ads

National Voters Day 2023 | राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब और क्यों मनाया जाता हैं?

By | जनवरी 25, 2023

National Voters Day:-राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल भारत में 25 जनवरी को मनाया जाता है। इस साल 25 जनवरी 2023 को 13वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस (national voter day) मनाया जाएगा। भारतीय निर्वाचन आयोग (election Commission of India) की स्थापना के दिन इसे मनाया जाता है। इस बार थीम “मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता है।” इसका अर्थ है कि हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को सफल बनाना है, तो हमें चुनावी साक्षरता की जरूरत है,

ज्यादा से ज्यादा लोगों का Voter लिस्ट में नाम जुड़वाएं और उन्हें वोट की कीमत बताकर वोट डालने के लिए राजी करें। आपका Vote आपके लिए एक अच्छी सरकार चुन सकता है, यह जज्बा जिस दिन लोगों के मन में आ जाएगा, तब देश का लोकतंत्र आगे बढ़ेगा। इस लेख में हम आपको  Rashtriya Matdata Diwas के बारे में सभी जरुरी जानकारी देंगे , जिसमें हम आपको राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2023 

National Voters Day, राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब से मनाया जाता है,25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है,राष्ट्रीय मतदाता दिवस की प्रतिज्ञा क्या है,राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2023 थीम इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

National Voters Day 2023

टॉपिकराष्ट्रीय मतदाता दिवस 2023
लेख प्रकारआर्टिकल
साल2023
दिवस का नामराष्ट्रीय मतदाता दिवस
तारीख25 जनवरी 2023
साल 2023 थीमसमावेशी, सुगम एवं सहभागी निर्वाचन की ओर अग्रसर
उद्देश्यलोगों को वोट डालने के लिए जागरुक करना
प्रमुख थीमकोई मतदाता पीछे न छूटे
कौन सा13 वां मतदाता दिवस
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नियुक्तिराष्ट्रपति

वोटर हेल्पलाइन एप्प | Voter Helpline App

भारत के ऐसे युवा जो हाल ही में मतदाता बनने वाले हैं। अर्थात उनकी उम्र 18 वर्ष हो चुकी है, और अब Voter ID Card बनवाना चाहते हैं। तो वह घर बैठे मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से वोटर आईडी कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं, सरकार द्वारा लॉन्च किए गए वोटर आईडी कार्ड एप्लीकेशन (Voter Helpline App) जिनके माध्यम से मतदाता पंजीकरण से लेकर अन्य सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।
Voter Helpline App को आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड करने के पश्चात वोटर हेल्पलाइन एप्लीकेशन पर अपना पंजीकरण कर ले। पंजीकरण फॉर्म के साथ-साथ अन्य सेवाएं इस मोबाइल एप्लीकेशन पर उपलब्ध होगी जैसे:-
Form No. 6 नव मतदाता पंजीकरण के लिए।
Form No. 6B आधार से मतदाता पहचान पत्र जोड़ने के लिए।
Form No. 7 वोटर लिस्ट में नाम हटाने के लिए।
Form No. 8 मतदाता विवरण में त्रुटि होने पर इस फॉर्म का उपयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त मतदाता का स्थाई परिवर्तन होने पर पता चेंज कर सकते हैं। विशेष योग्यजन मतदाता (PwD) ऑनलाइन सेवाओं हेतु मोबाइल नंबर जोड़ना। इत्यादि के लिए फॉर्म नंबर 8 का उपयोग कर सकते हैं।
इसी के साथ Application पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। चुनाव के परिणाम जान सकते हैं। इसी के साथ चुनाव एवं विभाग से जुड़ी शिकायतों को दर्ज कर सकते हैं।

READ  Mahavir jayanti wishes in hindi | महावीर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं, बधाई सन्देश महावीर जन्मोत्सव की

सक्षम ईसीआई ऐप | Saksham-ECI App

मतदान विभाग द्वारा मतदाता के रूप में रजिस्ट्रेशन करने हेतु नया एप्लीकेशन लॉन्च (Saksham-ECI App) किया है। इस मोबाइल एप्लीकेशन पर आप नए मतदाता पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। दिव्यांग मतदाता के रूप में चीनी करण कर सकते हैं। वोटर आईडी कार्ड में संशोधन एवं वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कर सकते हैं।
ऐसे मतदाता जो फिजिकली फिट नहीं है। अर्थात दिव्यांग है वह इस ऍप पर मतदान विभाग से पूर्व अनुरोध कर सकते हैं, कि उन्हें व्हीलचेयर या परिवहन की सुविधा दी जाए ताकि वे अपने मतदान अधिकार का पालन कर सकें।
सक्षम ईसीआई मोबाइल एप्लीकेशन पर मतदाता सूची में नाम देख सकते हैं। लोकेटर देख सकते हैं। उम्मीदवार के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

National Voters Day 2023

आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि भारतीय चुनाव आयोग (election Commission of India) की स्थापना 1950 में हुई, जिसके 61वें स्थापना वर्ष 25 जनवरी 2011 से राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का फैसला लिया गया और तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (President Mrs. Pratibha Devi Singh Patil) ने इसका शुभारंभ किया था। भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र (Democracy)माना जाता है,

इसको देखते हुए National Voter Day मनाने का निर्णय लिया गया। इसका मुख्य लक्ष्य सभी लोगों को अपने मतदान के प्रति जागरुक करना और निष्पक्ष होकर मतदान करने को लेकर प्रोत्साहित करना है। सभी 18 साल के हो चुके वयस्क युवकों का Voter List  में नाम जोड़ना और अपने वोट के प्रति उन्हें जागरुक करना वोटर डे का प्रोग्राम होना चाहिए। पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाना और एक भी मतदाता ना छूटे इस नारे को आगे बढ़ाना होगा। 

राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब से मनाया जाता है?

