Christmas Day Story in Hindi:– जैसा कि आप लोग जानते हैं कि 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में क्रिसमस डे हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा इस दिन पूरी दुनिया दुल्हन की तरह सजाया जाएगी और सभी लोग क्रिसमस के जशन में डूब जाएंगे क्रिसमस का दिन सभी लोग अपने घर में केक खाते हैं और साथ में क्रिसमस का ट्री की सजावट काफी उत्साह पूर्वक करते हैं I ऐसे में बहुत सारे लोगों के मन में सवाल आता है कि क्रिसमस डे की कहानी क्या है? क्रिसमस डे का इतिहास क्या है? मैरी क्रिसमस कब से मनाया जा रहा है? अगर आप इन सब के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे साथ आर्टिकल पर आखिर तक बने रहे हैं चलिए शुरू करते हैं –
Christmas Day Story in Hindi
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Christmas story
क्रिसमस डे के अगर हम कहानी के बारे में बात करें तो इसका सीधा संपर्क मैरी (Mary) और यूसुफ के साथ जुड़ा हुआ है एक दिन mary के सपने में एक भविष्यवाणी होती है कि वह एक ईश्वरीय अवतार लड़के को जन्म देगी जो आगे चलकर ईसाई धर्म का भगवान बनेगा I उसका नाम यीशु होगा I जिसके बाद मेरी काफी डर गई लेकिन उसे भगवान के ऊपर विश्वास था I आपको यह बात जानकर काफी हैरानी होगी कि ईसा मसीह के माता-पिता ने शादी नहीं की थी दरअसल उन्हें एक दिव्य भविष्यवाणी हुई थी कि उनके यहां ईश्वर का जन्म होगा I
इनके पिता कारपेंटर का काम किया करते थे जब ईसा मसीह का जन्म हुआ तो उस समय उनके माता-पिता एक जंगल में फस गए थे और वहीं पर जंगली जानवरों के बीच उनका जन्म हुआ जब इस संसार में ईसा मसीह आए तो एक दिव्य प्रकाश की रोशनी चारों तरफ वातावरण में छा गई थी जिसको देखने के लिए कई लोग आए थे और लोगों को यह बात भी यकीन हो गया कि वाकई में यह बच्चा ईश्वर है I तभी से क्रिसमस मनाने की परंपरा शुरू हुई जो आज तक कायम है
क्रिसमस डे की कहानी हिंदी में
जैसा कि आप लोग जानते हैं कि ईसा मसीह के जन्मदिन के संबंध में कई प्रकार की कहानियां बाइबल के अनुसार बताई गई हैं ऐसा कहा जाता है कि ईसा मसीह के माता-पिता ने शादी नहीं की थी दरअसल इनकी मां Mary को एक ईश्वर यह संकेत प्राप्त हुआ था कि वह एक ऐसे पुत्र की मां बनेंगे जो खुद ईश्वर के अवतार होंगे और साथ में बड़ा होता राजा बनेंगे और उनकी कोई भी सीमा नहीं होगी सबसे महत्वपूर्ण बात की वह मानवता की भलाई के लिए लगातार काम करेंगे इसके बाद जिस रात जीसस का जन्म हुआ उस रात काफी आंधी तूफान जैसे हालात हैं जिसके कारण इनके पिता और माता मेरी संकट में फंस गए थे I
उस समय इनके माता पिता मैरी और जोसफ बेथलेहेम जाने के लिए रास्ते में थे. उन्होंने एक अस्तबल में शरण ली, जहां मैरी ने आधी रात को यीशु को जन्म दिया तथा उसे एक नांद में लिटा दिया. और उसी रात इनका नाम यीशु पड़ गया तभी से क्रिसमस मनाने की प्रथा का शुभारंभ हुआ I
क्रिसमस डे का इतिहास History of Christmas Day
हालाँकि 25 दिसंबर को क्रिसमस मानाने को लेकर अलग-अलग कथाएं प्रचलित हैं। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमस टाइड की शुरुआत होती है क्रिसमस से 12 ऐसा माना जाता है कि यीशु का जन्म एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के के अनुसार 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ 25 दिसंबर यीशु का जन्म हुआ था इसका कोई भी वास्तविक प्रमाण पत्र नहीं है हालांकि ईसाई धर्म के मानने वाले लोगों ने 25 दिसंबर को यीशु का जन्मदिन दिवस माना है जिसके अनुसार पूरी दुनिया में क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जाता है I
ईसाई होने का दावा करने वाले कुछ लोगों ने बाद में जाकर इस दिन को चुना था क्योंकि इस दिन रोम के गैर ईसाई लोग अजेय सूर्य का जन्मदिन मनाते थे और ईसाई चाहते थे की यीशु का जन्मदिन भी इसी दिन मनाया जाए इसके अलावा किस्मत के संबंध में एक और भी प्रथा प्रचलित है जिसके मुताबिक गैर ईसाई धर्म के लोगों का विश्वास है कि सर्दी के मौसम में सूरज की रोशनी पर्याप्त मात्रा में मिल सके उसके लिए सूरज की पूजा की जाती है ताकि सूरज और रोशनी दोनों हमें दे सके उनका मानना है कि 25 दिसंबर को ही सूरज गर्मी और रोशनी हमें प्रदान करता है.
आर्टिकल का प्रकार | महत्वपूर्ण दिवस |
आर्टिकल का नाम | क्रिसमस डे की कहानी |
साल | 2022 |
कहां मनाई जाएगी | पूरी दुनिया में |
कब मनाई जाएगी | 25 दिसंबर को |
क्यों मनाई जाती है | ईसा मसीह का जन्म हुआ था |
Merry Christmas Day History
शुरुआत के दिनों में इस बात को लेकर इसाई धर्म में मतभेद था कि ईसा मसीह के जन्मदिन को मनाना चाहिए या नहीं लेकिन बाद में सभी ईसाई धर्म के मानने वाले लोगों ने इस बात की रजामंदी दी की ईसा मसीह के जन्मदिन को मनाया जाना चाहिए.विश्व के लगभग सौ देशों में क्रिसमस का त्यौहार आज बड़े उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है। अनेक देशों में इस दिन राजकीय अवकाश घोषित किया जाता है। यही वजह है कि ईसाई धर्म के मानने वाले लोग क्रिसमस की तैयारी 1 महीने पहले ही शुरू कर देते हैं I
मैरी क्रिसमस डे कब से मनाया जा रहा है? Merry Christmas Day
मैरी क्रिसमस डे 336 ई. पूर्व में रोमन के पहले ईसाई रोमन सम्राट (First Christian Roman Emperor) के समय में सबसे पहले क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया गया था।
इसके कुछ सालों बाद ईसाई धर्म के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप जुलियस के द्वारा इस बात की आधिकारिक घोषणा की गई कि 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जाएगा तभी से 25 दिसंबर christmas day रूप में मनाया जाएगा I
FAQ’s Christmas Day Story in Hindi
Q.क्रिसमस पर्व सर्व प्रथम कब और कहा मनाया गया था?
Ans. 330 ई. में रोम देश के लोगों के द्वारा मनाया गया था
Q.क्रिसमस किस धर्म के लोगों का मुख्य पर्व है?
Ans. क्रिसमस मुख्यत: ईसाई धर्म के मानने वाले लोगों के द्वारा मनाया जाता है I
Q. क्रिसमस का त्यौहार कितने देशों में मनाया जाता है?
Ans. क्रिसमस का त्यौहार दुनिया के अधिकांश देशों में मनाया जाता है जहां पर भी ईसाई धर्म के मानने वाले लोग हैं वहां पर क्रिसमस का त्यौहार काफी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ लोगों के द्वारा मनाया जाता है I