारी
रंग गुलाल की पिचकारी,
हम सब को सबसे प्यारी होली हमारी।
रंग में रंग मिल गए
मन से मन मिल गए,
होली में सब रंग खिल गए।
परंपरा की पहचान है होली हमारी
खुशियों का पैगाम है होली हमारी,
रिश्तो की अंगूठी पहचान है होली हमारी।
ढोल नगाड़े खूब बजाये
खूब नाचे, झूम झूम कर नाचे,
धूमधाम से सबने है होली मनाई
बच्चे करते सबसे मस्ती न्यारी
पिचकारी से रंग उड़ाए, गुब्बारों में रंग भर के मारे,
रंग बिरंगी सबसे प्यारी होली हमारी।
Poems on Holi in Hindi
युवकजनों की है जान ;
ख़ून की होली जो खेली ।
पाया है लोगों में मान,
ख़ून की होली जो खेली ।
रँग गये जैसे पलाश;
कुसुम किंशुक के, सुहाए,
कोकनद के पाए प्राण,
ख़ून की होली जो खेली ।
निकले क्या कोंपल लाल,
फाग की आग लगी है,
फागुन की टेढ़ी तान,
ख़ून की होली जो खेली ।
खुल गई गीतों की रात,
किरन उतरी है प्रात की ;-
हाथ कुसुम-वरदान,
ख़ून की होली जो खेली ।
आई सुवेश बहार,
आम-लीची की मंजरी;
कटहल की अरघान,
ख़ून की होली जो खेली ।
विकच हुए कचनार,
हार पड़े अमलतास के ;
पाटल-होठों मुसकान,
ख़ून की होली जो खेली ।
Holi Poem Hindi
एक चुटकी गुलाल में
मिटा देगा मन का मलाल
रंग लागा गुलाबी प्रीत का
जो न अब कभी उतरे।
कुछ रंग नीला रे बरसे
उसमे एक रंग लाल साहस का
ले हरा रंग समृद्धि और विश्वास का
मिला पीला रंग शांति और ज्ञान का
मत भूल रंग केसरी बलिदान का।
रंग भर गेरूआ जीवन में
नए सवेरे नयी आस का
पर हर रंग से पहले…
शुभ धवल रंग सा मन हो
जिस पर जो रंग चढ़े वो पावन हो
जैसे रंग बिरंगी होली अपनी
वैसा ही रंगो से भरा जीवन हो।
होली आती हैं हमें याद दिलाती
पिचली कितनी होली
वो बचपन की होली
वो सखियों की होली
वो गुजियों वाली होली
सब कुछ याद दिलती
होली आती हैं रंग गले लगाती हैं
आकर सब को नहलाती हैं,
होली आती हैं हमें हमारे पुराने दिनों की याद दिलाती हैं।
Holi Par Kavita Hindi Me
डगर डगर गांव शहर उड़े रे उड़े गुलाल उड़े
चंग, ढोल और थाप चहु और सुने रे सुने,
होली आयी रे, आयी होली आयी।
गीतों की राग मन बहलाये रे बहलायें
रंग ऐसे उड़े, मन से मन मिले रे मिले,
होली आयी रे, आयी होली आयी।
बच्चे, बूढ़े सब में मस्ती की उमंग उठे रे उठे
अपनों संग कितने दिनों बाद मिले रे मिले,
होली आयी रे, आयी होली आयी।
सुबह शाम ऐसे बीते रे बीते
रंग बिरंगे रंगों में दिन बीते रे बीते,
होली आयी रे, आयी होली आयी।
संध्या होते ही ढप और चंग बाजे रे बाजे
चटपटी मिठाइयों का स्वाद आया रे आया,
होली आयी रे, आयी होली आयी।
जात-पात के सब बैर मिटे रे मिटे
शत्रुओ के हाथ मित्रता को बढ़े रे बढ़े,
होली आयी रे, आयी होली आयी।
Poem on Holi
खेलूँगी कभी न होली
उससे जो नहीं हमजोली ।
यह आँख नहीं कुछ बोली,
यह हुई श्याम की तोली,
ऐसी भी रही ठठोली,
गाढ़े रेशम की चोली-
अपने से अपनी धो लो,
अपना घूँघट तुम खोलो,
अपनी ही बातें बोलो,
मैं बसी पराई टोली ।
जिनसे होगा कुछ नाता,
उनसे रह लेगा माथा,
उनसे हैं जोडूँ-जाता,
मैं मोल दूसरे मोली
रंगो का त्योहार होली
Holi Poems in Hindi
मारो सब मिलकर पिचकारी
लाल गुलाल सबको रंगाए
सबका मन प्रफुल्लित हो जाए
बच्चे खेल खूब रंगों से
मारो पिचकारी दूर से
रंग बिरंगी होली ये
देखो कैसे खेले सब
कोई दूर भागता है
दूसरा पकड़कर लाता है
हसी मजाक का त्योहार ये
रंगो से सजी ये होली
हर गीले सिकवे मिटाता है
जीवन में रंग भरता है
खूब लाला पीले हो जाओ सारे
कुछ देर ही सही हर गम भुलाओ सारे
रंगो की शक्ति की पहचान
सबको याद दिलाओ प्यारे
घर घर का त्योहार है होली
होली पर कविता हिंदी में
रंगों का त्योहार है होली
रंगों का खजाना है होली
मिलकर मारो सारे पिचकारी।
होली है भाई होली है
मौज मस्ती की होली है
रंगो से भरा ये त्यौहार
बच्चो की टोली रंग लगाने आयी है
बुरा ना मानो होली है
होली है भाई होली है
एक दूसरे हो रंग लगाओ
मन की कड़वाहट को छोड़ो
सब मिल के खुशियां मनाओ
अपनी परंपरा कभी न छोड़ो
बुरा ना मानो होली है
होली है भाई होली है
होलिका दहन का मतलब समझो
हिरणकश्यप के दंभ को तोड़ो
भक्त प्रह्लाद को रखना याद
कभी न छोड़ना सच का साथ
बुरा ना मानो होली है
होली है भाई होली है
FAQ’s Holi Poems in Hindi
Q. भारत में होली कैसे मनाई जाती है?
Ans. होली पूरे भारत और दुनिया भर में अलग-अलग तरह से मनाई जाती है। त्योहार में आम तौर पर गायन, नृत्य, रंगों और पिचकारी (पानी की बंदूकें) के साथ खेलना और गुजिया और लड्डू जैसे व्यंजनों का आनंद लेना शामिल होता है।
Q. होली कब मनाई जाती है?
Ans. होली हर साल मार्च के महीने में पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। वर्ष के इस समय वसंत ऋतु होने के कारण इस दिन को “वसंत पूर्णिमा” भी कहा जाता है।
Q. होली का त्योहार में मिठास घोलने के लिए कौन सी स्पेशल मिठाई बनाई जाती है ?
Ans. होली का त्योहार मनाने के लिए घर घर में स्पेशल मिठाई के तौर पर गुजियां बनाई जाती है।
Q. साल 2024 में होली का पर्व कौन सी तारीख और दिन मनाया जाएगा ?
Ans. साल 2024 में होली का पर्व 25 मार्च के दिन मनाया जाएगा।
Q. होली के पर्व को और किस नाम से जाना जाता है ?
Ans. होली के पर्व को रंगो के त्योहार के नाम से भी जाना जाता है।