National Voters Day:-विश्व में भारत जैसे सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने लगा था। इसके मनाए जाने के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य था कि देश भर के सभी मतदान केंद्र (Polling Booth) वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाएगी, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी। भारत में जितने भी चुनाव हैं, उनको निष्पक्षता से संपन्न कराने की जिम्मेदारी ‘भारत निर्वाचन आयोग’ की होती है।

READ  Exploring the Evolving Landscape of Social Media Marketing

Rashtriya Matdata Diwas

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) का गठन भारतीय संविधान (Indian Constitution) के लागू होने से एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को हुआ था, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बनने वाला था और भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग (Election Commission) का गठन जरूरी था, इसलिए इसी दिन इसका गठन हुआ।

भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस ’25 जनवरी’ को ही राष्ट्रीय मतदाता दिवस (voter’s day)के रूप में मनाने की शुरूआत की थी और 2011 से ही हर साल इसे तय तारीख पर मनाया जाता है। इस दिन देश में सरकारों और अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा लोगों को मतदान के प्रति जागरुक करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिससे कि देश की राजनीतिक प्रक्रियाओं में लोगोंकी अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके । 

25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है | 25 Janury National Voters day Kyo Manaaya jata hai

बता दें कि 25 जनवरी 1950 को भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) की स्थापना हुई थी और इसलिए साल 2011 में इसे राष्ट्रीय मतदाता दिवस घोषित किया गया। इसका उद्देश्य मतदाताओं की पंजीकरण में वृध्दि करना, विशेषकर युवा मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना इसका मुख्य उद्देश्य है। इस दिवस के उपलक्ष्य में मतदान केंद्र (Polling Booth) स्तर, जिला स्तर तथा राज्य स्तर पर विभिन्न प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता हैऔर विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है।

किसी भी लोकतांत्रिक देश में सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ी और अहम भूमिका मतदाताओं की होती है। वोटर्स अपने कीमती वोट से किसी भी दल या पार्टी को पांच साल के लिए सत्ता में लाती है। ऐसा कर के वोटर्स देश और राज्य के विकास के लिए एक जागरुकनागरिक होने के कर्तव्य को पूरा करती है । भारत में मतदान को लेकर लोगों में कम होते रुझान को देखते हुए मतदान दिवस की शुरुआत की गई थी। 

READ  International Education Day 2023 | अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस कब और कैसे बनाया जाता है?

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की प्रतिज्ञा क्या है? | National Voters Day Pratigya Kya Hai

National Voters Day:- राष्ट्रीय मतदाता दिवस (national voter day)की प्रतिज्ञा इस प्रकार है – हम, India के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी विश्वास रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की Democratic परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान के प्रति लोगों को Aware करने को लेकर इस तरह की Pledge लोगों के द्वारा ली जाती है। इससे लोगों में चुनाव के दौरान वोट डालने के लिए प्रोत्साहन की वृध्दि होती है। लोगों में एक विश्वास का भाव जाग्रत होता है। 

राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2023 थीम | National Voters Day Theme 2023

भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) की स्थापना के 61वें वर्ष 25 जनवरी 2011 को राष्ट्रीय मतदाता दिवस (national voter day) मनाने का फैसला किया गया। इसे तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने हरी झंडी दिखाई थी। उस दौरान 2011 में थीम (theme)मतदाता बनें सशक्त, सतर्क, सुरक्षित और जागरुक रखी गई थी। जबकि 2023 में थीम का नाम, ‘मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता’ रखी गई है। साल 2022 में थीम “समावेशी, सुगम एवं सहभागी निर्वाचन की ओर अग्रसर” है।

2021 में “मतदाता बनें सशक्त, सतर्क, सुरक्षित और जागरुक” नामक थीम को रखा गया था। इन थीम रखने के पीछे की एक वजह यह भी है कि लोग इस नारे को पढ़कर जागरुक बनें और अपने अमूल्य मतदान को जरूर करें। इसे व्यर्थ नहीं जाने दें, क्योंकि मतदान का यह अधिकार आपको ऐसे ही नहीं मिला है, इसके पीछे लाखों लोगों का योगदान है, उन स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान है, जिन्होंने इस देश को आजाद करानेमें अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। यह मतदान का अधिकार आपको इतने सस्ते में नहीं मिला है। मतदान की कीमत वे लोग भलीभांति जानते हैं, जिन्हें आज भी वोट डालने का अधिकार नहीं हो। 

FAQ’s National Voters Day 2023

Q. राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत कब हुई ?

Ans. 25 जनवरी 2011 से।

Q. राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत किसने की थी?

 Ans. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी। 

Q. राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है?

Ans. मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए।

Q. वीवीपैट का फुल फॉर्म क्या है?

Ans. Voter Verified paper audit trail (मतदाता सत्यापन योग्य पेपर ऑडिट ट्रेल)।

Q. मुख्य निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति कौन करता है?

Ans. राष्ट्रपति मुख्य निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति करता है।

इस ब्लॉग पोस्ट पर आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद। इसी प्रकार के बेहतरीन सूचनाप्रद एवं ज्ञानवर्धक लेख easyhindi.in पर पढ़ते रहने के लिए इस वेबसाइट को बुकमार्क कर सकते हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *